Purvanchal Expressway: बारिश में 10 फीट धंसा पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे, कई गाड़ियां हुई क्षतिग्रस्त, यूपीडा के अधिकारी सही कराने में जुटे
Purvanchal Expressway: मूसलाधार बारिश ने पूर्वांचल एक्सप्रेस वे के निर्माण की पोल खोल दी है। लखनऊ से बलिया तक 341 किमी लंबे एक्सप्रेस-वे के निर्माण को लेकर पहले भी सवाल उठे थे।
Purvanchal Expressway: पिछले दो दिनों की मूसलाधार बारिश (torrential rain) ने एक बार फिर से पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे (Purvanchal Expressway) के निर्माण की पोल खोल कर रख दिया है। लखनऊ से बलिया (Lucknow to Ballia) तक जाने वाले 341 किलोमीटर लंबे इस एक्सप्रेस-वे के निर्माण को लेकर पहले भी सवाल उठे थे। लेकिन गुरुवार को अचानक सुल्तानपुर जिले के हलियापुर थाने के 83 किलोमीटर पर बारिश की वजह से एक्सप्रेस वे पर अचानक पांच से छह फीट की चौड़ाई की दूरी में 10 फीट तक गड्ढा हो गया। जिससे एक कार भी इसमें जा घुसी और उसमें बैठे लोगों को चोटें भी आई। कार के पीछे लगे अन्य वाहन भी क्षतिग्रस्त हुए हैं।
वहीं एक्सप्रेसवे के धसने की सूचना पर यूपीडा के अफसरों में हड़कंप मच गया और वह मौके पर तुरंत पहुंच गए। गुरुवार रात में ही इसे सही करने का कार्य शुरू हो गया। यूपीडा के अधिकारियों ने क्रेन और जेसीबी, डंपर के सहारे गड्ढा भरने का कार्य शुरू किया जो शुक्रवार सुबह तक चलता रहा।
एक्सप्रेस-वे को सही करने में लगे अधिकारी
अभी भी अधिकारी मौके पर डटे हुए हैं और इस गड्ढे को पाट कर फिर से एक्सप्रेस-वे को सही करने में लगे हैं। एक्सप्रेस-वे धांस जाने से आवागमन भी बाधित हुआ। जिससे लंबी लाइनें लग गई। जिसके बाद अधिकारियों ने रूट डायवर्ट कर दूसरे छोर से वाहनों को निकाला।
गौरतलब है की अभी इस एक्सप्रेस-वे को शुरू हुए 1 साल भी पूरे नहीं हुए हैं। लेकिन इसके निर्माण को लेकर यूपीडा की पोल खुल गई है। हालांकि पहले ही समाजवादी पार्टी इसके निर्माण को लेकर सवाल उठाती रही है। लेकिन गुरुवार को अचानक एक्सप्रेस वे में 10 फ़ीट गड्ढा हो जाने से अब इस पर भी सवाल उठ रहे हैं। 22,000 करोड़ की लागत से बने इस एक्सप्रेस वे का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 16 नवंबर 2021 को सुल्तानपुर जिले के करवर खीरी में किया था।
लखनऊ से बलिया
यूपी विधानसभा चुनाव 2022 की घोषणा से एन वक्त पहले हुए इस उद्घाटन को लेकर सरकार ने खूब वाहवाही भी बटोरी थी। हालांकि इस एक्सप्रेस-वे के शुरू होने से लखनऊ से बलिया तक आने जाने में पूर्वांचल के लोगों को काफी आसानी हो रही है। और उनका समय भी बच रहा है।