Sonbhadra News: प्रसव के लिए सीएचसी आई महिला को पहुंचाया निजी अस्पताल, बच्चे की मौत, मामले ने पकड़ा तूल

Sonbhadra News: गत मंगलवार की रात सीएचसी में प्रसव के लिए लाई गई महिला को, डॉक्टर न होने का झांसा देकर एक कथित आशा कार्यकर्ती के जरिए निजी अस्पताल ले जाया गया,;

Update:2025-01-30 20:14 IST

Sonbhadra News (Photo Social Media)

Sonbhadra News: एक तरफ प्रदेश सरकार संस्थागत प्रसव पर जोर दे रही है। वहीं, दूसरी तरफ कथित आशा कार्यकर्तियों के जरिए, प्रसूताओं को निजी अस्पताल पहुंचाए जाने और निजी अस्पतालों में आर्थिक शोषण के साथ ही बरती जाती कथित लापरवाही जच्चा-बच्चा के जीवन के लिए खतरनाक साबित हो रही है। ऐसा ही एक मामला बृहस्पतिवार को दुद्धी तहसील मुख्यालय पर सामने आया है। आरोप है कि गत मंगलवार की रात सीएचसी में प्रसव के लिए लाई गई महिला को, डॉक्टर न होने का झांसा देकर एक कथित आशा कार्यकर्ती के जरिए निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां आरोप है कि प्रसव के दौरान बरती गई कथित लापवाही के चलते बच्चे की मौत हो गई। मामले ने तूल पकड़ा तो प्रसूता को डिस्चार्ज कर दिया गया। जिस अस्पताल में बच्चे की मौत का दावा किया जा रहा है, छह माह पूर्व खामियों के चलते उसकी ओटी सीज किए जाने की बात सामने आई थी। ऐसे में कथित अस्पताल का नर्सिंग होम के रूप में संचालन किन हालातों में किया-कराया जा रहा था? सवाल उठने लगे हैं।

- एक ट्वीट के जरिए आया प्रकरण सुर्खियों में:

अजय यादव नामक एक शख्स ने ट्वीटर के जरिए केयर हॉस्पिटल एण्ड सर्जिकल सेंटर की फोटो पोस्ट कर डीएम और सीएमओ से शिकायत की कि 28 जनवरी की रात दुद्धी के निजी अस्पताल में प्रसव के दौरान शिशु की मृत्यु हो गई है। आरोप लगाया कि दुद्धी क्षेत्र में इस तरह के कई प्राइवेट अस्पताल संचालित किए जा रहे हैं जिससे लोगों का जीवन खतरे में पड़ रहा है। स्वास्थ्य महकमे से जु़ड़े निगरानी तंत्र की भी भूमिका पर सवाल उठाए गए। बताया जा रहा है कि जैसे ही इस बात की जानकारी कथित अस्पताल प्रबध्ंान को मिली, आनन-फानन में प्रसूता को डिस्चार्ज कर दिया गया। बताया जा रहा है कि प्रसूता बभनी थाना क्षेत्र के सांगोबांध इलाके की रहने वाली है। दावा किया जा रहा है कि मंगलवार की रात प्रसव के लिए परिवार के लोग उसे लेकर, दुद्धी सीएचसी पहुंचे थे, वहां मिली एक कथित आशा कार्यकर्ती ने डॉक्टर के मौजूद न होने की बात कहकर निजी अस्पताल पहुंचा दिया गया, जहां प्रसव के दौरान बच्चे की मौत हो गई।

अस्पताल लाने से पहले गर्भ में ही हो गई थी बच्चे की मौत: अस्पताल संचालक

संबंधित अस्पताल के कथित संचालक अशोक कुमार से फोन पर बात की गई तो उनका कहना था कि बच्चे की मौत प्रसव के समय नहीं, इससे पहले ही हो गई थी। जब प्रसूता को उनके यहां लाया गया था, उससे पहले बच्चे की गर्भ में ही मौत हो चुकी थी। अस्पताल की ओटी छह माह पूर्व सील किए जाने के किए जा रहे दावे पर कहा कि ऐसी कोई कार्रवाई उनकी जानकारी में नहीं हुई है।

नोडल को कराया गया है प्रकरण से अवगत: अधीक्षक

दुद्धी तहसील में प्राइवेट चिकित्सालयों के निगरानी में ब्लाक स्तर पर नोडल की भूमिका निभाने वाले डा. शाह आलम से फोन पर बात की गई तो उनका कहना था कि वह जिला मुख्यालय पर आशा सम्मेलन में भाग लेने के लिए आए हुए थे। फोन के जरिए कुछ लोगों ने उन्हें कथित प्रकरण से अवगत कराया है जिसकी जानकारी प्राइवेट अस्पतालों के नोडल को दे दी गई है। अस्पताल को पूर्व में सील किए जाने के हो रहे दावे पर कहा कि पूर्व में जिला नोडल की अगुवाई में, अस्पताल की ओटी सील करने की कार्रवाई की गई थी। किन हालातों में अस्पताल का संचालन किया जा रहा है, इसके बारे में जानकारी की जाएगी। इस बारे में प्राइवेट चिकित्सालयों के नोडल डा. कीर्ति आजाद बिंद से फोन पर संपर्क साधा गया तो पहले वेटिंग उत्तर मिलता रहा। इसके बाद फोन स्वीच्ड ऑफ आने लगा।

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