Shravasti News: सीडीओ की अध्यक्षता में इंटरनेट के सुरक्षित उपयोग के प्रति लोगों को किया जागरूक, बताए गए ये तरीके
Shravasti News: जानकारी के अभाव में अधिकतर लोग साइबर फ्रॉड का शिकार हो जाते हैं । उन्होंने बताया कि क्यूआर कोड स्कैन करके हमेशा पैसे दिए जाते न कि पैसे प्राप्त किये जाते है तो ऐसे स्कैम से बचना भी बहुत जरुरी है।;
सीडीओ की अध्यक्षता में इंटरनेट के सुरक्षित उपयोग के प्रति लोगों को किया जागरूक (Photo- Social Media)
Shravasti News: उत्तर प्रदेश के जनपद श्रावस्ती में जिला प्रशासन की तरफ से बढ़ रहे साइबर ठगी के मद्देनजर सुरक्षित इंटरनेट दिवस पर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस मौके पर मुख्य विकास अधिकारी अनुभव सिंह मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। कार्यक्रम में सीडीओ ने कहा कि सुरक्षित इंटरनेट उपयोग करने के लिए आमजन को सतर्क, सजग व जागरूक होना बहुत जरूरी है। साइबर क्राइम बहुत ही गंभीर विषय है।
डीएम अजय कुमार द्विवेदी के निर्देश पर जनपद में "सेफर इंटरनेट डे" पर इंटरनेट का सुरक्षित प्रयोग विषय पर कार्यशाला का आयोजन कलेक्ट्रेट सभागार में सीडीओ अनुभव सिंह की अध्यक्षता में आयोजित किया गया।
सेफर इंटरनेट डे
इस दौरान मुख्य विकास अधिकारी ने इलेक्ट्रॉनिक एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, भारत सरकार के निर्देशों के क्रम में जानकारी देते हुए बताया कि प्रत्येक वर्ष माह फरवरी के दूसरे मंगलवार को विश्व स्तर पर "सेफर इंटरनेट डे" मनाया जाता है। उन्होंने बताया कि "Together for a Better Internet" थीम के तहत इस वर्ष भी मनाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इसका उद्देश्य सरकारी एवं अर्द्ध सरकारी कार्यालयों के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को इंटरनेट और सोशल मीडिया के सुरक्षित उपयोग के प्रति जागरूक करना और उन्हें साइबर फ्रॉड से सुरक्षित रखना है, बताया गया कि जानकारी के अभाव में अधिकतर लोग साइबर फ्रॉड का शिकार हो जाते हैं । उन्होंने बताया कि क्यूआर कोड स्कैन करके हमेशा पैसे दिए जाते न कि पैसे प्राप्त किये जाते है तो ऐसे स्कैम से बचना भी बहुत जरुरी है।
आइडेंटिटी चोरी होने से बचने के बताये गए उपाय
कार्यशाला में अपर जिलाधिकारी अमरेन्द्र कुमार वर्मा द्वारा Phishing. Vishing, Smishing तथा आइडेंटिटी चोरी के विषय में उनसे बचने के उपायों के बारे में बताया गया। उन्होंने बताया किइंटरनेट का कम उपयोग व ज्यादा सदुपयोग करना चाहिए। कहा कि सरकार की तरफ से साइबर सिक्योरिटी को लेकर अनेकों कदम उठाए गए हैं, लेकिन साइबर सिक्योरिटी के लिए सबसे पहले हमें खुद जागरूक होना पड़ेगा। हमें इंटरनेट से संबंधित अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन गंभीरता से करना होगा।
उन्होंने कहा कि अगर आपके पास कोई लुभावने मैसेज या फोन कॉल आते हैं तो आप सतर्क रहें और अपने कोई भी कागजात या ओटीपी शेयर न करें और न ही अनजाने लिंक आदि पर क्लिक न करें। उन्होंने जनपद वासियों से आह्वान किया कि वे सुरक्षित इंटरनेट से संबंधित जानकारी अपने परिवार के सदस्यों के साथ जरूर सांझा करें, ताकि वो भी धोखाधड़ी आदि से बच सके।साथ ही इंटरनेट का प्रयोग करते समय किसी भी अनजाने लिंक पर क्लिक न करें हो सकता है, वह साइबर अपराधियों से संबंधित हो।
यहां करें शिकायत
अगर कोई साइबर अपराधियों का शिकार हुआ हो तो वो 1930 तथा https://cybercrime.gov.in/ पे तुरंत शिकायत दर्ज करा सकते हैं। उन्होंने सचेत करते हुए यह भी कहा कि किसी भी व्यक्ति को अपना ओटीपी, क्रेडिट कार्ड अथवा अकाउंट नंबर शेयर न करें। सतर्कता और जागरूकता से ही साइबर अपराध पर नियंत्रण किया जा सकता है। जिला विकास अधिकारी राम समुझ ने बताया कि इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य नागरिकों के बीच जिम्मेदार इंटरनेट उपयोग को बढ़ावा देते हुए सुरक्षित ऑनलाइन प्रथाओं साइबर स्वच्छता, प्रमुख साइबर खतरों और प्रभावी शमन रणनीतियों पर विविध इंटरनेट उपयोगकर्ताओं को शिक्षित करना रहा।
इस अवसर पर जिला विकास अधिकारी रामसमुझ, वरिष्ठ कोषाधिकारी विनीत कुमार, एनआईसी के इंजीनियर नियंता पाठक, दीप नरायण सहित अन्य विभाग अधिकारी एवं विभिन्न कार्यालय के कर्मचारी मौजूद रहे।