Mahakumbh 2025: कुंभ की राह आसान बनाने को सीएम योगी ने भेजे अपने ये दो 'स्पेशल अधिकारी', भगदड़ के बाद बदली कमान

Mahakumbh 2025: महाकुंभ के दौरान आगे किसी भी हादसे को रोकने के लिए कई एहतियाती कदम उठाए गए हैं। इसी के तहत दो अनुभवी अफसरों आशीष गोयल और भानु चंद्र गोस्वामी को तत्काल प्रयागराज पहुंचने का निर्देश दिया गया है।;

Written By :  Anshuman Tiwari
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Update:2025-01-30 12:27 IST
Ashish Goyal , Bhanu Chandra Goswami

Ashish Goyal and Bhanu Chandra Goswami   (photo: social media)

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Mahakumbh 2025: प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ के दौरान भगदड़ में कई लोगों की मौत के बाद प्रदेश सरकार ने कई बड़े कदम उठाए हैं। महाकुंभ की व्यवस्था में कई बड़े बदलावों के साथ दो अनुभवी अफसरों की महाकुंभ में तैनाती की गई है। आईएएस आशीष गोयल और भानु चंद्र गोस्वामी को तत्काल प्रयागराज पहुंचने का निर्देश दिया गया है।

2019 के अर्ध कुंभ के दौरान ये दोनों अफसर प्रयागराज में तैनात थे। सरकार इन दोनों अफसरों के अनुभवों का फायदा मौजूदा महाकुंभ में भी उठाना चाहती है। इसके साथ ही विशेष सचिव रैंक के पांच और अफसरों को भी महाकुंभ मेले की देखरेख के लिए भेजा गया है।

2019 के अर्ध कुंभ में निभाई थी बड़ी भूमिका

दरअसल मौनी अमावस्या के मौके पर प्रयागराज में भारी भीड़ पहुंचने के बाद मेला क्षेत्र में हुई भगदड़ को प्रदेश सरकार ने काफी गंभीरता से लिया है। अब जल्द ही वसंत पंचमी का बड़ा स्नान होने वाला है और इसलिए प्रदेश सरकार अलर्ट मोड में आ गई है। महाकुंभ के दौरान आगे किसी भी हादसे को रोकने के लिए कई एहतियाती कदम उठाए गए हैं। इसी के तहत दो अनुभवी अफसरों आशीष गोयल और भानु चंद्र गोस्वामी को तत्काल प्रयागराज पहुंचने का निर्देश दिया गया है।

2019 के अर्ध कुंभ के दौरान आशीष गोयल प्रयागराज के कमिश्नर और मेला क्षेत्र के प्रभारी थे जबकि भानु चंद्र गोस्वामी उस समय प्रयागराज के डीएम और प्राधिकरण के उपाध्यक्ष थे। इन दोनों अफसरों में विजय किरण के साथ मिलकर अर्ध कुंभ मेले के सकुशल संचालन में बड़ी भूमिका निभाई थी। अब प्रदेश सरकार ने मौजूदा महाकुंभ के दौरान भी इन दोनों अफसरों के अनुभव का लाभ उठाने का फैसला किया है और इसी के तहत इन दोनों अफसरों को तत्काल प्रयागराज भेजा गया है।


कई जिलों के डीएम रह चुके हैं गोस्वामी

भानु चंद्र गोस्वामी 2010 बैच के आईएएस अफसर हैं। 2009 की सिविल सेवा परीक्षा के दौरान उन्होंने अखिल भारतीय स्तर पर 33वीं रैंक हासिल की थी। आईएएस की ट्रेनिंग पूरी करने के बाद उनकी पहली तैनाती आगरा में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के रूप में हुई थी। वे लखनऊ, प्रयागराज, वाराणसी, जौनपुर और श्रावस्ती आदि जिलों में डीएम के रूप में काम कर चुके हैं। मौजूदा समय में वे राज्य के राहत आयुक्त के रूप में काम कर रहे हैं और अब महाकुंभ मेले को सकुशल संपन्न करने के लिए उन्हें प्रयागराज भेजा गया है।


आशीष गोयल की भी हुई तैनाती

दूसरी ओर आशीष गोयल 1995 बैच के आईएएस अफसर हैं। उत्तर प्रदेश में बिजनौर के रहने वाले गोयल ने बीटेक करने के साथ ही अर्थशास्त्र में एमए और पीएचडी की है। वे जल निगम और यूपी राज्य विद्युत उत्पादन व पारेषण निगम में महत्वपूर्ण पदों पर काम कर चुके हैं। मौजूदा समय में वे प्रदेश के विकास से जुड़े कामों की देखभाल कर रहे हैं और अब उन्हें प्रयागराज पहुंचने का निर्देश दिया गया है।


लगातार बैठकों में जुटे हुए हैं सीएम योगी

महाकुंभ मेले के दौरान हुई भगदड़ के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लगातार अफसरों के साथ मीटिंग करने में जुटे हुए हैं। उन्होंने लखनऊ में शीर्ष अफसरों के साथ बैठक के साथ ही विभिन्न जिलों के अफसरों के साथ भी चर्चा की है। उन्होंने प्रयागराज जोन के एडीजी और जिलाधिकारी को लगातार सतर्कता बरतने का निर्देश दिया है।

उन्होंने कहा कि महाकुंभ मेला क्षेत्र में आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जानी चाहिए। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने वाराणसी और अयोध्या में उमड़ने वाली भीड़ के मद्देनजर भी सतर्कता बरतने का निर्देश दिया है।

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