Mahant Narendra Giri Death: आनंद गिरी, आद्या तिवारी व संदीप नैनी सेंट्रल जेल वापस, CBI कर रही थी पूछताछ

सीबीआई ने महंत नरेंद्र गिरि की मौत मामले में तीनों आरोपियों नैनी जेल भेज दिया

Report :  Syed Raza
Published By :  Raghvendra Prasad Mishra
Update: 2021-10-04 13:49 GMT

महंत नरेंद्र गिरि की मौत मामले में तीनों आरोपियों पहुंचे नैनी जेल (फोटो-न्यूजट्रैक)

Prayagraj news: अखाड़ा परिषद (akhada parishad) के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि (Mahant Narendra Giri) मौत मामले में अभी तक सीबीआई (CBI) के हाथों में बड़ी सफलता नहीं लगी है। आज शाम 4:00 बजे सीबीआई ने तीनों आरोपियों के रिमांड की अवधि पूरी होने पर नैनी जेल भेज दिया। आपको बता दें बीते 7 दिनों से तीनों आरोपी सीबीआई की रिमांड पर थे, लेकिन सूत्रों के अनुसार यह भी बताया जा रहा है कि सीबीआई को पूछताछ में कोई सुराग हासिल नहीं हुआ है।

रिमांड के दौरान आनंद गिरि (Anand Giri) को लेकर सीबीआई (CBI) हरिद्वार भी गई थी जहां उनके मठ पर एक दिन रुक कर के पूछताछ की गई थी। आद्या तिवारी (Adya Tiwari) और संदीप तिवारी की बात करें तो उनसे भी सीबीआई ने कड़ी पूछताछ की है लेकिन सीबीआई को कितनी सफलता हासिल हुई है यह अभी कुछ सामने नहीं आया है। तीनों आरोपियों को जेल भेजने से पहले सभी का मेडिकल कराया गया जिसके बाद अब तीनों आरोपी नैनी जेल पहुंच गए हैं।

आपको बता दें कि पिछले महीने की 20 तारीख को नरेंद्र गिरी महाराज की संदिग्ध हालत में लाश मिली थी। हालांकि कमरे से सुसाइड लेटर भी बरामद हुआ था जिसमें आनंद गिरि, आद्या तिवारी और संदीप तिवारी को आरोपी बताया गया था। इसी आधार पर पुलिस ने इन तीनों को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया था। लेकिन राजनीतिक तूल बढ़ते देख सरकार ने पूरे प्रकरण की जांच सीबीआई से करवाने की सिफारिश की थी।

एक हफ्ते पहले सीबीआई ने सीजेएम कोर्ट में एक अर्जी दाखिल की थी जिसमें 10 दिन की रिमांड की बात कही थी हालांकि कोर्ट में सुनवाई होने के बाद सीबीआई को 7 दिन की रिमांड की अनुमति मिली। जिसके बाद आज यह मियाद पूरी हुई।

महंत आनंद गिरी नंदगिरी के अधिवक्ता विजय दिवेदी ने बताया कि 17 नवंबर 2019 को महंत आशीष गिरी की भी संदिग्ध हालत में मौत हुई थी, जिसमें यह बताया गया था कि उन्होंने अपने हाथ से खुद को गोली मार ली और पूरे प्रकरण को आत्महत्या बताया गया था। अब आनंद गिरि के वकील विजय द्ववेदी उस प्रकरण की फिर से जांच करवाना चाहते हैं। विजय द्विवेदी ने कहा कि है आशीष गिरी आत्महत्या नहीं कर सकते थे अब उसकी भी जांच होनी चाहिए।

गौरतलब है कि पूरा देश महंत नरेंद्र गिरि की मौत कि असल वजह जानना चाहता है की महंत नरेंद्र गिरि ने आत्महत्या की थी या फिर वो किसी साजिश का शिकार हुए है। महंत नरेंद्र गिरि मौत मामले में आनंद गिरि के अलावा त्रिवेणी बांध स्थित लेटे हनुमान मंदिर के मुख्य पुजारी आद्या तिवारी व उसके पुत्र संदीप को भी आरोपित बनाया गया है। 

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