अखिलेश यादव के 'परिवारवाद' पर मंत्री नंदी का जवाब, बोले- 'मतलब होता है...एक ही परिवार में दो दर्जन लाल बत्ती'
Prayagraj News: नंदी ने लिखा, 'परिवारवाद का मतलब होता है, 2014 में आपके पिताजी मुलायम सिंह यादव जी, आपकी पत्नी डिम्पल यादव जी, आपके चाचा रामगोपाल यादव जी, आपके चचेरे भाई धर्मेन्द्र यादव जी, तेज प्रताप यादव जी और अक्षय यादव जी यानि एक परिवार से कुल 6 सांसद थे !
Prayagraj News: समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के 'परिवारवाद' के आरोप पर उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री नंद गोपाल नंदी ने कटाक्ष किया। नंदी ने अखिलेश को परिवारवाद का मतलब बताया। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट में लिखा, 'अखिलेश जी या तो आप नासमझ, नादान हैं या फिर उत्तर प्रदेश की विद्वान जनता को नासमझ समझने की भारी भूल कर रहे हैं! परिवारवाद का मतलब होता है- एक ही परिवार में दो दर्जन लाल बत्ती।'
दरअसल, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव पिछले दिनों अटल बिहारी वाजपेयी इकाना क्रिकेट स्टेडियम में मैच देखने आए थे। इसी दौरान भाजपा नेताओं और बीसीसीआई अध्यक्ष जय शाह की फोटो शेयर करते हुए परिवारवाद का आरोप लगाया गया था। अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया पर फोटो शेयर करते हुए पोस्ट किया था। जिसका मंगलवार (31 अक्टूबर) को यूपी सरकार के औद्योगिक विकास मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी ने सोशल मीडिया पर करारा जवाब दिया।
'सत्ता और कुर्सी एक ही परिवार की परिक्रमा करे'
नंद गोपाल नंदी ने एक्स पर पोस्ट पर लिखा। 'अखिलेश जी या तो आप नासमझ, नादान हैं या फिर उत्तर प्रदेश की विद्वान जनता को नासमझ समझने की भारी भूल कर रहे हैं! परिवारवाद का मतलब होता है- एक ही परिवार में दो दर्जन लाल बत्ती परिवारवाद का मतलब होता है- चाचा, भतीजा, पत्नी, भाई सब सांसद विधायक मंत्री परिवारवाद का मतलब होता है कि, सत्ता और कुर्सी एक ही परिवार की परिक्रमा करे। परिवारवाद का मतलब होता है कि- आप सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष, आपके दोनों चाचा महासचिव।'
आप यूपी सीएम बन गए, जबकि मैंडेट आपके पिता को मिला था
नंदी आगे लिखते हैं, 'परिवारवाद का मतलब होता है, 2014 में आपके पिताजी मुलायम सिंह यादव जी, आपकी पत्नी डिम्पल यादव जी, आपके चाचा रामगोपाल यादव जी, आपके चचेरे भाई धर्मेन्द्र यादव जी, तेज प्रताप यादव जी और अक्षय यादव जी यानि एक परिवार से कुल 6 सांसद थे ! मंत्री नन्दी ने आगे कहा, समाजवादी पार्टी परिवारवाद और जातिवाद दो ही स्तम्भों पर खड़ी है। एक बात और परिवारवाद की ही देन है कि आप उत्तर प्रदेश के एक बार मुख्यमंत्री बन गए, जबकि मैंडेट आपके पिताजी को मिला था।'