Dr. Dinesh Sharma: देश की संस्कृति की पहचान बनकर उभरे थे डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी: डा दिनेश शर्मा

Sitapur News: यूपी के पूर्व उपमुख्यमंत्री डा. दिनेश शर्मा ने कहा कि डा. मुखर्जी ने कश्मीर को देश के अभिन्न अंग के रूप में देखने का सपना देखा था, जिसे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में गृह मंत्री अमित शाह ने पूरा किया है।

Newstrack :  Network
Update:2024-07-06 21:25 IST

देश की संस्कृति की पहचान बनकर उभरे थे डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी: डा दिनेश शर्मा: Photo- Newstrack

Sitapur News: राज्यसभा सांसद व यूपी के पूर्व उपमुख्यमंत्री डा. दिनेश शर्मा ने कहा कि डा श्यामा प्रसाद मुखर्जी भारत की राजनीति में देश की संस्कृति की पहचान बनकर उभरे थे। वे जनसंघ के संस्थापकों में से एक थे और सबसे कम उम्र में कोलकाता नगर निगम के महापौर तथा कोलकाता विश्वविद्यालय के कुलपति बने थे। केन्द्र सरकार के तमाम मंत्रालयों में भी अहम जिम्मेदारियों का निर्वहन किया था। उनका मानना था कि भारत एक राष्ट्र है और यहां पर एक झंडा और एक ही संविधान होना चाहिए। वे काश्मीर में अलग संविधान और अलग झंडे तथा परमिट व्यवस्था के विरोधी थे। इसका विरोध करते हुए उन्होंने परमिट व्यवस्था को तोड़ा जिस पर तत्कालीन कांग्रेस की सरकार ने उन्हें जेल भेज दिया था। वे 40 दिन तक कठोरतम परिस्थितियों में जेल में रहे थे।

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पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने सपना किया पूरा- डा. दिनेश शर्मा

पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि डा मुखर्जी ने कश्मीर को देश के अभिन्न अंग के रूप में देखने का सपना देखा था जिसे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में गृह मंत्री अमित शाह ने पूरा किया है। आज काश्मीर में भारत का झंडा शान से लहरा रहा है। आज काश्मीर में लोकतंत्र नए मजबूती की ओर अग्रसर है।

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नेहरू और जिन्ना की सांठगांठ के चलते हुआ देश का बंटवारा- डा. दिनेश शर्मा

सीतापुर के नैमिषारण्य में आयोजित श्यामा प्रसाद मुखर्जी जयंती कार्यक्रम में भारी संख्या में उपस्थित कार्यकर्ताओं एवं साधु संतों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि जहां पर संत हैं वहीं पर बसंत है और जहां बसंत है वहीं पर दुख का अंत है। जहां दुख का अंत है वही राम राज्य है। संत के दर्शन से भगवान का आर्शीवाद भी मिल जाता है। आज डा मुखर्जी की जयंती है और वे एक तेजस्वी व राष्ट्रवादी परिवार से आते थे। आजादी का आन्दोलन जब चल रहा था तब गांधी जी की इच्छा थी कि देश का विभाजन नहीं होना चाहिए पर कहा जाता है कि नेहरू और जिन्ना की सांठगांठ के चलते देश का बंटवारा हो गया। एक हिस्सा पाकिस्तान मुसलमानों का हो गया तथा दूसरे हिस्से भारत पर सभी का हक बना। दूसरा हिस्सा जो सबका हो गया उसका कारण था कि इसके निवासी बहुसंख्यक हिन्दू थे।

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कांग्रेस ने की हिन्दुओं को बदनाम करने की साजिश- डा. दिनेश शर्मा

ये वहीं हिन्दू है जिसे कांग्रेस के नेता राहुल गांधी नफरती, झूठा और हिसंक बता रहे थे। उन्हें पता नहीं है कि हिन्दू होता कौन है। जिस हिन्दू को वे हिंसक बता रहे थे वो असल में इतना उदार होता है कि जब चलता है तो देखता है कि पैर के नींचे चींटी भी नहीं आ जाए, इसके लिए वह आंटा भी डालता है। हिन्दू वो है जो भोजन के पूर्व सम्पूर्ण मानव, जीव जंतु, प्रजाति के कल्याण की कामना करता है। हिन्दू वह है जो पीपल और तुलसी और बरगद को भी पूजता है।

