Prayagraj News: प्रो राजेंद्र सिंह रज्जू भैया राज्य विश्वविद्यालय का चतुर्थ दीक्षांत समारोह सम्पन्न, 132 मेधावियों को किया पुरस्कृत

Prayagraj News: प्रयागराज में आज प्रो राजेंद्र सिंह रज्जू भैया राज्य विश्वविद्यालय का चतुर्थ दीक्षांत समारोह आयोजित हुआ। जिसमें बतौर कुलाधिपति राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने 132 मेधावियों को विभिन्न पदकों से अलंकृत किया।

Report :  Syed Raza
Published By :  Deepak Kumar
Update:2022-01-04 22:05 IST

मेधावियों को सम्मानित करते हुए राज्यपाल आनंदी बेन पटेल। 

Prayagraj News: प्रयागराज में आज प्रो राजेंद्र सिंह रज्जू भैया राज्य विश्वविद्यालय (Prof. Rajendra Singh Rajju Bhaiya State University) का चतुर्थ दीक्षांत समारोह (fourth convocation) आयोजित हुआ। जिसमें बतौर कुलाधिपति राज्यपाल आनंदी बेन पटेल (Governor Anandi Ben Patel) ने 132 मेधावियों को विभिन्न पदकों से अलंकृत किया। दीक्षांत समारोह में 14,503 छात्र-छात्राओं को स्नातकोत्तर और 1,17,868 छात्र-छात्राओं को स्नातक की उपाधि प्रदान की गई।

इस मौके पर राज्यपाल (Governor Anandi Ben Patel) ने उपाधि और मेडल प्राप्त करने वाले छात्र छात्राओं को बधाई दी। उन्होंने इस मौके पर छात्र-छात्राओं को यह मंत्र दिया कि कभी अपने जीवन में माता-पिता और गुरुजनों को मत भूलना। इस मौके पर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल (Governor Anandi Ben Patel) ने कहा कि यह गौरव की बात है कि 58 फीसदी लड़कियों को मेडल मिला है‌। उन्होंने इस मौके पर भारत की पहली शिक्षिका सावित्रीबाई फुले को भी नमन किया। गवर्नर आनंदीबेन पटेल (Governor Anandi Ben Patel) ने कहा कि बालिकाओं की शिक्षा की स्थिति देखकर सुखद अनुभव हो रहा है। यह दर्शाता है कि बेटियां आगे बढ़ रही हैं।


10 से 15 वर्षों में लड़कियों के लिए 50 फीसदी करना पड़ेगा आरक्षण: राज्यपाल

राज्यपाल (Governor Anandi Ben Patel) ने बेटियों की इस उपलब्धि पर उन्हें बधाई दी और कहा 10 से 15 वर्षों में लड़कियों के लिए 50 फीसदी आरक्षण करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि उच्च शिक्षा संस्थानों (higher education institutions) को कम से कम 10 साल आगे का रोडमैप लेकर चलना चाहिए। उन्होंने इस मौके पर कोविड के बढ़ते संक्रमण और ग्लोबल वार्मिंग को लेकर भी छात्राओं को जागरूक किया। गवर्नर आनंदीबेन पटेल (Governor Anandi Ben Patel) ने कहा कि नारी सशक्तिकरण के लिए भी पाठ्यक्रम बनाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि मैं आश्वस्त हूं कि आने वाले दिनों में बेटियां इसी तरह आगे बढ़ती रहेंगी। उन्होंने विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों में शिक्षा की गुणवत्ता और अनुशासन पर विशेष जोर दिया। इसके साथ ही प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर भारत के मिशन को पूरा करने के लिए उन्होंने विश्वविद्यालयों को नई शिक्षा नीति अपनाने पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय कुछ गांव को गोद लेंगे तो गांव आदर्श गांव बनेंगे।इन गांवों के सभी बच्चे स्वस्थ रहेंगे और शिक्षा से भी वंचित नहीं रहेंगे। इस मौके पर उन्होंने प्रोफेसर राजेंद्र सिंह रज्जू भैया विश्वविद्यालय द्वारा बनाई गई शिक्षा नीति की भी सराहना की।

दीक्षांत समारोह छात्र-छात्राओं के जीवन के लिए एक अविस्मरणीय पल: डिप्टी सीएम

दीक्षांत समारोह (fourth convocation Celebration) में शिरकत करने पहुंचे डिप्टी सीएम डॉ दिनेश कुमार शर्मा (Deputy CM Dr Dinesh Kumar Sharma) ने भी छात्राओं को संबोधित किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि दीक्षांत शिक्षा का अंत नहीं है, बल्कि उन्होंने जो शिक्षा विश्वविद्यालय में ग्रहण की है उसे समाज तक पहुंचाने की शुरुआत है। डिप्टी सीएम (Deputy CM Dr Dinesh Kumar Sharma) ने कहा कि दीक्षांत समारोह (fourth convocation Celebration) छात्र-छात्राओं के जीवन के लिए एक अविस्मरणीय पल होता है और तमाम कठिनाइयों से निकलकर शिक्षा ग्रहण करने के बाद एक नए जीवन की शुरुआत होती है। उन्होंने छात्राओं को छात्रों से ज्यादा मेडल मिलने पर कहा कि यह नारी शक्ति का भी संदेश है।

इस मौके पर डिप्टी सीएम (Deputy CM Dr Dinesh Kumar Sharma) ने प्रदेश सरकार (State Government) द्वारा नकल विहीन परीक्षा कराने और ऑनलाइन संबद्धता लागू करने को लेकर केंद्र सरकार (central Government) द्वारा पुरस्कृत किए जाने का भी जिक्र किया। उन्होंने विश्वविद्यालयों के साथ ही साथ महाविद्यालयों में भी शोध कार्य कराए जाने के राज्य सरकार के फैसले की जानकारी दी। डिप्टी सीएम (Deputy CM Dr Dinesh Kumar Sharma) ने कहा कि डिजिटल लाइब्रेरी और ऑनलाइन संबद्धता के लिए केंद्र सरकार ने राज्य सरकार को पुरस्कृत किया है। उन्होंने कहा कि माध्यमिक विद्यालयों में संस्कृत के शिक्षकों के रिक्त पद भी यूपी सरकार ने भरे हैं।

राज्यपाल से अनुमति लेकर समारोह की शुरूआत की

दीक्षांत समारोह में कुलपति डॉ. अखिलेश सिंह (Vice Chancellor Dr. Akhilesh Singh) ने राज्यपाल और मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के पूर्व अध्यक्ष प्रो. डीपी सिंह के साथ दीप प्रज्जवलित किया। इसके बाद कुलपति ने राज्यपाल से अनुमति लेकर समारोह की शुरूआत की। फिर छह नवनिर्मित भवनों का लोकार्पण भी किया। इन भवनों में कुलपति व अधिकारी आवास भी शामिल हैं। दीक्षांत समारोह में मेडल उपाधियां प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राएं भी बेहद खुश नजर आए।

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