टीईटी उत्तरमाला विवाद: पंजीकरण की अंतिम तिथि HC ने बढाई

हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने यूपी-टीईटी परीक्षा के अगले चरण के लिए पंजीकरण की अंतिम तारीख 5 फरवरी से बढाकर 12 फरवरी करने के आदेश दिए हैं। लेकिन कोर्ट ने स्पष्ट कर दिया है कि याचिका दाखिल करने वाले अभ्यर्थियों को ही इसका लाभ मिलेगा। वहीं टीईटी

Update: 2018-02-02 16:43 GMT
टी.ई.टी. परीक्षा 2018: सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी अथारिटी 12 दिसम्बर को तलबवालो को नहीं मिली राहत

लखनऊ: हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने यूपी-टीईटी परीक्षा के अगले चरण के लिए पंजीकरण की अंतिम तारीख 5 फरवरी से बढाकर 12 फरवरी करने के आदेश दिए हैं। लेकिन कोर्ट ने स्पष्ट कर दिया है कि याचिका दाखिल करने वाले अभ्यर्थियों को ही इसका लाभ मिलेगा। वहीं टीईटी के उत्तरमाला विवाद पर महाधिवक्ता ही राज्य सरकार की ओर से पैरवी करेंगे।

यह आदेश जस्टिस आरएस चौहान की बेंच ने रिजवान व 103 अन्य समेत दर्जनों याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए पारित किया।शुक्रवार को मामले की सुनवाई के दौरान अपर मुख्य स्थाई अधिवक्ता ने कोर्ट को बताया कि मामले में अब महाधिवक्ता ही सरकार की ओर से पैरवी करेंगे और आज वह शहर से बाहर हैं लिहाजा मामले की सुनवाई आज टाल दी जाए। वहीं याचियों की ओर से कहा गया कि टीईटी के अगले चरण की परीक्षा के लिए पंजीकरण की अंतिम तारीख 5 फरवरी घोषित की जा चुकी है।इस पर कोर्ट ने सरकार को अंतिम तिथि की सीमा बढाकर 12 फरवरी करने का निर्देश दिया।

कोर्ट ने यह भी साफ कर दिया कि इस आदेश का लाभ याचिकाएं दाखिल करने वाले अभ्यर्थियों को ही मिलेगा।सुनवाई के दौरान कोर्ट ने विशेषज्ञ कमेटी की रिपोर्ट के बारे में भी सरकार से जानकारी मांगी।उक्त रिपोर्ट की आधार पर ही सरकार ने परीक्षा से सम्बंधित उत्तरमाला को सही होने का दावा किया है।कोर्ट ने कहा कि 12 जनवरी को इस सम्बंध में स्पष्ट आदेश देने के बावजूद अब तक रिपोर्ट क्यों नहीं पेश की गई।इस पर सरकार की ओर से अगली सुनवाई पर उक्त रिपोर्ट पेश करने का आश्वासन दिया गया।

कोर्ट ने मामले पर टिप्पणी करते हुए कहा कि दोनों पक्षों की बहस सुनने के बाद प्रथम दृष्टया याचियों के दावे में बल लगता है।उल्लेखनीय है कि उक्त याचिकाओं में यूपी-टीईटी 2017 के परीक्षा से सम्बंधित उत्तर माला को चुनौती दी गई है। याचिकाओं में परीक्षा में पूछे गए कई प्रश्नों का मामला उठाया गया है।

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