Mahakumbh 2025: फिर विवादों में आया हर्षा रिछारिया का मौनी अमावस्या शाही स्नान, रविन्द्र पुरी का आया बयान
Mahakumbh 2025:अमृत स्नान पर्व पर मॉडल हर्षा रिछारिया को शाही सवारी कराने और स्नान करने का विवाद अभी थमा भी नहीं था कि हर्षा को दूसरे अमृत स्नान में अपने रथ में बैठाकर स्नान कराने का बयान आने के बाद फिर विवाद बढ़ गया है।;
Mahakumbh 2025: प्रयागराज महाकुंभ में भगवा वेश में पहले अमृत स्नान पर्व पर मॉडल हर्षा रिछारिया को शाही सवारी कराने और स्नान करने का विवाद अभी थमा भी नहीं था कि हर्षा को दूसरे अमृत स्नान में अपने रथ में बैठाकर स्नान कराने का बयान आने के बाद फिर विवाद बढ़ गया है।
निरंजनी अखाड़े के सचिव रविंद्र पुरी का ऐलान
विवादों का और सोशल मीडिया इनफ्लुएंसर हर्षा रिछारिया का रिश्ता मजबूत होता जा रहा है। महाकुंभ से वापस जा चुकी हर्षा रिछारिया अचानक 19 जनवरी को महाकुंभ के निरंजनी अखाड़े में प्रकट हुई । उनके साथ निरंजनी अखाड़े के सचिव महंत रविंद्र पुरी भी थे। रविंद्र पुरी ने हर्षा रिछारिया को सम्मानित किया और उसका हौसला बढ़ाते हुए कहा कि अगले अमृत स्नान में वह अपने रथ पर बैठाकर उसे शाही स्नान कराएंगे। मीडिया से बात करते हुए रविंद्र पुरी काफी भावुक हो गए । वह बार बार हर्षा को उत्तराखंड की बेटी और दुर्गा का दर्जा दे रहे थे। कह रहे थे कि आप देवी की तरह हो, आपको शाही रथ में बैठाकर स्नान कराएंगे। इससे ज्ञात अज्ञात में जो पाप हुआ है उससे प्रायश्चित हो जायेगा। वह साक्षात देवी है, देवी स्वरूप है।
रविंद्र पुरी के बयान पर संतों में उबाल
निरंजनी अखाड़े के सचिव और अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रवींद्र पुरी के इस बयान पर प्रतिक्रिया आनी शुरू हो गई है। सोशल मीडिया इनफ्लुएंसर हर्षा रिछारिया को दोबारा शाही रथ पर बैठाकर संगम ले जाने के निरंजनी अखाड़े के अध्यक्ष के एलान के बाद शांभवी पीठाधीश्वर स्वामी आनंद स्वरूप ने कहा कि इस तरह का कदम महंत रवींद्र पुरी को नहीं उठाना चाहिए। वह अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष भी हैं और सनातन धर्म की रक्षा की जिम्मेदारी उन पर है। ऐसे में उन्हें मॉडल को दोबारा शाही रथ पर सवार कराने का अपना इरादा त्याग देना चाहिए।