Prayagraj News: सभी धर्म से जुड़े लोगों से बनी महादेव आर्मी ने पेश की मिसाल, आपसी प्रेम है असली मकसद
Prayagraj News: हिंदू , मुस्लिम, सिख, इसाई धर्म से जुड़े लोगों ने एक महादेव आर्मी का गठन किया है । महादेव आर्मी का मकसद समाज में आपसी सौहार्द कायम रखने को लेकर किया गया है।
Prayagraj News: उत्तर प्रदेश के जनपद प्रयागराज को संगम नगरी भी कहते हैं। देश में सावन के पवित्र महीने की धूम है। हर जगह हर हर महादेव की गूंज है। एक तरफ जहां कावड़िए शिवालय पहुंच रहे है, तो वही दूसरी तरफ आम श्रद्धालु भी भगवान शिव की आराधना में जुटी हुई है। ऐसे में संगम नगरी प्रयागराज के सभी धर्म के लोगों ने अनोखी मिसाल पेश की है ।
सोमेश्वर महादेव मंदिर प्रांगण में आयोजित किया धार्मिक रॉक बैंड
हिंदू, मुस्लिम, सिख, इसाई धर्म से जुड़े लोगों ने एक महादेव आर्मी का गठन किया है । महादेव आर्मी का मकसद समाज में आपसी सौहार्द कायम रखने को लेकर किया गया है। इसी उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए महादेव आर्मी की तरफ से सोमेश्वर महादेव मंदिर प्रांगण में धार्मिक रॉक बैंड का आयोजन कराया गया। धार्मिक बैंड आयोजित करने का सिर्फ इतना मकसद है कि जो युवा वर्ग है उसका अध्यात्म की तरफ झुकाव हो और सावन महीने के महत्व को समझें ।
वेस्टर्न कल्चर को कम करने के मकसद बनी है महादेव आर्मी
महादेव आर्मी के आरिफ खान और सौरभ यादव का कहना है कि इस वर्ष सावन के महीने में धार्मिक शिव गीतों के मशहूर रॉक बैंड को बुलाया गया है, ताकि युवा वर्ग जो वेस्टर्न कल्चर को लेकर अग्रसर है उस पर रोक लगे और धार्मिक अध्यात्म से जुड़ाव हो।
भगवान शिव के गीतों और श्लोकों से झूमे श्रद्धालु
कार्यक्रम की शुरुआत शाम 6 बजे से हुई । जिसमें बनारस से आए रॉक बैंड ने भगवान शिव के अनेकों गीत गाए। गीतों की धुन और रॉक बैंड की आवाज से श्रद्धालु झूम उठे पूरे मंदिर प्रांगण में हर हर महादेव के जयकारे लगने लगे।
स्थानीय लोगों ने महादेव आर्मी के सभी सदस्यों का आभार व्यक्त किया क्योंकि इस तरह के आयोजन से पूरा क्षेत्र भक्ति में हो गया। बादल की गड़गड़ाहट और हल्की बारिश की बूंदे भी रुकावट न बनी और श्रद्धालुओं ने मंदिर में दर्शन करने के बाद रॉक बैंड के महादेव के गीतों का लुफ्त उठाया।
लोगो में आपसी प्रेम और युवा वर्ग को अध्यात्म से जोड़ने का है मकसद
खुले आसमान के नीचे हुए आयोजन में भारी संख्या में लोग मौजूद रहे। महादेव आर्मी के लोग का कहना है कि आगे भी इसी तरह के धार्मिक आयोजन होते रहेंगे क्योंकि सभी धर्म के लोग जो जुड़ रहे हैं वहीं उनकी ताकत है।कार्यक्रम के बाद समाज में अपनी अलग और स्वच्छ पहचान बनाने वाले लोगो को भी सम्मानित किया गया।