इफ्तार पर नहीं बुलाया तो रिश्तेदार ने कर दी 3 बच्चों की हत्या, शव को कुएं में फेंका
बुलंदशहर में दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। जिले के सलेमपुर क्षेत्र में एक ही परिवार के तीन बच्चों की हत्या कर दी गई जिसके बाद जिले में सनसनी फैल गई है। हत्या के बाद बच्चों के शव कुएं में फेंक दिए गए। पुलिस ने जब मामले की जांच शुरू की तो मृतकों के शव शनिवार सुबह बरामद किए गए।
बुलंदशहर: बुलंदशहर में दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। जिले के सलेमपुर क्षेत्र में एक ही परिवार के तीन बच्चों की हत्या कर दी गई जिसके बाद जिले में सनसनी फैल गई है। हत्या के बाद बच्चों के शव कुएं में फेंक दिए गए। पुलिस ने जब मामले की जांच शुरू की तो मृतकों के शव शनिवार सुबह बरामद किए गए। इस मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में दो पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है। बता दें कि तीनों बच्चों को गोली मारने के बाद उनके शव कुएं में फेंके गए थे।
तीन बच्चों के हत्या के मामले में एसएसपी एन कोलांचि ने तुरंत कार्रवाई की है। एसएसपी ने नगर कोतवाल ध्रुव भूषण दूबे और मुंशी अशोक कुमार शर्मा को निलंबित कर दिया है। एसएसपी ने बताया कि परिवार को शक है कि रोजा इफ्तार पर न बुलाए जाने से नाराज एक रिश्तेदार ने घटना को अंजाम दिया है। हालांकि पुलिस अभी छानबीन करने के बाद किसी निष्कर्ष पर पहुंचने की बात कर रही है।
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पुलिस अधिकारियों ने बुलंदशहर के अधिकारियों से जवाब-तलब किया है। सवाल यह है कि तीनों बच्चों की हत्या कर शव इतनी दूर सलेमपुर धतूरी में फेंक दिया जाता है और पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी रहती है। सवाल यह भी उठ रहे हैं कि अगर स्थानीय लोग शवों की सूचना नहीं देते तो क्या पुलिस उन्हें बरामद कर पाती। यह स्थानीय पुलिस के एक बड़े अमले की नाकामी बताई जा रही है।
एसएसपी एन कोलांचि भी नगर कोतवाली के रवैये से खासे खफा हैं। उन्होंने बताया कि मामले में जिसने भी लापरवाही बरती उसके खिलाफ ऐक्शन लिया जाएगा। उन्होंने दावा किया है कि जल्द ही घटना का खुलासा कर दिया जाएगा।
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एसएसपी ने मीडिया से कहा कि यूपी डायल 100 की सेवा के जरिए कोई भी सूचना तुरंत दी जा सकती है लेकिन इस घटना की सूचना ढाई घंटे बाद दी गई। उन्होंने कहा कि वह परिवार की गलती नहीं देना चाहते लेकिन पहले सूचना मिलने में देरी हुई और फिर पुलिस की ओर से लापरवाही बरती गई।