Lakhimpur kheri News : गांव-गांव फैल रहा बुखार, डॉक्टरों के अभाव में गांवों में नहीं हो पा रही जांच
Lakhimpur kheri News: लखीमपुर खीरी के खमरिया में मलेरिया के मरीज मिलने से हड़कम्प मच गया है।
Lakhimpur kheri : बार-बार बदल रहे मौसम (Mausam) की वजह से ईसानगर क्षेत्र में बुखार का प्रकोप लगातार बढ़ रहा है। इस बीच क्षेत्र में एक बुखार (Fever) पीड़ित को मलेरिया (Malaria) होने की पुष्टि भी हुई है। इसके साथ - साथ इस मौसम में बढ़ते मच्छरों को देखते हुए डेंगू (Dengue) की आशंका भी बनी है। बुखार के साथ ही अन्य बीमारियों से भी पीड़ित सीएचसी से लेकर झोलाछाप डॉक्टरों के यहां पहुंचकर इलाज करवा रहे हैं। बावजूद स्थानीय स्वास्थ्य विभाग से लेकर गांव के मुखिया इसको लेकर अभी तक बेखबर हैं।
ईसानगर क्षेत्र में बारिश व गर्मी की वजह से तापमान लगातार बदल रहा है। ऐसे में बीमारियों के फैलने की आशंका ज्यादा हो जाती है। जिनमें बुखार, नजला, जुकाम, खांसी, डायरिया, एलर्जी आदि रोग फैल रहे हैं। बरसात में मच्छरों के कारण कस्बा खमरिया में स्टेट बैंक के पास राधेकृष्ण विश्वकर्मा के मकान में किराए पर रह रहे जयकरन सिंह मलेरिया से पीड़ित होकर लखनऊ में बलरामपुर अस्पताल में इलाज करवा रहे हैं।
वहीं इन्हीं के घर में रह रही किरण देवी को भी गुरुवार को जाड़ा देकर बुखार आ गया जिनका इलाज कस्बे में ही करवाया जा रहा है। बीते साल कोरोना के कारण गांवों में हुई सफाई व्यवस्था व सैनिटाइज के बाद सफाईकर्मियों के साथ - साथ गांव के नवनियुक्त मुखिया बढ़ती बीमारियों को लेकर बेखबर होकर दूसरे कामों में लगे हुए हैं। बावजूद इसके बुखार का प्रकोप लगातार बढ़ रहा है। खमरिया, अल्लीपुर, मटेरिया,समर्दा आदि गांवों में तो कई परिवार ऐसे हैं, जिनके सभी सदस्य बुखार से ग्रसित हैं।
सीएचसी खमरिया व ईसानगर के साथ - साथ कस्बों व गांवों में अपनी दुकान सजाकर इलाज कर रहे झोलाछाप डॉक्टरों के यहाँ वायरल बुखार के मरीज ज्यादा आने लगे हैं। अस्पताल में प्रतिदिन सैकड़ों मरीजों की ओपीडी हो रही है। वहीं झोलाछाप डॉक्टरों के यहां भी मरीज़ों की आमद बढ़ी है जिनमें से अधिकांश मरीज बदन दर्द, बुखार, डायरिया, चर्म रोग, नाक कान और गले के अलावा खांसी, जुकाम से पीड़ित होकर आ रहे हैं।
मलेरिया और डेंगू की हो रही जांच
क्षेत्र में फैल रहे वायरल बुखार व मलेरिया के बाद स्वास्थ्य विभाग सीएचसी खमरिया व पीएचसी ईसानगर में जांच टीम गठित कर जांच शुरू कर दी है। जिनमें वायरल से ग्रसित रोगी अधिक पहुंच रहे हैं। शासन के निर्देश पर अस्पतालों में बुखार रोगियों की टाइफाइड, मलेरिया और डेंगू की जांच की जा रही है। रोगियों की रक्त पट्टिकाएं लेकर उन्हें जांच के लिए लैब भिजवाया जा रहा है। पर डॉक्टरों के अभाव में गांवों में जांच होना असंभव दिखाई पड़ रहा है। इस बाबत सीएचसी खमरिया प्रभारी डॉ पंकज ने बताया कि बुधवार को भी रोगियों की रक्त पट्टिकाएं जांच के लिए भिजवाई गई है। वहीं डॉक्टरों की कमी के चलते गांवों में अभियान चलाने में दिक्कत हो रही है।
अचानक बढ़ी दवाओं की मांग
क्षेत्र में लगातार बढ़ रहे बुखार के चलते दवाओं की डिमांड भी बढ़ गई है। खांसी, जुकाम, बीपी, शुगर, वायरल बुखार और मलेरिया,टायफाइड की दवाओं के साथ ही एंटीबायोटिक की मांग सबसे अधिक बढ़ी है। खमरिया के मेडिकल स्टोर संचालक गुरुदत्त व जगत मौर्या ने बताया कि पिछले 15 दिनों से इन दवाओं की मांग काफी बढ़ गई है।
वायरल के लक्षण
कस्बा खमरिया में मौजूद डॉ.शैलेन्द्र मिश्रा जी से जानकारी की गई तो उन्होंने बताया कि वायरल से पीड़ित होने पर शरीर में कुछ खास तरह के लक्षण दिखते हैं। इन लक्षणों में गले में दर्द, खांसी, सिर दर्द, थकान, जोड़ों में दर्द के साथ ही उल्टी और दस्त होना, आंखों का लाल होना और माथे का बहुत तेज गर्म होना शामिल है। वायरल फीवर बच्चों और बुजुर्गो में काफी तेजी से फैलता है। इसकी रोकथाम जरूरी होती है।बदलते मौसम की वजह से लोग बीमार पड़ रहे है। पिछले कुछ दिनों से वायरल का प्रकोप बढ़ा है।