मोदी के संसदीय क्षेत्र काशी में स्वाइप मशीन न मिलने से लोग लगा रहे बैंकों के चक्कर
वाराणसी: नोटबंदी के 50 दिन पुर होने में महज 15 दिन शेष रह गए है। नोटबंदी के बाद मोदी सरकार देश को कैशलेस बनाने में लगी हुई है। जिसके बाद दूकानदार और ग्राहक नोटबंदी की समस्या से निजात पाने के लिए डिजिटल इकोनॉमी की तरफ अग्रसर हो रहे हैं। लेकिन उनकी मुसीबात यही खत्म नहीं हो रही। दूकानदारों ने स्वाइप मशीन का आर्डर तो दे दिया। लेकिन स्वाइप मशीन न मिलने से वह मशीन के आने का इंतजार कर रहे हैं।
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क्या है मामला?
-जनता बाजार में जरुरत की सामान खरीदकर उन्हें क्रेडिट या डेबिट कार्ड दे रही है।
-लेकिन ज्यादातर दुकानों पर अभी स्वाइप मशीन नहीं है।
-जिससे ग्राहकों को परेशानियां आ रही हैं।
-दुकानदारों का कहना है कि हम ने स्वाइप मशीन का आर्डर दिया है।
-लेकिन अभी तक वो हमारे पास नहीं आई हैं।
-आर्डर दिए हुए 10 दिन से ऊपर होने को आए हैं।
स्वाईप मशीन की मांग से हो रही देरी
-बैकों से स्वाईप मशीन सप्लाई करने वाली कंपनी पाईन के अधिकारी कृष्णा के मुताबिक एक स्वाईप मशीन लगाने में एक हफ्ते का वक्त लगता है।
-नोटबंदी के बाद स्वाईप मशीनों के लगाने की मांग ज्यादा बढ़ चुकी है।
-कंपनी के पास भरपूर मात्रा में स्वाईप मशीन उपलब्ध हैं।
-लेकिन मशीन इंस्टॉल करने के साथ ही उन्हें बैंको से जोड़ कर एक कोर्ड लेना पड़ता है जिसे टर्मिनल आईडी कहते है।
-मांग बढने की वजह से बैंको के सर्वर से टर्मिनल आईडी मिलने मे अब 15 से 20 दिन का इंतजार करना पड़ रहा है।