UP Election 2022: मड़ियाहूं से टिकट कटने के बाद पूर्व विधायक श्रद्धा यादव ने की बगावत, खटखटाया बसपा का दरवाजा

UP Election 2022: मड़‍ियाहूं विधानसभा सीट से सपा का टिकट न मिलने से समाजवादी पार्टी नेता एवं पूर्व विधायक श्रद्धा यादव ने विरोधी रुख अख्‍तियार करते हुए पार्टी के खिलाफ बगावती तेवर अपना लिया है। चर्चा तो यहां तक है कि बसपा का भी दरवाजा चुनाव लड़ने के लिए खटखटा रही है।

Report :  Kapil Dev Maurya
Published By :  Deepak Kumar
Update: 2022-02-08 15:14 GMT

(कॉन्सेप्ट फोटो- न्यूजट्रैक) 

Jaunpur News: मड़‍ियाहूं विधानसभा सीट (Mariahu Assembly Seat) से सपा (SP) का टिकट न मिलने से समाजवादी पार्टी नेता एवं पूर्व विधायक श्रद्धा यादव (Former MLA Shraddha Yadav) ने विरोधी रुख अख्‍तियार करते हुए पार्टी के खिलाफ बगावती तेवर अपना लिया है। इस मामले को लेकर आज मंगलवार को जिले में खासी सरगर्मी रही। चर्चा तो यहां तक है कि बसपा (BSP) का भी दरवाजा चुनाव लड़ने के लिए खटखटा रही है।

समाजवादी पार्टी से टिकट न मिलने पर श्रद्धा यादव ने दिखाए बगावती तेवर

मड़ियाहूं विधान सभा (Mariahu Seat) से सपा की पूर्व विधायक श्रद्धा यादव (Shraddha Yadav) ने समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) से टिकट न मिलने पर बगावती तेवर अपना लिया है। मंगलवार को पूर्व विधायक के आवास पर समर्थकों की भारी भीड़ जुटी। जहां श्रद्धा यादव तुम संघर्ष करो हम तुम्हारे साथ हैं के नारे गूंजे। पूर्व विधायक श्रद्धा यादव ने कहा कि समर्थकों तथा मड़ियाहूं विधानसभा की जनता कहेगी तो वह किसी भी पार्टी या निर्दल चुनावी मैदान में उतरने को तैयार हैं।


श्रद्धा यादव का कहना है कि 2012 के चुनाव में मड़ियाहूं विधानसभा जीतकर मैंने समाजवादी पार्टी की सरकार (Samajwadi Party Government) बनाने में सहयोग किया था 2017 की चुनाव में चुनाव हारी, परंतु क्षेत्र की जनता के बीच लगातार पांच वर्षों तक उनके दुख-सुख में साथ रही। कुछ दिन पहले ही समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) में शामिल हुई मुंगराबादशाहपुर से बसपा विधायक सुषमा पटेल (BSP MLA Sushma Patel) को मड़ियाहूं विधानसभा से टिकट दिए जाने से समाजवादी पार्टी के समर्थकों में भारी आक्रोश देखने को मिला।

श्रद्धा यादव ने 1995 में प्रारंभ किया अपना राजनीतिक सफर

श्रद्धा यादव ने अपना राजनीतिक सफर 1995 में ब्लाक प्रमुख से प्रारंभ किया। 2004 में मड़ियाहूं विधानसभा (Madiyahun assembly seat) के उपचुनाव में समाजवादी पार्टी का प्रत्याशी बनाया गया और वह विजयी हुईं। 2007 में समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) ने लकी यादव को टिकट दिया तो पूर्व विधायक ने निर्दलीय ताल ठोंका, परंतु दूसरे नंबर से संतोष करना पड़ा।

2012 में श्रद्धा यादव ने बसपा (BJP) की सावित्री देवी को पराजित करके विधानसभा पहुंचीं। 2017 में भाजपा के सहयोगी अपना दल (एस) प्रत्याशी डॉ. लीना तिवारी से पराजित हुईं। सूत्र बता रहे है सपा से टिकट कटने के बाद अब पूर्व विधायक श्रद्धा यादव अब बसपा की ओर रूख कर लिया है। उनका कहना है चुनाव तो जरूर लड़ूगी,बसपा में असफल होने के बाद निर्दल भी चुनाव लड़ सकती है।

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