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हिन्दू तो ऐसा है जो जहरीले नाग को भी प्रणाम करता है और उसे दूध पिलाता है। हिन्दू को बदनाम करने की कोशिश की गई है। ऐसे प्रयास देश के बंटवारे के समय भी हुए थे। बंगाल को पाकिस्तान को देने की बात उठी क्योंकि वहां पर भारी संख्या में अल्पसंख्यक रहते थे। डा मुखर्जी ने इसका विरोध किया था। उनके प्रयास के कारण ही आज पंजाब , बंगाल और काश्मीर भारत के साथ है। डा मुखर्जी ने देश के बहुसंख्यक समुदाय हिन्दू के साथ कांग्रेस सरकार के खराब व्यवहार के विरोध में कांग्रेस छोडकर जनसंघ किस संस्थापक सदस्य बने।

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डा शर्मा ने कहा कि धर्म जहां पर है देश की उन्नति भी वहीं पर है। देश को आजादी तमाम संघर्ष के बाद मिली है। चुनाव आते ही लोग विशेष तौर पर विपक्षी दल इस सर्वाग्रही हिन्दू समाज को तमाम जातियों में बांट देते हैं। उनका कहना था कि अगर देश को आगे बढाना है और संस्कृति को सम्मान दिलाना है तो फिर हिन्दू समाज को एक होना ही पडेगा। हिन्दू किसी का विरोधी नहीं बल्कि सबको साथ लेकर चलता है। ये देश के लिए ही जीता है।

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संविधान को हाथ में लेकर घूमने वाले कर रहे साजिश- डा. दिनेश शर्मा

उन्होंने कहा कि आज संविधान को हाथ में लेकर घूमने वाले लोगों की नीयत ठीक नहीं है और वे संविधान बचाने के नाम पर दलितों की तरक्की को रोकने की साजिश कर रहे हैं। कांग्रेस सरकार के समय में दलित समाज को काश्मीर में नौकरियों में आरक्षण नहीं मिला करता था पर पीएम मोदी ने इस व्यवस्था को भी बदला है।

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कांग्रेस ने डा अम्बेडकर को चुनाव में हराया था तथा नेहरू ने उनके खिलाफ चुनावी सभा की थी। बडी साजिश के तहत 78 000 मतपत्र अमान्य किए गए थे। जबकि डॉक्टर अंबेडकर मात्र 14000 वोटो से हारे थे। इस देश को वे लोग नहीं बना सकते हैं जिन्होंने बाबा साहेब के सम्मान को ठेस पहुचाई है बल्कि इस देश को वहीं बना सकते हैं जिन्होंने बाबा साहेब को सम्मान दिया और उनकी स्मृतियों को संजोया है।

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सांसद ने हाथरस की घटना को दुखद बताते हुए उन्होंने कहा कि दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई होगी। इस प्रकार के आयोजन के पूर्व सभी व्यवस्थाएं की जानी चाहिए। प्रधानमंत्री मोदी देश को और सीएम योगी प्रदेश को बना रहे हैं। इन्होंने जीवन जनता के लिए समर्पित कर दिया है। एक पल भी अवकाश का नहीं लिया है। इसका परिणाम है कि आज देश में 25 करोड लोगों की गरीबी दूर हुई है। देश के लोगों की छोटी से छोटी जरूरत की भी चिन्ता डबल इंजन की सरकार कर रही है। किसान की आमदनी को दोगुना करने उपाय हो रहे हैं। महिलाओं को नीति निर्माण में भागीदारी की नींव रख दी गई है।

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भाजपा को जनता का मिला समर्थन- डा. दिनेश शर्मा

उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि लगातार तीसरी बार हारने और तीन अंको में भी नहीं पहुंच पाने वाली कांग्रेस आज जश्र में डूबी हुई है। असल में चुनाव में भाजपा को जनता का सबसे अधिक समर्थन मिला है। और एक ही व्यक्ति श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में लगातार तीसरी बार एनडीए की सरकार बनी है।

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इस अवसर पर उपस्थित रहे

भारी संख्या में उपस्थित साधु संत वेदपाठी ब्राह्मण तथा भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं के बीच जिला अध्यक्ष राजेश शुक्ला, विधायक ज्ञान तिवारी, विधायक रामकृष्ण भार्गव, विधायक निर्मल वर्मा, विधायक शशांक त्रिवेदी, जिला पंचायत अध्यक्ष सुधा सागर, भाजपा नेता मुनिंद अवस्थी, शिवकुमार गुप्ता, विधायक मनीष रावत, रामकिंकर पांडे, मिथलेश यादव, रोहित सिंह, विश्राम, दुर्विजय सिंह यादव, रविंद्र रावत आदि भाजपा नेता उपस्थित थे।

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बाद में पूर्व उपमुख्यमंत्री सांसद राज्यसभा डॉक्टर दिनेश शर्मा ने ललिता माता मंदिर तथा हनुमान गड़ी स्थित मंदिर में विधि विधान से पूजन अर्चन किया। इस अवसर पर मंदिर के पुजारी अटल बिहारी एवं हनुमान मंदिर के पुजारी महंत बजरंगदास उपस्थित थे।

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