शाहजहांपुर: किशोरी के साथ किया गैंगरेप, नैनीताल में 30 बजार में बेचा

यूपी में रेप की घटनाएं रुकने का नाम ही नहीं ले रही हैं। ताजा मामला यूपी के शाहजहांपुर का है, जहां नाबालिग को 3 महीने तक बंधक बनाकर उसके साथ गैंगरेप की घटना को अंजाम दिया गया। यहां तक कि किशोरी को 30 हजार रुपए में बेच दिया गया, जिसके बाद उसको नैनीताल में एक घर मे बंधक बनाकर गैंगरेप किया गया। दरिंदों के चंगुल से छूटने के बाद पीड़िता ने घर पहुंचकर घटना के बारे मे बताया।

Update:2017-10-06 12:28 IST

शाहजहांपुर: यूपी में रेप की घटनाएं थमने का नाम ही नहीं ले रही हैं। ताजा मामला यूपी के शाहजहांपुर का है, जहां नाबालिग को 3 महीने तक बंधक बनाकर उसके साथ गैंगरेप की घटना को अंजाम दिया गया। यहां तक कि किशोरी को 30 हजार रुपए में बेच दिया गया, जिसके बाद उसको नैनीताल में एक घर मे बंधक बनाकर गैंगरेप किया गया। पीड़िता दरिंदों के चंगुल से छूटने के बाद घर पहुंचकर परिजनों को घटना के बारे मे बताया।

खास बात यह है कि पुलिस ने इस मामले मे दो महिने बाद मुकदमा दर्ज किया। फिलहाल, पुलिस ने पीड़िता को मेडिकल के लिए भेज दिया है।

क्या था मामला?

घटना खुटार थाना क्षेत्र के एक गांव का है। यहां की रहने वाली 16 साल की किशोरी 29 जून 2017 को घर धान पैराई के लिए पास के गांव में गई थी। जानकारी के मुताबिक किशोरी धान की पैराई ठेकेदार के अंडर करती थी। पीड़िता ने बताया कि उस दिन वह जब वह पास के गांव में जा रही थी। तभी उसका ठेकेदार रास्ते मे मिल गया। उसके साथ दो और युवक भी थे। उन्होंने रास्ते मे रोककर उसको जबरदस्ती नशीली चीज खिला दी। फिर उसको गाड़ी में डालकर मोहम्मदी ले गया। जहां उसके ठेकेदार और दो युवकों ने मिलकर उसके साथ गैंगरेप किया। उसके बाद उसको 30 हजार रुपए में नैनीताल में रहने वाले दो युवकों के हाथ बेंच दिया। पीड़िता का कहना है कि उसके साथ गैंगरेप करने वाले मुस्लिम समुदाय के लोग है। मोहम्मदी में एक घर में उसको बंधक बनाकर रखा गया। जब उसका सौदा किया गया तब उसको नैनीताल ले जाया गया।

पुलिस को दी जानकारी

पीड़िता के मुताबिक, नैनीताल में भी उसको घर मे बंधक बनाकर रखा गया। वहां उसके साथ दो युवक रोज गैंगरेप करते थे। यहां तक कि उसके हाथ पर उसका नाम गुदा था। उसकी पहचान छुपाने के लिए उसके नाम को तेजाब डालकर उसकी पहचान छुपा दी गई और उसके हाथ पर आलिया नाम लिख दिया गया। बीते बुधवार की रात जब दोनों लोग सो गए तब मौका पाते ही पीड़िता वहां से भाग निकली। फिर वह घर पहुंचकर अपने परिवार से मिली और इस घटना के बारे में बताया। फिर थाने जाकर पुलिस को घटना के बारे में जानकारी दी। पुलिस ने पीड़िता को मेडिकल के लिए भेज दिया है।

पुलिस की लापरवाही

इस मामले मे पुलिस की बड़ी लापरवाही सामने आई है, क्योंकि 29 जून 2017 को किशोरी का अपहरण हुआ था। पीड़िता के पिता की मौत हो चुकी है। उसके बाबा ने उसकी दिन थाने मे तहरीर दी थी, लेकिन पुलिस ने उनको थाने से भगा दिया था। जब किशोरी का कहीं पता नही चल सका तो पीड़िता के बाबा थाने के चक्कर काटने लगे लेकिन थाने से उनको लगातार दुत्कार कर भगा दिया जाता था। उसके बाद पीड़िता के बाबा ने आला अधिकारियों की शरण ली जिसके बाद दो महीने बाद 28 अगस्त को पुलिस ने तहरीर लेकर अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। लेकिन पीड़िता को ढूंढने की कोशिश नहीं की। फिलहाल, जब पीड़िता दरिंदो के चंगुल से छूटकर आई उसके बाद पुलिस ने उसको मेडिकल के लिये भेजा।

क्या कहा एसओ ने?

एसओ बिरजाराम ने बताया कि इस मामले में अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया। एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। किशोरी को मेडिकल के लिए भेज दिया गया।

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