UP: 'रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण ठुकराना अखिलेश यादव की इच्छा नहीं, मजबूरी', बोले मंत्री नंद गोपाल नंदी
Ramlala Pran Pratishtha: योगी सरकार में मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नंदी ने एक्स पोस्ट में लिखा, 'प्राण प्रतिष्ठा आमंत्रण का अनादर कर अखिलेश यादव ने अपनी राजनीतिक कब्र खोदी है।
UP Politics: अयोध्या राम मंदिर में भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा पर सियासी घमासान मचा है। उत्तर प्रदेश की सियासत गरम है। दरअसल, 500 वर्षों की कठिन तपस्या और कड़े संघर्षों के बाद श्री अयोध्याधाम में भव्य मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा है। इसे लेकर जहां करोड़ों सनातनियों में जबर्दस्त उत्साह है, वहीं समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने का निमंत्रण स्वीकार नहीं किया।
इसी मुद्दे पर बुधवार (10 जनवरी) को उत्तर प्रदेश सरकार के औद्योगिक विकास मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नंदी (Nand Gopal Gupta Nandi) ने उन्हें आड़े हाथों लिया। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए मंत्री नन्दी ने लिखा, 'अखिलेश यादव जी निमंत्रण ठुकराना आपकी इच्छा नहीं बल्कि मजबूरी है'।
'श्रीराम का अनादर कर अपनी राजनैतिक कब्र खोदी'
योगी सरकार में मंत्री नंद गोपाल नंदी ने एक्स पर पोस्ट में लिखा है कि, 'समाजवादी पार्टी हिन्दू विरोध और तुष्टिकरण की बुनियाद पर खड़ी है। इसलिए, अखिलेश यादव जी रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण ठुकराना आपकी इच्छा नहीं बल्कि मजबूरी है। आपके पुरखों से आपको कुर्सी के साथ सनातन विरोध का डीएनए भी विरासत में मिला है। वैसे भी जिसका दामन निर्दोष और निरपराध राम भक्तों के खून से सना हुआ है। जिसने सरेआम मजहब के नाम पर दंगाइयों को संरक्षण दिया हो। जिसने जाति और धर्म के आधार पर प्रदेशवासियों में फर्क किया हो। उसके आने से प्राण प्रतिष्ठा का पवित्र समारोह दूषित ही होता। याद रखिये वोट बैंक को खुश करने के चक्कर में प्रभु श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा समारोह के आमंत्रण का अनादर करके आपने स्वयं अपनी राजनीतिक कब्र खोदी है।'