गोरखपुर: शासन के निर्देश पर लोक निर्माण विभाग के निर्माण खंड भवन द्वारा अंडरग्राउंड बिजली केबल बिछाने के लिए शहर में जगह-जगह गड्ढा कर केबल बिछाने का काम किया गया था। लगभग 8 माह पहले शुरू हुआ निर्माण कार्य मानसून आने के बाद बंद कर दिया गया। उस गड्ढे में नगर निगम द्वारा मिट्टी डालकर सड़क को बराबर कर दिया गया लेकिन बारिश के कारण धसी सड़के हादसों को दावत दे रही हैं।
सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं किए गए हैं, ना कहीं साइन बोर्ड लगाया गया है और ना ही कहीं फीता या रस्सी लगा कर उसे घेरा गया है। बारिश के बाद से धंसी सड़कों पर आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं लेकिन लोक निर्माण विभाग व नगर निगम द्वारा इसपर ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
मुख्यमंत्री का शहर होने के बावजूद कोई एक्शन नहीं
मुख्यमंत्री का शहर होने के बावजूद भी नगर निगम, लोक निर्माण विभाग को इसकी चिंता नहीं है। बता दें, फिराक चौराहों पर कई चार पहिया वाहनों के पहिए गड्ढे में चल गए। वहां पर करीब 5 फीट सड़क धंस गई है। इस तरह अलीनगर बक्शीपुर नखास धर्मशाला बाजार और पुराना गोरखपुर में सड़क जगह-जगह धस गई है।
धर्मशाला बाजार को छोड़ बाकी जगहों पर बिजली महकमा ने अंडर ग्राउंड केबल डालने के लिए सड़के को दी थी लेकिन पैकिंग करने के बजाय सिर्फ मिट्टी डालकर उसे भरा गया था। बारिश होते ही मिट्टी धस गई और सड़क पर गड्ढे हो गए और बारिश की वजह से हुआ जल जमाव के कारण कई जगहों पर सड़क धंस गई हैं।
कई जगहों से धसी हुई है सड़क
हाल में ही बनी हरिओम नगर से अंबेडकर चौराहे होते हुए फ़िराक़ चौराहे तक जाने वाली सड़क कई जगहों पर फंस गई हैं। हैरानी की बात है कि नगर निगम ने इसपर अब तक कोई एक्शन नहीं लिया है। बक्शीपुर से नखास जाने वाली सड़क पर कई जगह जगह होल बन गया है।
अगर तेज बारिश हुई तो एक ही जगह 5 मीटर सड़क धस जाएगी अलीनगर से बक्शीपुर जाने वाले मार्ग पर भी कुछ ऐसा ही हाल है। नगर निगम के मुख्य अभियंता सुरेश चंद का कहना है कि जलभराव में ऐसा हुआ है कुछ गड्ढे भरे गए थे लेकिन बारिश से मिट्टी फिर धस गई है। दो दिन में सड़क के गड्ढे भर दिए जाएंगे।