स्वास्थ्य सेवाओें के क्षेत्र में स्वदेशी को प्राथमिकता दी जाए: प्रो. उदय प्रताप सिंह
स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में स्वदेशी को ही प्राथमिकता प्रदान की जानी चाहिये। यह विचार आज हिन्दी ऐकेडमी, प्रयागराज के अध्यक्ष प्रो.उदय प्रताप सिंह ने व्यक्त किये।
झाँसी: स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में स्वदेशी को ही प्राथमिकता प्रदान की जानी चाहिये। यह विचार आज हिन्दी ऐकेडमी, प्रयागराज के अध्यक्ष प्रो.उदय प्रताप सिंह ने व्यक्त किये। प्रो. सिंह आज विश्वविद्यालय के गांधी सभागार में विश्वविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना, दीन दयाल शोध पीठ एवं कला वृति फाईन आर्ट समिट के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित तम्बाकू निषेध जागरूकता कार्यक्रम के अवसर पर राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवकों को सम्बोधित कर रहे थे।
युवाओं से तम्बाकू से दूर रहने की अपील
उन्होंने कहा कि पं दीन दयाल उपाध्याय का भी यही मानना था कि प्रत्येक देश की अपनी जलवायु तथा अन्य भौगोलिक परिस्थितियां भिन्न-भिन्न होती है अतः आवश्यक नही कि जो दवा विदेश में प्रभावी हो वही भारत के अन्दर भी उतनी प्रभावी तरीके से कार्य कर सके। प्रो. सिंह ने कहा कि युवाओं से तम्बाकू से दूर रहने की अपील करते हुए कहा कि धुम्रपान या नशे का सेवन करने से व्यक्ति गले, फेफडे तथा मुंह के कैंसर का शिकार हो जाते हैं। इसके साथ ही व्यक्ति विभिन्न प्रकार की बीमरियों से घिर जाता हैं।
युवा वर्ग में नशे का चलन बढ़ता ही जा रहा
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के प्रवेश समन्वयक तथा आई.टी.एच.एम. के निदेशक प्रो.प्रतीक अग्रवाल ने इस बात पर चिवन्ता व्यक्त की की युवा वर्ग में नशे का चलन बढ़ता ही जा रहा है। उन्होनं इसे रोकने हेतु प्रयास किये जाने पर बल दिया। वही विश्वविद्यालय के सम्पत्ति अधिकारी डा.डी.के.भट्ट ने कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवक जनमानस को तम्बाकू सेवन न करने के लिए जागरूक करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते है।
60 लाख लोग तम्बाकू के कारण मर जाते हैं
आज के कार्यक्रम का शुभारम्भ करते हुए बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय सेवा योजना के समन्वयक डा.मुन्ना तिवारी ने अतिथियों को स्वागत करते हुए कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की। डा.तिवारी ने कहा कि पूरी दुनिया में प्रति वर्ष लगभग 60 लाख लोग तम्बाकू के प्रयोग के कारण मर जाते हैं। तम्बाकू एक धीमा जहर है जो सेवन करने वाले व्यक्ति को धीरे धीरे करके मौत के मुँह मे धकेलता रहता है।
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तम्बाकू निषेध जागरूकता रैली को हरी झण्डी
इस अवसर पर मुख्य अतिथि प्रो.सिंह द्वारा उपस्थित स्वयंसेवकों को तम्बाकू का उपयोग न करने के लिए शपथ भी दिलाई गई। कार्यक्रम का संचालन शाश्वत सिंह ने किया जबकि आमंत्रित अतिथियों का आभार कार्यक्रम अधिकारी डा.उमेश कुमार ने व्यक्त किया। इससे पूर्व बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.जे.वी.वैशम्पायन ने राष्ट्रीय सेवा योजना द्वारा आयोजित एक तम्बाकू निषेध जागरूकता रैली को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। इस जागरूकता रैली में गुरू हरकिशन महाविद्यालय, आर पी रिछारिया महाविद्यालय, स्वामी विवेकानंद महाविद्यालय, राम मनोहर लोहिया महिला महाविद्यालय, दूधनाथ महाविद्यालय, सकरार, ओमकांता डिग्री कॉलेज, आर्य कन्या महिला महाविद्यालय, राजकीय महिला महाविद्यालय, चंदन सिंह बदन सिंह महाविद्यालय, टीकाराम यादव महाविद्यालय, मोठ, बिपिन बिहारी महाविद्यालय एवं अन्य महाविद्यालयों तथा विश्वविद्यालय परिसर के स्वयंसेवकों ने सहभागिता की।
रिपोर्ट- बी के कुश्वाहा
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