Jaunpur News: जन हित के मुद्दे गायब, चुनावी लॉलीपॉप के सहारे लड़ा जा रहा चुनाव

Jaunpur News: प्रत्याशी जीत का दावा करते हुए मतदाताओं के बीच अपनी योजनाओ को लेकर पहुंच रहे हैं। मगर जन हित के मुद्दों की बात नहीं हो रही है।

Report :  Kapil Dev Maurya
Update:2024-05-11 18:25 IST

Jaunpur News (Pic: Social Media)

Jaunpur News: लोकसभा चुनाव में अब प्रत्याशी अपना सबकुछ दांव पर लगाते नजर आ रहे हैं। जीत दर्ज करने के लिए साम दाम दन्ड भेद सब कुछ अपना रहे हैं। लेकिन मतदाता अभी पूरी तरह शान्त है। इस चुनाव में विकास के मुद्दे गायब हैं वहीं जाति धर्म के नाम पर वोट की दरकार रखते हुए अपने अपने जीत की इबारत लिखने का खेल चल रहा है। इतना ही नहीं सच से कोसो दूर का लॉलीपॉप भी मतदाताओ को परोसा जा रहा है जिससे वह भी भ्रमित होकर प्रत्याशी के पक्ष में मतदान कर दे।

जौनपुर के 73 लोकसभा क्षेत्र की बात करे तो नामांकन और नाम वापसी तथा सिम्बल एलाटमेन्ट के बाद अब स्थित साफ हो गई है कि जौनपुर संसदीय सीट पर सपा भाजपा बसपा सहित कुल 14 दलों के और निर्दल प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। सभी अपने जीत का दावा करते हुए मतदाताओं के बीच अपनी योजनाओ को लेकर पहुंच रहे हैं। लेकिन क्षेत्र में अब जो परिस्थिति दिखाई दे रही है उसके अनुसार सपा और भाजपा का सीधा मुकाबला होने की प्रबल संभावना है। बसपा को लोग अभी से लड़ाई से बाहर मानने लगे हैं।

बाबूसिंह कुशवाहा देंगे भाजपा को चुनौती

सपा और इण्डिया गठबंधन से सपा प्रत्याशी के रूप प्रदेश के कद्दावर नेताओ में शुमार बाबूसिंह कुशवाहा चुनाव मैदान में हैं। इनका नारा है बाबासाहब भीमराव अम्बेडकर के द्वारा लिखित संविधान को बचाने के लिए और अपने बच्चो के भविष्य को संवारने के लिए तथा जिले के विकास के लिए जौनपुर संसदीय क्षेत्र की जनता इण्डिया गठबंधन प्रत्याशी के पक्ष में साइकिल पर अपनी मुहर लगाएं। इसके अलावा बाबूसिंह कुशवाहा जौनपुर की जनता की स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव द्वारा जौनपुर को दिए गए मेडिकल कॉलेज जो आज तक अधूरा पड़ा है को तत्काल सुदृढ़ीकरण के साथ सभी सुविधाओ के साथ चालू कराने का वादा जनपद की जनता से कर रहे हैं। साथ ही सड़क, पानी, बिजली के साथ बड़े उद्योग को जौनपुर संसदीय क्षेत्र में स्थापित कराने का वादा करते हुए जौनपुर के विकास के नाम पर वोट मांग रहे है। सबसे बड़ा मुद्दा बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर के संविधान को बचाने का इनके द्वारा उठाया गया है।

भाजपा ने कृपाशंकर को बनाया है उम्मीदवार

भाजपा ने जिले के नेताओं को उपेक्षित करते हुए जौनपुर संसदीय सीट पर महाराष्ट्र की राजनीति करने वाले कृपाशंकर सिंह को चुनाव मैदान में उतारा है। सिंह ने माहौल बनाने के लिए साम दाम दण्ड भेद सब कुछ आजमाया लेकिन अभी तक इनका चुनाव माहौल बन नहीं सका है। इनको भाजपा के स्थानीय नेताओं की नाराजगी को अन्दर खाने में अभी भी जूझना पड़ रहा है। इनके द्वारा जौनपुर के मतदाताओं को लुभाने के लिए घोषणा पत्र सेवा समर्पण पत्र के नाम पर जारी किया गया है। उसमें जौनपुर में एम्स जैसा अस्पताल बनवाने की बात है।

जौनपुर में वंदे भारत के ठहराव का वादा

यहां बता दे कि 2014 में अखिलेश यादव ने जौनपुर को एक मेडिकल कॉलेज दिया उसको पूरी क्षमता के साथ बनाने और जौनपुर की जनता के स्वास्थ्य को ठीक रखने के लिए कृपाशंकर सिंह ने आज तक किसी भी स्तर पर आवाज तक नहीं उठाई और अब चुनाव के समय एम्स जैसे अस्पताल का लॉलीपॉप दिखा रहे हैं। जौनपुर के स्टेशन पर वन्दे भारत ट्रेन का ठहराव कराने का लॉलीपॉप दिखा रहे हैं जबकि केंद्र सरकार की नियमावली के अनुसार वन्दे भारत ट्रेन महानगरो में ही रूक सकेगी। इसके अलावा जनता से जुड़े खास मुद्दे की जगह योगी और मोदी के नाम के साथ सनातन धर्म के सहारे चुनावी बैतरणी पार करने की जुगत में हैं।

बसपा ने काटा श्रीकला सिंह का टिकट

जहां तक बसपा की बात की जाये तो अप्रैल माह में बसपा ने जिले के बाहुबली नेता और पूर्व सांसद धनंजय सिंह की पत्नी श्रीकला धनंजय सिंह रेड्डी को जैसे ही अपना प्रत्याशी घोषित किया बसपा सीधी टक्कर में गयी थी लेकिन राजनीतिक दबाव के कारण नामांकन के अन्तिम दिन बसपा प्रमुख मायावती ने जैसे ही श्रीकला धनंजय सिंह का टिकट काट कर अपने सांसद श्याम सिंह यादव को प्रत्याशी बनाया वैसे ही बसपा धड़ाम से निचले पायदान पर पहुंच गई। जनता के बीच श्याम सिंह के पिछले कार्यकाल की यादों को ताजा कर आलोचनात्मक रूख नजर आने लगा। अब बसपा अपने मूल दलित मतदाताओं के भरोसे रह गई है। श्याम सिंह का अखिलेश यादव को लिखा एक पत्र जिसमें बद्दुआ देने आदि की बाते हैं वायरल है और इनके समाज के लोग ही आलोचना करते नजर आ रहे हैं।

सपा और भाजपा की सीधी टक्कर

इस चुनाव में अब जातिय गणित बैठाई जा रही है भाजपा के खेमे में सुबह के समय कई दिन नजर डाली गई तो वहां पर क्षत्रिय समाज की जबरदस्त भीड़ नजर आयी। वहीं पर सपा के खेमा में देखा गया तो यादव, मौर्य, मुस्लिम, पाल, चौहान, बिन्द आदि पिछड़ी जाति की बहुतायत लोग नजर आए। बसपा के खेमा में दलित समाज के अधिक संख्या लोग मौजूद मिले थे। शेष दल और प्रत्याशी कहां और कैसे चुनाव लड़ रहे है कहीं भी नजर नहीं आ रहा है। इस तरह अभी तक जौनपुर संसदीय सीट पर सपा और भाजपा के बीच सीधी टक्कर नजर आ रही है। 

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