UP Election 2022: पश्चिमी उत्तर प्रदेश में टिकट के लिए मारामारी, कांग्रेस दावेदारों की दिल्ली-लखनऊ की दौड़ तेज

पश्चिमी उत्तर प्रदेश में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। कांग्रेस पार्टी के वो नेता इन दिनों अचानक से काफी सक्रिय हो गए हैं। जिन्हें विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी से टिकट की चाह है।

Report :  Sushil Kumar
Published By :  Shashi kant gautam
Update:2021-09-12 15:35 IST

मेरठ: पश्चिमी उत्तर प्रदेश में चुनावी मोड में कांग्रेस 

Meerut News: पश्चिमी उत्तर प्रदेश में राजनीतिक हलचल तेज है। कांग्रेस पार्टी के तमाम नेता इन दिनों अचानक से काफी सक्रिय दिखने लगे हैं। खासतौर पर वे नेता जिनको आने वाले विधानसभा चुनाव में टिकट की चाह है। अकेले मेरठ की बात करें तो मेरठ में किठौर विधानसभा से आठ, सिवालखास से पांच, हस्तिनापुर से चार, सरधना से चार, मेरठ दक्षिण से सात, मेरठ शहर से छह, मेरठ कैंट से पांच दावेदार चुनाव लड़ने का अपना दावा जिला एवं शहर कांग्रेस कमेटी के माध्यम से प्रदेश कांग्रेस नेतृत्व के समक्ष पेश कर चुके हैं।

दरअसल, पार्टी के अन्दर इस बात की चर्चाएं जोर पकड़ रही हैं कि कांग्रेस की पांच अक्तूबर को होने वाली चुनाव समिति की बैठक में विधानसभा चुनाव के लिए प्रत्याशियों की पहली सूची जारी की जा सकती है। इन चर्चाओं के जोर पकड़ते ही कांग्रेस नेताओं की दौड़ दिल्ली-लखनऊ के लिए तेज हो गई है। वहीं प्रदेश कांग्रेस प्रभारी प्रियंका गांधी पार्टी के हर छोटे-बड़े नेता और पदाधिकारी से गांव-गांव के बारे में जानकारी ले रही हैं।

विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर प्रियंका गांधी बैठक कर चुकी हैं

विधानसभा चुनाव की तैयारियों के मद्देनजर लखनऊ में कांग्रेस राष्ट्रीय महासचिव और प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी पश्चिमी यूपी के पदाधिकारियों के साथ बैठक कर चुकी हैं। इस बैठक में पश्चिमी यूपी के 96 ब्लाकों और 874 न्याय पंचायतों की समीक्षा करने के दौरान जैसा कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश के वरिष्ठ कांग्रेस नेता चौधरी यशपाल सिंह कहते हैं कि "बैठक में प्रियंकाजी ने नेताओं और पदाधिकारियों से चुनावी रणनीति के अलावा संगठनात्मक ढांचे और प्रचार के बारे में फीडबैक तो लिया ही साथ ही उन्होंने किसान आंदोलन और इसे लेकर ग्रामीणों के रूझान के बारे में भी जाना।"

चौधरी यशपाल सिंह जो कि प्रदेश कांग्रेस के पूर्व सचिव भी हैं के अनुसार कांग्रेस महासचिव ने जिला, शहर, प्रदेश सचिव, महासचिव और प्रदेश उपाध्यक्षों से एक एक करके कामकाज की रिपोर्ट मांगी। नेताओं संग बातचीत में प्रियंका गांधी ने कहा कि विधानसभा चुनाव के लिए टिकट बंटवारे में संगठन की अहम भूमिका है। उन्होंने टिकट के इच्छुक दावेदारों से कहा कि चुनाव जीतने के लिए दिन रात मेहनत करने की जरूरत है। बकौल कांग्रेसी नेता, प्रियंका की कोशिश अगले चुनाव में ऐसे उम्मीदवारों को टिकट देने की है जिनका जमीनी स्तर पर अपना आधार होगा।

चुनाव लड़ने के इच्छुक कार्यकर्ता अपना आवेदन 26 सितम्बर तक जमा कर सकते हैं

उधर लखनऊ में कांग्रेस की उत्तर प्रदेश इकाई के प्रवक्‍ता उमाशंकर पांडेय ने बताया कि चुनाव लड़ने के इच्छुक कार्यकर्ता अपना आवेदन प्रदेश या जिला मुख्यालय पर 26 सितम्बर 2021 तक जमा कर सकते हैं। प्रियंका गांधी ने शुक्रवार और शनिवार की समीक्षा बैठकों में कहा था कि टिकट बंटवारे में संगठन और पदाधिकारियों की राय महत्‍वपूर्ण होगी।

यहां बता दें कि पिछले चुनाव में कांग्रेस ने एसपी के साथ मिलकर विधानसभा चुनाव लड़ा था लेकिन कांग्रेस सिर्फ 7 सीटें ही जीत सकी थी। वहीं 2012 के चुनाव में पार्टी को 28 सीटों पर जीत हासिल हुई थी। वहीं 2007 के चुनाव में कांग्रेस ने 22 सीटें जीती थीं। साल 1985 में कांग्रेस ने 269 सीटों पर जीत हासिल की थी तब से लेकर आज तक वह यूपी में सत्ता हासिल नहीं कर सकी है।

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