पेंशनर्स डे: 38 ऑफिसर्स थे लापता, शिकायतों का लगा ढ़ेर, नाराज़ DM ने सैलरी रोकने दिया ऑर्डर
मौका था पेंशनर्स डे का। जिले के ज़िम्मेदार डीएम इस मौके पर मौजूद थे। पेन्शनर्स की शिकायतों का ढ़ेर लगा था। लेकिन जिन्हें खामियां दूर करनी थी वो ज़िम्मेदार लापता थे। वो भी एक-दो नहीं पूरे-पूरे 38 अफसरान।
सुल्तानपुर: मौका था पेंशनर्स डे का। जिले के ज़िम्मेदार डीएम इस मौके पर मौजूद थे। पेन्शनर्स की शिकायतों का ढ़ेर लगा था। लेकिन जिन्हें खामियां दूर करनी थी वो ज़िम्मेदार लापता थे। वो भी एक-दो नहीं पूरे-पूरे 38 अफसरान। फिर क्या था गाझ गिरना तय था, हुआ भी यही डीएम ने सभी की सैलरी रोकने का आर्डर किया है।
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शहर के पंडित रामनरेश त्रिपाठी सभागार में पेंशनरों की समस्या एवं सुझाव विषयक संगोष्ठी का आयोजन किया गया है। जहां डीएम विवेक कुमार ने अपने अफसरों को शासकीय एवं नैतिक जिम्मेदारी का पाठ पढ़ाया। कहा ये शर्म की बात है कि पेंशन भोगी कर्मचारी अपनी समस्याओं के निस्तारण के लिए बार-बार आफिस का चक्कर लगाता है।
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उन्होंने लंबित मामलों को तत्काल निस्तारित करने का निर्देश दिया। डीएम ने कहा कि अब तीन माह में पेंशनरों एवं अधिकारियों के साथ बैठक होगी, जिसकी व्यवस्था वरिष्ठ कोषाधिकारी करेंगे।
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दरअसल, जैसे ही डीएम यहां पहुंचे तो पेंशन भोगियों की शिकायतों का अंबार उनके सामनें लग गया। उन्होंने जिस फाइल को उठाया और उससे सम्बंधित अधिकारी को तलब किया तो वो नदारद था। इस पर उन्होंने ये बातें कहते हुए अपनी नाराज़गी जाहिर की और वरिष्ठ कोषाधिकारी को उन सभी का वेतन रोकने का निर्देश दे दिया।