Sitapur News: ब्रह्म मुहूर्त में डंका बजते ही शुरू होगी विश्व की प्राचीनतम 84 कोसी परिक्रमा, जानें नैमिषारण्य की इस परंपरा को
Sitapur News: परिक्रमा में किसी भी प्रकार की अव्यवस्था न हो, इसके लिए पांच जिलों से लगभग 800 से अधिक पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है।;
नैमिषारण्य में विश्व की प्राचीनतम 84 कोसी परिक्रमा को लेकर पुलिस प्रशासन की बैठक (Photo- Social Media)
Sitapur News: सीतापुर के नैमिषारण्य में विश्व की सबसे प्राचीन 84 कोसी परिक्रमा ब्रह्म मुहूर्त में डंका बजते ही शुरू हो जाएगा। इस महत्वपूर्ण धार्मिक आयोजन के लिए प्रशासन और पुलिस द्वारा सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। यह परिक्रमा 1 मार्च से प्रारंभ होगी, जिसमें लाखों श्रद्धालुओं के भाग लेने की संभावना है।
परिक्रमा के दौरान 800 से अधिक पुलिसकर्मियों की तैनाती
परिक्रमा में किसी भी प्रकार की अव्यवस्था न हो, इसके लिए पांच जिलों से लगभग 800 से अधिक पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है। भीड़ नियंत्रण और यातायात को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए यातायात डायवर्जन की योजना भी बनाई गई है।
पुलिस बल की विशेष ब्रीफिंग एसपी चक्रेश मिश्रा और एडीएम नीतीश कुमार सिंह द्वारा की गई, जिसमें सभी पुलिसकर्मियों को निर्देश दिया गया कि परिक्रमार्थियों की किसी भी शिकायत का तुरंत निस्तारण किया जाए।
किया जाएगा यातायात डायवर्जन लागू
महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों की सुरक्षा को विशेष प्राथमिकता दी गई है। यदि कोई व्यक्ति मेले में भटक जाता है, तो उसे उसके परिजनों से मिलाने की व्यवस्था की जाएगी। भीड़ नियंत्रण हेतु आवश्यकता पड़ने पर यातायात डायवर्जन लागू किया जाएगा, ताकि परिक्रमार्थियों को किसी प्रकार की परेशानी न हो।
इस 84 कोसी परिक्रमा में बड़ी संख्या में साधु-संतों और श्रद्धालुओं के भाग लेने की उम्मीद है। व्यास पीठाधीश अनिल शास्त्री भी इस वर्ष परिक्रमा में सम्मिलित होंगे। यह परिक्रमा नैमिषारण्य क्षेत्र में संपन्न होती है, जिसे हिंदू धर्म में विशेष महत्व प्राप्त है।
आवश्यक सुविधाओं की रहेगी व्यवस्था
परिक्रमा मार्ग में पड़ने वाले सभी पड़ावों को प्रशासन द्वारा ठीक कर लिया गया है। श्रद्धालुओं के लिए ठहरने, शौचालय तथा अन्य आवश्यक सुविधाओं की व्यवस्था की गई है। ग्रामीण मार्गों एवं पीडब्ल्यूडी के मार्गों की मरम्मत कर उन्हें श्रद्धालुओं के लिए सुगम बनाया गया है। सुरक्षा की दृष्टि से आवश्यक पुलिस बल की तैनाती की गई है ताकि कोई भी अप्रिय घटना न हो।
आस्था की इस यात्रा
84 कोसी परिक्रमा एक महत्वपूर्ण धार्मिक परंपरा है, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु भाग लेते हैं। प्रशासन और पुलिस द्वारा सभी व्यवस्थाएं पूरी कर ली गई हैं ताकि यह आयोजन निर्विघ्न संपन्न हो सके। श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा सुनिश्चित करने के लिए विशेष प्रबंध किए गए हैं, जिससे वे बिना किसी परेशानी के अपनी आस्था की इस यात्रा को पूर्ण कर सकें।