Sanatan Dharma: प्रयागराज के तीर्थपुरोहितों का बड़ा ऐलान, सनात धर्म को अपमानित करने वालों का सर काटने पर 10 करोड का इनाम
Sanatan Dharma Row: पुरोहितों ने कहा कि दोनों नेताओं द्वारा सार्वजनिक रूप से माफी मांगे जाने के बाद पूजन और तर्पण कराया जाएगा। गंगा महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता धीरज शर्मा ने कहा कि सनातन धर्म का अपमान और भारतीय अंतरीक्ष एजेंसी इसरो के वैज्ञानिकों का मजाक उड़ाना अत्यंत पीड़ादायक है।
Sanatan Dharma Row: तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन और समाजवादी पार्टी नेता स्वामी प्रसाद मौर्य द्वारा सनातन धर्म को लेकर दिए गए विवादित टिप्पणी मामला बढ़ता ही जा रहा है। इस बयान से तीर्थपुरोहित काफी नाराज हैं। सभी पुरोहितों नें मंगलवार को संगम क्षेत्र में प्रयागवाल तख्त चौराहे पर गंगा महासभा के नेतृत्व में दोनों नेताओं का पुतला फूंका। इसके साथ ही दोनों नेताओं के परिवार के किसी भी सदस्य का संगम में तर्पण-पूजन न कराने का निर्णय लिया।
महासभा के अध्यक्ष गिरजेश भरद्वाज, वरिष्ठ उपाध्यक्ष गोविंद मिश्र और महामंत्री कमल शर्मा ने बताया कि राजनीतिक स्वार्थ की पूर्ति के लिए सनातन धर्म पर कीचड़ उछाला जा रहा है, जो अक्षम्य है। इनके बयान बाजी से सनातन धर्म का वैभव कम नहीं होगा। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म को अपमानित करने वाले नेताओं और इनके स्वजनों का पूजन नहीं कराया जाएगा और ना ही उनकी मृत्यु के बाद किसी का तर्पण कराएंगे।
पुरोहितों ने कहा कि दोनों नेताओं द्वारा सार्वजनिक रूप से माफी मांगे जाने के बाद पूजन और तर्पण कराया जाएगा। गंगा महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता धीरज शर्मा ने कहा कि सनातन धर्म का अपमान और भारतीय अंतरीक्ष एजेंसी इसरो के वैज्ञानिकों का मजाक उड़ाना अत्यंत पीड़ादायक है। इसके पीछे देश विरोधी तत्व शामिल हैं। इसका मुखर होकर जवाब देना पड़ेगा। तीर्थ पुरोहित समाज सनातन धर्म का अपमान किसी भी कीमत पर बर्दास्त नहीं करेगा। प्रदर्शन में ललित शर्मा, राजेश पाठक, पप्पन जी टंडन, पवन शर्मा, विजय महल, विशाल महल, टिन्ना पांडे, निखिल तिवारी, गुड्ड पाठक, बन्नु, रोहित शर्मा ,कल्लु टैय्या, राहुल व अन्य पुरोहित शामिल थे।
सिर काटने पर 10 करोड़ से अधिक का इनाम
अयोध्या के संत परमहंस आचार्य ने एक समाचार एजेंसी से बात करते हुए कहा था कि, “यदि 10 करोड़ रुपये उदयनिधी स्टालिन का सिर काटने के लिए काफी नहीं हैं, तो मैं इनाम की राशि बढ़ा दूंगा। लेकिन 'सनातन धर्म' के अपमान को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि आज देश में जो भी विकास हुआ है वह 'सनातन धर्म' की वजह से हुआ है। उदयनिधि को अपने बयान के लिए माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने 100 करोड़ लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है।”