Kumbh 2025: ये हैं अद्भुत संन्यासी, एक हाथ में माला तो लाली का साथ, विदाई की कर रहे तैयारी
Kumbh 2025: महंत श्रवण गिरी बताते हैं कि यह लाली का आखिरी कुंभ है, इसके बाद लाली ऑस्ट्रेलिया चली जाएगी। महंत श्रवण गिरी का एक शिष्य टेकर वार्न अमेरिका में भी है, जो इस साल प्रयागराज महाकुंभ आयेगा।;
Kumbh 2025: संगम तट पर जनवरी में लगने जा रहे महाकुंभ में अखाड़ों की एंट्री हो चुकी है। अभी पूरी तरह अखाड़ों के शिविर भले न बसे हो लेकिन देश के कोने कोने से अद्भुत साधक और सन्यासी यहां दिखने लगे हैं। इनमें कुछ अपने वन्य जीव प्रेम के लिए अलग नजर आ रहे हैं।
एक हाथ में माला और दूसरे हांथ में डॉगी लाली का पट्टा
महाकुंभ के अखाड़ा सेक्टर में दाखिल होते ही सबसे पहले शिविर में आवाहन अखाड़े में दाखिल होते ही अखाड़े के साधु आपके सामने होंगे। मिलिए महंत श्रवण गिरी से जिनके एक हाथ में भगवान गणेश के नाम जाप की माला रहती है तो दूसरे हांथ में डॉगी लाली का पट्टा। लाली उनके लिए बेजुबान जानवर नहीं बल्कि उनकी शिष्या है। श्रवण गिरी बताते है कि 2019 के कुंभ में प्रयागराज से काशी जाते समय उन्हें लाली मिली थी । तब से लाली उनके साथ है । श्रवण गिरी बताते है कि लाली को यह भगवान श्री हनुमान जी से प्रेरित होकर दिया गया । लाली भी पूरी तरह ब्रह्मचारी है। श्रवण गिरी का कहना है कि लाली की नसबंदी करा दी गई है। इतना ही नहीं लाली का हेल्थ कार्ड भी उन्होंने बनवाया है जिसमें उसे निशुल्क उपचार मिलता है।
महाकुंभ के बाद ऑस्ट्रेलिया जाएगी लाली
महंत श्रवण गिरी बताते हैं कि यह लाली का आखिरी कुंभ है । इसके बाद लाली ऑस्ट्रेलिया चली जाएगी। दरअसल महंत श्रवण गिरी का एक शिष्य टेकर वार्न अमेरिका में भी है जो इस साल प्रयागराज महाकुंभ आयेगा। वार्न भी पेट लवर हैं। अपने साथ वह गुरु की निशानी के तौर पर ऑस्ट्रेलिया ले जाएगा। इसके लिए आवश्यक औपचारिकताएं पूरी की जा रही हैं।