Prayagraj News: प्रयागराज वासियों को भा रहा है पुस्तक मेला, पुस्तकों के महाकुम्भ में दिख रहा लोगों का जमावड़ा
Prayagraj News: पाठकों से अनुरोध है कृपया मास्क पहनकर मेले में आये और कोविड नियम और मानकों का पालन करें। लेखकों और कवियों के लिए पुस्तक मेले में मंच उपलब्ध कराया गया है।
Prayagraj News: प्रयागराज दस दिवसीय पुस्तक मेले का आज तीसरा दिन रहा, पुस्तक मेले में पुस्तक प्रेमियों की भारी भीड़ देखी गई। पाठकों ने अपनी रुचि के अनुसार पुस्तकों की खरीददारी की, यह पुस्तक मेला 26 दिसम्बर 2021 तक चलेगा, भारतवर्ष से आये हुए चर्चित प्रकाशक व लेखकों का विशाल संग्रह, स्कूली बच्चों ने जमकर नावेल व अन्य पुस्तकें ली, साहित्यिक पुस्तकों के प्रेमियों ने नामी साहित्यकारों की पुस्तकें ली। पुस्तक मेले में प्रवेश और पार्किंग निःशुल्क है।
पाठकों से अनुरोध है कृपया मास्क पहनकर मेले में आये और कोविड नियम और मानकों का पालन करें। लेखकों और कवियों के लिए पुस्तक मेले में मंच उपलब्ध कराया गया है जहाँ वो अपनी पुस्तकों का विमोचन, पुस्तक पर चर्चा, मुशायरा, कवि सम्मेलन आदि कर सकते है, स्मृति चिन्ह पुस्तक मेला आयोजक के द्वारा प्रदान किया जाएगा।
प्रयागराज पुस्तक मेले में कल जश्न ए अकबर इलाहाबादी (100 वर्ष पूरे होने की याद में) मुशायरा व कवि सम्मेलन का आयोजन
भारत की आज़ादी के अमृत महोत्सव के 75वें वर्षगांठ के उपलक्ष में प्रयागराज पुस्तक मेला के सौजन्य से एंग्लो बंगाली इंटर कॉलेज प्रयागराज में कवि सम्मेलन एवं मुशायरा का आयोजन 20 दिसम्बर 2021 समय दोपहर 1 बजे आयोजित किया जाएगा। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रोo बीo पाण्डेय (पूर्व कुलपति नामोदय विश्व विद्यालय, चित्रकूट) विशिष्ट अतिथि गीतकार यश मालवीय होंगे। इस अवसर पर आपसे निवेदन है कि इस मुशायरे में आकर जश्न ए अकबर इलाहाबादी (मुशायरा व कवि सम्मेलन को यादगार बनायें।
मन पंसद किताबें मिली तो खिले चेहरे
छात्र-छात्राओं को भी पुस्तकों का महाकुंभ लुभा रहा है। छोटी-छोटी कक्षाओं में पढ़ने वाले बच्चे भी अपने अभिभावकों संग पुस्तक मेले में पहुंचकर अपनी मन पसंद की पुस्तकें व पेन-पेंसिल की खरीददारी कर रहे हैं।
पुस्तक मेले में पहुंचीं शहर के मम्मफोर्डगंज मुहल्ले की रहने वालीं छात्राएं खुशी, साक्षी और मानसवीं ने संयुक्त रूप से बताया कि वह पहले भी अपने अभिभावकों संग पुस्तक मेले में जाया करती थीं। लेकिन इस बार यहां एंग्लो बंगाली इण्टर कालेज परिसर में लगा पुस्तक मेला अन्य पुस्तक मेला से बिल्कुल अलग है।
यहां पर उन्हें वह किताबें बहुत ही आसानी से मिल गयीं जो पिछले वर्षों के पुस्तक मेले में नहीं दिखती थी। साथ ही यह भी बताया कि उनकी जरूरत की पुस्तकें शहर की दर्जनों दुकानों का चक्कर लगाने पर भी नहीं मिलती थी, दुकानदारों से मंगवाने की आग्रह पर भी नहीं मिल पाती थीं, वह आज यहां बहुत ही आसानी से और बेहद ही कम दामों पर मिल गयीं।
मनपंसद की पुस्तकें लिये स्नातक की पढ़ाई कर रही व स्नातक की पढ़ाई पर कर चुकीं इन छात्राओं के चेहरे में छायी मुस्कान ही बता रहीं थी कि वाकई किताबें हमारी सच्ची दोस्त होती हैं। जिन्हें बहुत ही आसानी से सच्चा मित्र बनाया जा सकता है।