लखनऊ मेट्रो हादसा: CM ने कहा- घायलों को मिलेगी मदद, दोषियों पर एक्‍शन

Update:2016-04-17 09:49 IST

लखनऊ: सरोजनीनगर में मेट्रो की छत गिरने के बाद आलमबाग थाने के पास मेट्रो की शटरिंग गिरने के मामले का सीएम अखिलेश यादव ने संज्ञान लिया है। सीएम ने कहा कि यह मामला बेहद गंभीर है। मेरे संज्ञान में अभी आया है।

उन्‍होंने कहा कि सुरक्षा मानकों का पूरा ध्यान रखा जाएगा। हादसे में घायलों की सरकार पूरी मदद करेगी। मामले की जांच कराई जा रही है जो भी दोषी होगा उस पर कार्रवाई की जाएगी।

क्‍या है मामला

-इस हादसे में 3 लोग घायल हो गए हैं।

-लखनऊ के आलमबाद में सरदारीखेरा इलाके में मेट्रो का काम किया जा रहा था।

-अचानक एक शटरिंग गिर गई और 3 लोग इसमें दब गए।

-घायलों को लोकबंधु हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है।

-जबकि एक की हालत गंभीर हाेने के कारण उसे केजीएमयू रिफर कर दिया गया है।

LMRC ने क्या कहा

-जांच कमेटी 15 दिन में रिपोर्ट देगी उसके बाद एल एंड टी के खिलाफ एक्शन लिया जाएगा।

-इससे पहले हुए हादसे में एल एंड टी की लापरवाही सामने आई है।

-जांच रिपोर्ट सीएम और सेंट्रल गवर्नमेंट को भेजी जा चुकी है।

एक महीने पहले हुआ था हादसा

-पुलिस और आला अधिकारी घटना स्थल पर पहुंच गए हैं।

-मेट्रो की छत गिरने का यह एक महीने में दूसरा मामला है।

-इससे पहले 2 अप्रैल को मेट्रो की छत एक कार पर गिर गई थी, जिससे ड्राइवर चाेटिल हो गया था।

यह भी पढ़ें... कार पर गिरी लखनऊ मेट्रो की छत, ड्राइवर जख्मी, लोगों में मची अफरातफरी

घायलों की हालत नाजुक

-मौके पर काम कर रहे लोगों ने मलवा हटाकर मजदूरों को बाहर निकाला है।

-इसमें तीन मजदूरों के घायल होने की सूचना मिली है।

-घायलों को हॉस्पिटल पहुंचाया गया है जहां उनकी हालत नाजुक बनी हुई है।

ये हैं घायल :

घायलों में लखीमपुर खीरी के भूलनपुर गांव का सोहनलाल है जो गंभीर रूप से घायल है। उसे दो लाख रुपए की आर्थिक मदद दी जाएगी। वहीं दूसरा घायल हितेश कुमार श्रीवास्तव है जो भूसा मंडी, लखनऊ का रहने वाला है। वह पेशे से ऑटो ड्राइवर है। वहीं, तीसरा घायल जुनैर अहमद है जो मछली बाजार, अमीनाबाद का रहने वाला है। इन दोनों को मेडिकल रिपोर्ट और क्षति का जायजा लेने के बाद मुआवजा दिया जाएगा।

आलमबाग सीओ ने क्‍या कहा

-सीओ आलमबाग विमल किशोर श्रीवास्तव ने बताया कि बचाव कार्य पूरा हो गया है।

-मलवा हटाया जा रहा हैं, मजदूरों को बाहर निकाल लिया गया है।

-फिलहाल, यह दुर्घटना कैसे हुई इस बात की कोई जानकारी नहीं आई है।

LMRC एल एंड टी पर कराएगा एफआईआर

-रविवार सुबह हुए लखनऊ मेट्रो के कंस्ट्रक्शन दौरान हुए हादसे के मामले में एलएमआरसी अब एल एंड टी के खिलाफ एफआईआर कराएगी।

-इस बात की जानकारी लखनऊ मेट्रो के डायरेक्टर वर्ल्ड एंड इंफ्रास्ट्रक्चर दलजीत सिंह ने दी।

