मीटिंग में भगवा अंगोछा देख भड़के सपा सुप्रीमो अखिलेश, कपड़ों को लेकर जारी हो चुका है फरमान
अखिलेश यादव ने कुछ कार्यकर्ताओं को लाल अंगोछा गले में लपेटे देखा तो कहा कि बैठकों में अब यह पहचान में ही नहीं आता कि कौन पार्टी कार्यकर्ता है। यहां तो दूसरे दलों के लोग भी बैठे हैं।
लखनऊ: सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव सोमवार को अचानक तब भड़क उठे, जब बैठक में कुछ कार्यकर्ताओं को लाल अंगोछा गले में लपेटे देखा। उन्होंने कहा कि बैठकों में अब यह पहचान में ही नहीं आता कि कौन पार्टी कार्यकर्ता है। यहां तो दूसरे दलों के लोग भी बैठे हैं। सभा में बैठे हुए कार्यकर्ता को इस पर सफाई देनी पड़ी। मौका था विक्रमादित्य मार्ग स्थित पार्टी मुख्यालय के लोहिया सभागार में कार्यकर्ताओं के साथ बैठक का।
जारी हो चुका है ड्रेस को़ड
पार्टी सूत्रों का कहना है कि इससे नेताओं के बीच यह संदेश गया है कि वह कपड़े पहनने में भी पार्टी के सिद्धांतों का पालन करें। पहले भी कपड़ों को लेकर फरमान जारी हो चुका है। अब फिर नेताओं से इस बात की ताकीद की जाएगी कि वह पार्टी के संविधान के अनुसार खादी के वस्त्र ही पहनें।
बैठक में अखिलेश ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा के लोग सपा सरकार पर बिगड़ी कानून व्यवस्था का आरोप लगाते थे। पर अब भाजपा सरकार में उनके कार्यकर्ता पुलिस को पीट रहे हैं और उनके कपड़े फाड़ रहे हैं।
शिकायती कार्यकर्ता को कराया बाहर
इसी दौरान एक कार्यकर्ता ने खड़े होकर उच्च स्वर में अखिलेश यादव से पार्टी कार्यालय के कामों में अनियमितता की शिकायत की। इस पर उन्होंने सिक्योरिटी को बुलाकर उसे बाहर भेजने को कहा। बैठक के दौरान एक बुजुर्ग ने भी अखिलेश से न मिल पाने की शिकायत दर्ज कराई। नेता उस पर चुटकी लेकर हंसते रहे।
युवा नेताओं की पसंद गेरुआ
बता दें कि यूपी विधानसभा चुनाव के बाद योगी आदित्यनाथ जैसे गेरूआ और हल्के लाल व गुलाबी कुर्ते और गमछे की मांग है। युवा नेता शर्ट और गमछा ज्यादा पसंद कर रहे हैं, तो उम्रदराज नेता कुर्ते को प्राथमिकता दे रहे हैं। भाजपा कार्यकर्ता तो अब स्वागत में भी गेरुआ रंग का गमछा भेंट कर रहे हैं।