गलत बयान छापने पर मंत्री कठेरिया करेंगे पत्रकारों और अखबारों पर केस

Update: 2016-02-29 10:40 GMT

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आगरा: एचआरडी में राज्यमंत्री रामशंकर कठेरिया ने मीडिया में चल रहे अपने उस बयान का खंडन किया है, जिसमें कहा जा रहा है कि उन्होंने ‘हत्या के बदले हत्या’की बात कही थी। अखबारों, टीवी न्यूज चैनलों और वेब पोर्टल्स में गलत बयान चलाए जाने से वो काफी नाराज हैं। कठेरिया जल्द ही इस पर एक्शन लेने की बात कही है। उनके मुताबिक, वकील को बुलाकर वो गलत बयान चलाने वाले न्यूज चैनलों और पेपरों पर मानहानि का केस करेंगे। मंगलवार को कठेरिया के बयान पर संसद के दोनों सदनों में जमकर हंगामा भी हुआ और कांग्रेस ने स्थगन का प्रस्ताव भी दिया।

हत्यारा हिंदू या मुसलमान कोई भी हो सकता है

रामशंकर कठेरिया ने newztrack.com से कहा, ''मैंने बयान दिया था कि इससे पहले कि किसी और साथी की हत्या हो, हत्यारे को फांसी हो जानी चाहिए। हत्यारा हिंदू भी हो सकता है और मुसलमान भी, ऐसे में किसी एक संप्रदाय को दोषी ठहराना उचित नहीं है और ना ही मैंने ऐसा कहा है।''

क्या है वीडियो में

-आगरा में वीएचपी नेता अरुण माहोर उर्फ बबली की हत्या के बाद कठेरिया शोकसभा में पहुंचे थे।

-यहां उन्होंने कहा-हिंदू समाज के साथ जो कुछ भी षडयंत्र हो रहा है उसको हमें जागरूक होकर समझना होगा।

-अपने आपको ताकतवर बनाना होगा, हमें संघर्ष करना होगा।

-यदि हमने संघर्ष नहीं किया तो आज एक अरुण गया है कल दूसरा जाएगा।

-दूसरा या तीसरा साथी चले जाए उससे पहले ये हत्यारे ही चले जाएं ऐसी कुछ मिसाल होनी चाहिए।

क्या कहा गया मीडिया रिपोर्ट में?

-मीडिया में यह खबर आई कि उन्होंने अरुण की हत्या के बदले हत्या करने की बात कही है। कुछ चैनल्स और वेबसाइट ने बताया कि कठेरिया ने हिंदूओं को मुस्लिम समुदाय के प्रति भड़काया।

क्या है मामला

-थाना मंटोला के तहत मीरा हुसैनी चौराहे पर गुरुवार को वीएचपी नेता अरुण माहोर की हत्या कर दी गई थी।

-अरुण अपनी फर्नीचर की दुकान खोलने के बाद मंदिर जा रहे थे।अज्ञात युवकों ने उनके सर पर गोली मार दी।

-अरुण की मौत के बाद हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने तोड़फोड़ की थी। इलाके में तनाव उत्पन्न हो गया।

वेश बदल पहुंचीं प्राची

-विश्व हिंदू परिषद की फायर ब्रांड नेता साध्वी प्राची भी रविवार को आगरा में विहिप के नेता रहे अरुण माहोर के घर पहुंचीं।

-प्राची कपड़े बदल कर प्रशासन को चकमा दे वहां पहुंची थीं। साध्वी अरुण माहौर के घर उनकी मौत पर हो रही शोकसभा में शामिल होने गई थी।

-प्राची ने कहा यूपी सरकार तुष्टीकरण में लगी हुई है।

-सरकार दादरी कांड के पीड़ितों को एक करोड़ मुआवजा और फ्लैट देती है जबकि दलित हिंदू अरुण की मौत पर 15 लाख की चॉकलेट दे रही है।

बाजपेयी को रोका

-शनिवार को बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत बाजपेयी भी अरुण के घर जाना चाहते थे। प्रशासन ने चार घंटे तक उनको नजरबंद कर दिया था।

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