-इस मामले की जांच के लिए एलएमआरसी ने डायरेक्टर लेवल की जांच कमेटी बना दी है।

तीन डायरेक्टर करेंगे जांच

दलजीत सिंह ने बताया कि हादसे की जानकारी मिलते ही एलएमआरसी अधिकारियों की टीम घटनास्थल पर पहुंच गई और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू करा दिया गया जो रविवार शाम तक चलेगा। उन्होंने बताया कि इस मामले की जांच के लिए डायरेक्टर लेवल की जांच कमेटी बना दी गई है, जिसमे वे खुद, डायरेक्टर फाइनेंस और डायरेक्टर रोलिंग स्टॉक शामिल हैं। इसमें जनरल कंसलटेंट की ओर से एक सेफ्टी एक्सपर्ट भी शामिल है। यह जांच कमेटी 15 दिनों के अन्दर अपनी रिपोर्ट देगी और साथ ही आगे बरती वाली जाने वाली सावधानियों के बारे में भी सिविल वर्क कांट्रेक्टर एल एंड टी को आगाह करेगी।

जांच के बाद ही पता चल सकेगा कारण

-दलजीत सिंह ने बताया कि शटरिंग गिरने का कारण लापरवाही है।

-ये लापरवाही कहां और कैसे हुई, इसका पता जांच के बाद ही पता चल पाएगा।

-उन्होंने बताया कि आमतौर पर ऐसे हादसे नहीं होने चाहिए

-क्योंकि एलएमआरसी कई स्टेशंस के कंस्ट्रक्शन वर्क सफलतापूर्वक पूरा कर चुका है।

कंक्रीट की ढलाई के समय ही होता है ओवरटाइम

प्रेशर में काम करने और वर्कर्स की लम्बी शिफ्ट होने के कारण हादसा होने की बात से साफ इनकार करते हुए दलजीत सिंह ने कहा कि मेट्रो कंस्ट्रक्शन का काम 24 घंटे हो रहा है और इसमें तीन शिफ्ट चलती हैं। इन तीनों शिफ्ट वर्कर आठ-आठ घंटे काम करते हैं। केवल कंक्रीट की ढलाई के वक़्त यह शिफ्ट कभी-कभी 12 घंटे की होती है। वह भी इसलिए कि कंक्रीट की ढलाई का काम बीच में रोककर शिफ्ट नहीं चेंज की जा सकती। ओवरटाइम करने वाले वर्कर्स को इसके लिए एक्स्ट्रा पैसे भी दिए जाते हैं।

कोई पॉलिटिकल प्रेशर नहीं है

दलजीत सिंह ने मेट्रो प्रोजेक्ट को समय से पूरा किये जाने के सवाल पर इसे सिरे से खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि एलएमआरसी के ऊपर किसी तरह का दबाव नहीं है। सारा काम पहले से तय शिड्यूल पर चल रहा है। उनके मुताबिक़ मेट्रो के काम में न तो यूपी सरकार की तरफ से कोई दखलंदाजी है और न ही ब्यूरोक्रेसी की तरफ से।

मलबा गिरने के मामले में सामने आई एलएंडटी की लापरवाही

बीते 2 अप्रैल को मेट्रो के आई गॉर्डर से कंकरीट का मलबा नीचे गिर गया था। मलबे के गिरने से नीचे खड़ी एक कार क्षतिग्रस्त हो गई थी। इस मामले में दलजीत सिंह का कहना है कि इसकी जांच रिपोर्ट आ गई है। इस रिपोर्ट को यूपी सीएम के ऑफिस और सेंट्रल गवर्नमेंट को भेज दिया गया है। उन्होंने बताया कि डेकशीट का नट-बोल्ट ढीला रह जाने के चलते मलबा नीचे सडक पर खड़ी कार पर आ गिरा था। इस मामले में भी एलएंडटी को कारन बताओ नोटिस दिया चुका है और उसका जवाब मिलते ही कम्पनी के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी।

 

स्लाइड्स में देखें फोटोज-

[su_slider source="media: 27754,27756,27755,27753,27752" data-width="620" data-height="440" title="no" pages="no" mousewheel="no" autoplay="0" speed="0"] [/su_slider]

Tags:    

Similar News