Magh Mela 2022: माघ मेले में संत सम्मेलन का हुआ आयोजन, भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने की उठी मांग
Magh Mela 2022: संगम नगरी प्रयागराज में लगे माघ मेले में संत सम्मेलन का आयोजन किया गया जिसमें सैकड़ों की संख्या में संत शामिल हुए और भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने की मांग उठाई गई।
Prayagraj News: प्रयागराज (Prayagraj) संगम तट पर लगे माघ मेले (Magh Mela 2022) के महावीर मार्ग पर स्थित बह्मर्षि आश्रम में धर्म संसद की कोर कमेटी की और से आज संत सम्मेलन किया गया। धर्म संसद के संयोजक स्वामी आनंद स्वरूप (Swami Anand Swarup) के नेतृत्व में संत सम्मेलन में भारी संख्या में संतों का जमावड़ा देखने को मिला। स्वामी आनंद स्वरूप ने बताया कि संत सम्मेलन का उद्देश्य हिंदू राष्ट्र (Hindu Rashtra) के निर्माण में संतों की भूमिका तय करना है। संत सम्मेलन में तमाम महामंडलेश्वर, मंडलेश्वर, आचार्य महामंडलेश्वर और जगतगुरु शंकराचार्य (Acharya Mahamandaleshwar and Jagatguru Shankaracharya) सम्मिलित हुए।
संतों की मौजूदगी में यह पारित हुआ है कि देश की सवा सौ करोड़ जनता स्वयं घोषित करें कि भारत हिंदू राष्ट्र है और आज से वह लिखना शुरू करें तभी यह आंदोलन बड़ा होगा। अंत में सरकार संतों और आम जनता के दबाव के आगे झुकेगी क्योंकि लक्ष्य संत सम्मेलन का भारत को हिंदू राष्ट्र बनाना है और इस्लामिक जिहाद को दूर करना है। इस दौरान आज हुए संत सम्मेलन में तीन प्रस्ताव भी पारित हुए हैं ।जिसमें सबसे पहला भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित किया जाए , दूसरा धर्मांतरण कानून को और कड़ा किया जाए साथ ही साथ जो भी व्यक्ति धर्मांतरण करवाएगा उसको फांसी की सजा होनी चाहिए और तीसरा जेल में बंद दोनो धर्मगुरु को जल्द से जल्द जेल से छोड़ा जाए।
संतों ने प्रशासन पर लगाए ये आरोप
आपको बता दें दोनों धर्म गुरुओं का नाम नरसिंहानंद गिरी महाराज और वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी है। अगर दोनों धर्म गुरुओं को जल्द से जल्द जेल से मुक्त नहीं किया जाएगा तो प्रदर्शन और उग्र होगा। यही तीन प्रस्ताव आज पारित हुए हैं और इन तीन प्रस्तावों को सरकार तक हर माध्यम से सरकार तक पहुंचाया जाएगा । संत सम्मेलन में आये संतों ने प्रशासन पर भी आरोप लगाया कि पुलिस प्रशासन ने संत सम्मेलन को रोकने के लिए भी प्रयास किए गए लेकिन उसके बावजूद भी देश के कोने-कोने से आए साधु संतों ने अपनी बातें रखें।
हरिद्वार से आये कृष्ण शास्त्री महाराज ने कहा कि हरिद्वार में हुई धर्म संसद में भी भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने का संकल्प लिया गया था । जिसके बाद धर्म संसद कोर कमेटी के सदस्य महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी महाराज को प्रशासन ने गिरफ्तार किया और उनको जेल भेज दिया साथ ही साथ नरसिंहानंद गिरी के सानिध्य में वसीम रिजवी उर्फ जीतेंद्र नारायण सिंह त्यागी ने भी जब साथ में आवाज बुलंद की तो उनको भी जेल भेज दिया गया। इसी कड़ी में आज प्रयागराज में संत सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। पवन कृष्ण शास्त्री महाराज ने कहा कि संत सम्मेलन का मूल उद्देश्य है कि भारत को जल्द से जल्द हिंदू राष्ट्र घोषित किया जाए और इसी के चलते देश के हर कोने में धर्म संसद या कहें कि संत सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा ताकि लोग जागे और हिंदू राष्ट्र बनने में मदद करें।
अगला मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को ही बनना चाहिए
संत सम्मेलन के कोतवाल भैरव दास महाराज का कहना है कि संत सम्मेलन में यह भी निर्णय हुआ कि अगला मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को ही बनना चाहिए क्योंकि जिस तरीके से धर्म का प्रचार योगी आदित्यनाथ की सरकार में हुआ है उतना किसी भी सरकार में नहीं हुआ है ऐसे में संत सम्मेलन में यह भी निर्णय हुआ है की जरूरत पड़ेगी तो योगी सरकार का प्रचार वह प्रदेश के हिस्सों में जाकर के डोर टू डोर कैंपेन करके करेंगे।
प्रयागराज के माघ मेले में आज दोपहर 12:00 बजे से आयोजित संत सम्मेलन में जगद्गुरु स्वामी नरेंद्रानंद सरस्वती , भैरव दास महाराज, मुरारी बापू महाराज, पवन कृष्ण शास्त्री महाराज, समेत कई संत मौजूद रहे।
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