Lok Sabha Election 2024: चुनाव से पहले पश्चिमी यूपी में राजपूतों की महापंचायत, बीजेपी की बढ़ी टेंशन
Lok Sabha Election 2024: Lok Sabha Election 2024 : लोकसभा चुनाव 2024 के लिए होने वाले पहले चरण के मतदान से पहले राजपूतों की महापंचायत ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की मुश्किलें बढ़ा दी हैं।
Lok Sabha Election 2024 : लोकसभा चुनाव 2024 के लिए होने वाले पहले चरण के मतदान से पहले राजपूतों की महापंचायत ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। दरअसल, पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सहारनपुर के ननौता में रविवार को क्षत्रिय महाकुंभ आयोजित किया गया, जिसमें समाज के लोग बड़ी तादात में पहुंचे। इस महाकुंभ में भारतीय जनता पार्टी को हराने के लिए एकजुट होने का आह्वान किया गया।
क्षत्रिय महाकुंभ को संबोधित करते हुए किसान मजदूर संगठन के अध्यक्ष ठाकुर पूरण सिंह ने भारतीय जनता पार्टी पर समाज की अनदेखी करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी को जो हराएगा, समाज के लोग उसी का समर्थन करेंगे। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने क्षत्रिय समाज के नेताओं को टिकट नहीं दिया है, इसे लेकर भी समाज में नाराजगी है। उन्होंने कहा कि बीजेपी के खिलाफ यह नाराजगी जारी रहेगा, चुनाव में इसका खामियाजा उसे भुगतना पड़ेगा।
सरधना में 16 अप्रैल को जुटेंगे समाज के लोग
क्षत्रिय समाज की ओर से आयोजित इस महाकुंभ में पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, राजस्थान, उत्तराखंड और गुजरात सहित कई प्रांतों से भी समाज के लोग पहुंचे थे। इसके अलावा अलीगढ़ में भी क्षत्रिय समाज ने भारतीय जनता पार्टी का विरोध करने की बात कही है। इसके अलावा पश्चिमी उत्तर प्रदेश के सरधना विधानसभा क्षेत्र के क्षत्रिय समाज के लोगों ने भी 16 अप्रैल को समाज के लोगों से एकजुट होने आह्वान किया।
वहीं, सोशल मीडिया एक्स पर राजपूतस् ऑफ इंडिया नाम के एकाउंट से एक पोस्ट में लिखा गया है, पश्चिमी यूपी के ठाकुरों का फैसला। क्षत्रिय महापंचायत (ननौता, सहारनपुर ) में सर्वसम्मति से ये प्रस्ताव पारित किया गया कि कोई भी राजपूत महाजातिवादी पार्टी बीजेपी को वोट नहीं देगा, जो भी प्रत्याशी बीजेपी के खिलाफ सबसे मजबूत होगा, उसे वोट दी जाएगी।
बता दें कि लोकसभा चुनाव के लिए पहले चरण का मतदान 19 अप्रैल को होगा। पहले चरण में उत्तर प्रदेश की आठ सीटों पर वोट डाले जाएंगे। इस बीच क्षत्रिय समाज की नाराजगी सामने आने से बीजेपी को नुकसान उठाना पड़ सकता है।