Magh Mela 2024: संगम किनारे 770 हेक्टेयर में बसेगा माघ मेला, 5 करोड़ श्रद्धालु लगाएंगे आस्था की डुबकी !

Magh Mela 2024: प्रयागराज में माघ मेला 15 जनवरी से 8 मार्च तक चलेगा। 54 दिनों तक चलने वाले इस मेले को पांच सेक्टर में विभाजित किया जाएगा।

Report :  Syed Raza
Update:2023-11-20 22:59 IST

माघ मेला (सोशल मीडिया)

Kumbh Mela 2024: संगम किनारे 770 हेक्टेयर में बसेगा माघ मेला, 5 करोड़ श्रद्धालु लगाएंगे आस्था की डुबकी !कुंभ नगरी के त्रिवेणी तट पर लगने जा रहे 'महाकुंभ -2025' को दिव्य और भव्य बनाने के साथ- साथ योगी सरकार इसे नव्य स्वरूप भी दे रही है। इस महाकुंभ में प्रस्तावित नए प्रोजेक्ट वर्ष 2024 में संगम किनारे आयोजित होने जा रहे माघ मेले को एक प्रयोग के तौर पर लागू किए जाएंगे । इसके लिए इन नवीन प्रयोगों का रोड मैप अभी से तैयार होना शुरू हो गया है ।

सौर ऊर्जा आधारित ATM, सौर हाइब्रिड एलईडी लाइट्स

प्रयागराज के संगम किनारे लगने जा रहे माघ मेले में इस बार आगामी महाकुंभ की व्यवस्थाओं को ध्यान में रखकर योगी  सरकार कई नए कदम उठा रही है। प्रदेश सरकार इस बार के माघ मेले को महाकुम्भ  के लघु स्वरूप के रूप में आयोजित करने के लिए संकल्पित है जिसको देखते हुए इस बार माघ मेले में कई पहल की जा रही है ।  प्रयागराज के कमिश्नर विजय विश्वास बताते हैं कि आगामी माघ मेले में कई प्रयोग कराए जा रहे हैं । सौर ऊर्जा के उपयोग को बढ़ाने के लिए 165 सोलर हाइब्रिड एलइडी स्ट्रीट लाइट इस बार माघ मेले में लगाई जाएंगी। मेला क्षेत्र में इस बार 10 वाटर एटीएम लगाए जाएंगे जो सौर ऊर्जा से संचालित होंगे ।

54 दिनों का माघ मेला

इस बार का माघ मेला इस वर्ष 15 जनवरी से प्रारंभ होकर 8 मार्च तक 54 दिनो तक चलेगा। मेला इस बार लगभग  770 हेक्टेयर में बसाया जा रहा है। जिसे व्यवस्थित रूप से संचालित करने के लिए मेला क्षेत्र को 6 सेक्टरों में विभाजित किया जाएगा। पहली बार सेक्टर के अंदर सब सेक्टर बनाए जा रहे है ताकि एक एक क्षेत्र में  व्यवस्था निगरानी की जा सके। इस बार पहला अतिरिक्त सेक्टर  सेक्टर 5A मेला क्षेत्र के नागवासुकी मंदिर के पास बसाया जाएगा। महाकुंभ में इस व्यवस्था को विस्तार दिया जा सकता है।

मेला मैपिंग और थीम आधारित सेक्टर द्वार का होगा निर्माण

माघ मेले में इस बार 5  करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के विभिन्न स्नान पर्वों में पहुंचने का अनुमान हैं। माघ मेला अधिकारी  दयानंद प्रसाद द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक  मेले के सभी सेक्टरों को जोन और सर्किल में बांटते हुए इस बार उनकी मैपिंग कराई जायेगी ।  मेला क्षेत्र के हर चौराहे पर "यू आर हियर" के साइन बोर्ड लगेंगे ।  मेला क्षेत्र के  2 पांटून पुलों  दोनों तरफ डीलीनिएटर्स लगाने की योजना है जिससे ये  रात्रि में लोगों को गाइड करेंगे।  माघ मेला क्षेत्र   विभिन्न स्थानों पर  विशिष्ट थीम पर आधारित थिमेटिक गेट्स बनाए जाएंगे । इसके अलावा भीड़ को देखते हुए साइंटिफिक तरीके से इसकी माइक्रो प्लानिंग की जायेगी ।  कमिश्नर प्रयागराज का कहना है कि इन प्रयोगों के  सफल होने पर महाकुंभ में भी इन्हे संशोधित रूप में अमल में लाया जाएगा । मेला क्षेत्र में हर साल बढ़ने वाली भीड़ को देखते हुए यहाँ आने वाले श्रद्धालुओ के सहयोग के लिए पुलिस बल के अलावा यंग वॉलिंटियर्स भी लगाए जायेंगे । कई स्थानीय  कॉलेज के छात्रों को इसके लिए समझौता किया जा रहा है । सफल रहने पर इस व्यवस्था का विस्तार महाकुंभ में किया जाएगा ।

स्वच्छता को लेकर तैयार नए रोड मैप को भी किया जाएगा लागू

योगी सरकार  महाकुंभ की तैयारियों को लेकर पूरी तत्परता और सक्रियता के साथ कार्य कर रही है। प्रयागराज में महाकुंभ-2025 को भव्य, स्वच्छ, हरित व सुरक्षित बनाने के लिए तकनीक पर विशेष जोर दिया जा रहा है।  कुंभ मेला अधिकारी विजय किरन आनंद के मुताबिक  संपूर्ण मेला क्षेत्र में 1.45 लाख शौचालय बनाए जाएंगे। इसके साथ ही 9,800 स्वच्छता कर्मी तथा 1,800 स्वच्छता कार्यकर्ता कार्य करेंगे । उन्होंने यह भी बताया कि  क्यूआर कोड के माध्यम से गंदे शौचालय की शिकायत करने की सुविधा भी श्रद्धालुओं को उपलब्ध कराई जायेगी । स्वच्छता की इस व्यवस्था को इस साल के माघ मेले में भी लागू किया जाएगा।

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