कौन है 'टच बाबा', जो किसी भी बिमारी को छूकर कर देते हैं ठीक, महाकुंभ में मरीजों की लगी भीड़
Touch Baba in Mahakumbh: महाकुम्भ में एक ऐसे बाबा काफी ज्यादा सुर्ख़ियों में है जो मरीज को मात्र छूकर उसकी बीमारी ठीक कर देते हैं।;
Touch Baba in Mahakumbh: प्रयागराज में इस समय महाकुम्भ का आयोजन हुआ है। जिसके लिए लाखों- करोड़ों श्रद्धालु संगम में डुबकी लगाने के लिए आ रहे हैं। पूरा प्रयागराज क्षेत्र इस समय अनोखे ढंग से सजाया गया है। इस समय संगम क्षेत्र में नागा सन्यासी, साधु-संत, महंत और कई बाबा आये हुए हैं। जिनको देखने और उनसे आशीर्वाद लेने के लिए लोग दूर दूर से पहुँच रहे हैं। महाकुम्भ में कुछ ऐसे बाबा भी आये हुए है जो अपने अनोखे दावों की वजह से काफी ज्यादा फेमस हैं। इसी बीच ओडिशा के भुवनेश्वर से आए बाबा आर्तत्राण जिन्हे लोग 'टच बाबा' या ब्लेसिंग बाबा नाम से भी जानते हैं खूब ज्यादा फेमस हो रहे हैं।
स्पर्श से बिमारी करते हैं दूर
महाकुंभ नगर के सेक्टर 20 में स्वस्तिक द्वार के पास बाबा आर्तत्राण का डेरा लगा है। वे न तो भभूत लगाते हैं और न भगवा कपड़े पहनते हैं। बस साधारण कपड़ों में कुर्सी पर बैठे रहते हैं, गले में कुछ माला पहनते हैं। बाबा का दावा है कि वे अपने स्पर्श से बड़ी से बड़ी बीमारियों को ठीक कर सकते हैं। उनकी इस अनोखी शक्ति के कारण श्रद्धालुओं की भीड़ उनके पास जुटी रहती है। लोग उनके आशीर्वाद से अपनी समस्याओं का समाधान पाने की उम्मीद लेकर आते हैं। महाकुंभ की इस अद्भुत दुनिया में बाबा आर्तत्राण का रहस्यमय दावा लोगों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।
कैसे करते है टच बाबा ट्रीटमेंट
ओडिशा से आये टच बाबा का अपनी थेरेपी को लेकर कहना है कि उन्हें ईश्वरीय अनुकम्पा और मंत्रों की शक्ति से असाध्य बीमारियों का इलाज करने की दिव्य शक्ति प्राप्त है। अपने इलाज के दौरान सबसे पहले बाबा पूछते हैं कि मरीज को क्या समस्या है फिर जिस अंग में मरीज को कोई बिमारी होती है उसी जगह को छूकर बाबा उस बिमारी को ठीक करते हैं। वह माइग्रेन, साइटिका, मानसिक तनाव जैसी बीमारियों का स्पर्श (छूकर) ही इलाज कर देते हैं। बाबा का दावा है कि वह 2011 से डिवाइन ट्रीटमेंट कर रहे हैं और अब तक 24 लाख से ज्यादा लोगों का इलाज कर चुके हैं, जो ठीक हो गए हैं। बता दें कि बाबा ने पीएम मोदी को भी अपनी इस इलाज शक्ति को लेकर ट्वीट किया था।
फ्री में करते हैं इलाज
अपने इलाज थेरेपी को लेकर बाबा का दावा है कि वो जिन मन्त्रों का इस्तेमाल करते है उससे मामूली से लेकर गंभीर बीमारियां तक सब ठीक हो जाती है। वो अपने इलाज में न तो किसी दवा का इस्तेमाल करते हैं और न ही किसी इंजेक्शन का। उनका कहना है कि वो अपनी इस सेवा के लिए किसी भी मरीज से एक भी रूपया नहीं लेते हैं। टच बाबा मेडिकल साइंस को वह चुनौती देते हुए कहते हैं मेडिकल साइंस चाहे तो मेरे ऊपर शोध कर ले। मैं अपने दावे का इम्तिहान देने के लिए तैयार हूं। टच बाबा अपनी थेरेपी में यह भी सुविधा देते हैं कि अगर कोई मरीज उनसे मिलने नहीं पहुँच पा रहा है तो वह यूट्यूब और फोन के जरिए भी इलाज कर सकते हैं। उनका कहना है कि वह फोन पर कुछ मंत्र बोलते हैं और मरीज को घर बैठे आराम मिल जाता है।
फिलहाल आपको बता दें कि टच बाबा की इस थरेपी से डॉक्टर सहमत नहीं है। न्यूरो सर्जन डॉक्टर पंकज खेतान कहते हैं कि माइग्रेन और न्यूरो से जुड़ी बीमारियों को ठीक होने में कई महीने लग जाते हैं। ऐसे में तुरंत लाभ का कोई फॉर्मूला मेडिकल साइंस स्वीकार नहीं कर सकती।