Sitapur News: SGPGI लखनऊ नर्सिंग ऑफिसर की परीक्षा में पकड़े गए 11 मुन्ना भाई, जांच जारी

Sitapur News: परीक्षार्थियों का आरोप है की पकड़े गए सभी लोगों को एक ही कमरे में बैठाकर नकल कराई जा रही थी। हंगामा की सूचना पाकर थाना पुलिस मौके पर पहुंच गई।

Report :  Sami Ahmed
Update: 2024-07-17 07:29 GMT

मौके पर उपस्थित लोग। (Pic: Newstrack)

Sitapur News: यूपी के सीतापुर में स्थित केपी सिंह मेमोरियल इंस्टीट्यूट आफ फार्मेसी में चल रही SGPGI लखनऊ नर्सिंग आफिसर की परीक्षा में 11 मुन्ना भाई पकड़े गए।यह खुलासा उस वक्त हुआ जब परीक्षा देकर बाहर निकले अन्य छात्राओं ने हंगामा शुरू कर दिया। सूचना मिलते ही मौके पर पुलिस प्रशासन परीक्षा केंद्र पर पहुंचा। एसपी ने मामले की गहनता से जांच के बाद खुलासा करने को कहा है। 

एक ही कमरे में बैठाकर नकल कराने का आरोप

परीक्षार्थियों का आरोप है की पकड़े गए सभी लोगों को एक ही कमरे में बैठाकर नकल कराई जा रही थी। हंगामा की सूचना पाकर थाना पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने 11 मुन्ना भाईयों को हिरासत में ले लिया। इतना ही नहीं पुलिस ने उन सभी के मोबाइल सहित अन्य सामान अपने कब्जे में ले लिया। वहीं इसकी सूचना मिलते ही एसपी चक्रेश मिश्रा,  सीओ लहरपुर, क्राइम ब्रांच की टीम सहित भारी पुलिस बल कालेज पहुंच गया। एसपी चक्रेश मिश्रा कालेज के प्रबंधक सहित अन्य स्टाफ के लोगों से देर रात तक मामले को लेकर पूछताछ करते रहे।

नकलचियों सहित कॉलेज स्टाफ भी हिरासत में

इस दौरान पुलिस ने कालेज के कुछ स्टाफ को भी हिरासत में लिया। क्राइम ब्रांच की टीम ने कालेज में लगे सीसीटीवी फुटेज की भी गहनता से छानबीन की उसके बाद पकड़े गए लोगों को पूछताछ के लिए जिला मुख्यालय ले आई। यह पूरा प्रकरण परीक्षा की दूसरी पाली का है। हंगामा कर रहे सभी छात्रों को पुलिस ने कालेज परिसर से भगा दिया। हालांकि इस पूरे मामले को लेकर देर रात तक ना तो एसपी चक्रेश मिश्रा ही कुछ बता पा रहे थे और नहीं कॉलेज के प्रबंधक। हालांकि एसपी चक्रेश मिश्रा का कहना है कि पूरे मामले की गहनता से जांच की जा रही है जल्द ही इस पूरे प्रकरण का खुलासा किया जाएगा। उनके द्वारा हर स्तर से इसकी जांच कराई जा रही है।

कॉलेज प्रशासन पर सवाल

वहीं परीक्षा दे रहे छात्रों ने भी इस पूरे प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच कराए जाने की मांग की है साथ ही उन्होंने कॉलेज प्रशासन पर मिली भगत का आरोप लगाया है कि बिना कॉलेज प्रशासन की जानकारी के इतने लोग अंदर परीक्षा देने कैसे पहुंच गए। छात्रों का यहां तक आरोप है कि जो लोग पकड़े गए हैं वह लोग पहले से ही सारे प्रश्नों के उत्तर लिखकर लाए हुए थे। जिससे अनुमान लगाया जा रहा है कि यह पेपर लीक से भी जुड़ा मामला हो सकता है। फिलहाल केपी सिंह मेमोरियल इंस्टिट्यूट ऑफ़ फार्मेसी में कराई गई एसजीपीजीआई लखनऊ ऑफिसर्स की परीक्षा सवालों के घेरे में है। साथ ही कॉलेज के प्रबंधक की भी भूमिका संदेह के घेरे में दिखाई दे रही है। 

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