Siddharthnagar News: जलसे-ए-दस्तार बंदी में बच्चों को दी गई डिग्री व गोल्ड मेडल

Siddharthnagar News: इस मौके पर हजरत अफरोज अहमद नूरी ने कहा कि मदरसे में भी अब शिक्षा का बेहतर माहौल बन गया है। आज मदरसे से फारिग होकर बच्चे देश और दुनिया में नाम रोशन कर रहे हैं।;

Report :  Intejar Haider
Update:2025-02-12 15:46 IST

जलसे -ए- दस्तार बंदी में बच्चों को दी गई डिग्री व गोल्ड मेडल   (photo: social media )

Siddharthnagar News: बैदौला चौराहा स्थित दारुल उलूम अहले सुन्नत गरीब नवाज व टेक्निकल इंस्टिट्यूट में शनिवार की रात सालाना जलसे-ए- दस्तारबंदी व फातिहा का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मदरसे से फारिग होने वाले 45 बच्चों को फजीलत, अलमियत, हिफ़्ज़ कीरात की डिग्री दी गई। प्रोग्राम की शुरुआत नाते पाक से आरिफ रजा ने किया।

इस मौके पर मुख्य अतिथि संबोधन में जमदा शाही के मौलाना कमाल अहमद ने कहा कि शिक्षा आज सभी की जरूरत है, शिक्षा हासिल करने के लिए हमें कहीं भी जाना पड़े तो इससे पीछे नहीं हटना चाहिए। आज दीनी व दुनियावी दोनों शिक्षा सभी के लिए जरूरी है। इस मौके पर मुफ्ती अजहर अहमद अजहरी ने कहा कि हम नबी की सुन्नत से भटक गए हैं, हमें नेकी का रास्ता अपनाना होगा। उन्होंने दीनी और दुनियावी मसलों पर आधारित लोगों के सवालों के जवाब तर्क के साथ दिया। मौजूद लोगों में से कुछ लोगों ने उनसे सीधे तौर पर सवाल किया जिसका जवाब उन्होंने उदाहरण के साथ दिया।

शिक्षा का बेहतर माहौल 

इस मौके पर हजरत अफरोज अहमद नूरी ने कहा कि मदरसे में भी अब शिक्षा का बेहतर माहौल बन गया है। आज मदरसे से फारिग होकर बच्चे देश और दुनिया में नाम रोशन कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि लड़के और लड़कियों में शिक्षा को लेकर फर्क ना करें और मां-बाप शिक्षा पर विशेष ध्यान दें। जलसे को संबोधित करते हुए हाफिज अरबाब फारूकी ने कहा कि बच्चों को हर विषय में जानकारी होनी चाहिए। मदरसे का पढ़ा हुआ बच्चा एक अच्छे समाज का निर्माण कर रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि प्रयागराज कुंभ में आए हुए श्रद्धालुओं की मदद वहां के मुसलमान ने करते हुए अपने घर, मकतब, मदरसों मस्जिदों को खोल दिया और लोगों के लिए खाने-पीने की व्यवस्था व रुकने की व्यवस्था कराई जो बहुत ही सराहनीय है। इस्लाम मोहब्बत व भाई चारगी का पैगाम देता है।

प्रोग्राम में कुल 45 बच्चों को फजीलत, अलमियत, हिफ़्ज़ व किरात की डिग्री दी गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता दारुल उलूम अहले सुन्नत गरीब नवाज के मैनेजर मौलाना मकसूद अकरम ने की। जबकि संचालन मोइन अख्तर ने किया। इस मौके पर शायरो ने अपने-अपने कलाम पेश किया। प्रोग्राम में स्वर्गीय मौलाना हफीजुल्लाह के याद में उनके नाम पर एक किताब का विमोचन भी किया गया इसके अलावा मदरसे द्वारा चिकित्सीय कैंप का भी आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मौलाना निसार, मौलाना सफीक निजामी, मौलाना आरिफ, मौलाना नसीम, मोहम्मद आरिफ रजा ,मौलाना अतिउल्लाह, मौलाना अरशद, मुफ्ती इजहार, कारी अबरार , अफजान फारूकी, डॉक्टर मोहम्मद हुसैन सिद्दीकी, हाशिम अशर्फी, सभासद मो नसीम, परवेज अहमद , डॉ लुकमान अहमद, मोहम्मद शोएब, मौलाना मजीद, हाफिज मोहसिन आदि लोग मौजूद रहे।

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