Umesh Pal Murder Case: माफिया अतीक को बीवी-बच्चों और मासूका से मिलवाने का इंतजाम करता था नफीस बिरयानी, जानें और बड़े खुलासे

Umesh Pal Murder Case: नफीस बिरयानी ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि शाइस्ता परवीन और उसके बच्चों को साबरमती जेल में बंद अतीक अहमद से मिलवाने का सारा इंतजाम वह खुद करता था।

Written By :  Krishna Chaudhary
Update:2023-11-24 15:31 IST

Umesh Pal Murder Case (Photo:Social Media)

Umesh Pal Murder Case. माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या हुए करीब सात माह बीत चुके हैं लेकिन अभी भी उसका कुनबा पूरी तरह से निष्क्रिय नहीं हुआ है। प्रयागराज पुलिस एक-एक के पीछे लगी हुई है। पुलिस ने माफिया के गुर्गों को दबोचने के लिए ऑपरेशन जिराफ और ऑपरेशन ऑक्टोपस चला रखा है। इसी के तहत पिछले दिनों पुलिस को नफीस बिरयानी के रूप में बड़ी सफलता हाथ लगी।

50 हजार का इनामी नफीस उमेश पाल हत्याकांड के बाद से फरार चल रहा था। पाल की हत्या में शामिल शूटरों को नफीस ने ही गाड़ी मुहैया कराई थी। पुलिस की हिरासत में रहते हुए उसने कई बड़े खुलासे किए हैं। माफिया अतीक अहमद के फाइनेंसर के रूप में जाने जाने वाला नफीस के उसके साथ व्यक्तिगत और व्यापारिक संबंध भी थे।

बीवी-बच्चों और मासूका को अतीक से मिलवाता था

नफीस बिरयानी ने पूछताछ के दौरान पुलिस को बताया कि वह शाइस्ता परवीन और उसके बच्चों को साबरमती जेल में बंद अतीक अहमद से मिलवाया करता था। इस दौरान विमान से आने-जाने और वहां रूकने का सारा खर्च वह उठाता था। इतना ही नहीं अतीक की प्रेमिका को भी साबरमती जेल तक ले जाने और फिर लाने का खर्च वह वहन करता था। दरअसल, माफिया अतीक अहमद को अप्रैल 2019 में सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर यूपी सरकार ने यहां से बाहर गुजरात के अहमदाबाद स्थित साबरमती सेंट्रल जेल में भिजवा दिया था।


अतीक के साथ करता था बिजनेस

नफीस बिरयानी खुद भी अक्सर अतीक अहमद से मिलने साबरमती जेल जाया करता था। उसने बताया कि वह अतीक के कहने पर रियल एस्टेट में पैसा लगाता था। उसने कई बेनामी संपत्ति के बारे में भी पुलिस को जानकारी दी है। इसके अलावा प्रयागराज में मशहूर उसकी ईट ऑन बिरयानी शॉप भी उसने अतीक के मदद से ही खोली थी। इस दुकान में माफिया अतीक 40 प्रतिशत का हिस्सेदार था। उसने बताया कि जब शाइस्ता परवीन एआईएमआईएम में थी तो उसकी चुनावी रैलियों में बिरयानी सप्लाई वहीं करता था। इसके अलावा उसने अतीक के परिवार के लिए मीडिया मैनेजमेंट पर भी लाखों रूपये खर्च किए हैं।


मुठभेड़ के बाद दबोचा गया था बिरयानी

उमेश पाल हत्याकांड में शूटरों ने जिस सफेद कलर की क्रेटा कार का इस्तेमाल किया था, जांच में वह नफीस बिरयानी की निकली। इसके बाद प्रयागराज के धूमनगंज थाने में उसके खिलाफ भी एफआईआर दर्ज की गई। 39 वर्षीय बिरयानी हत्याकांड के बाद फरार हो गया था। पुलिस ने उस पर 50 हजार रूपये का इनाम घोषित कर दिया। 22 नवंबर की देर शाम नवाबगंज थाना क्षेत्र के आनापुर इलाके में उसकी पुलिस से मुठभेड़ हो गई। इस दौरान पैर में गोली लगने से वह जख्मी हो गया। फिलहाल अस्पताल में उसका इलाज जारी है।

बता दें कि 24 फरवरी 2023 प्रयागराज के धूमनगंज इलाके में वकील उमेश पाल और उनके दो सरकारी गनरों की गोली और बम मारकर हत्या कर दी गई थी। इस हमले को अतीक के तीसरे बेटे असद अहमद ने लीड किया था, जो कि अप्रैल में झांसी में एसटीएफ के साथ मुठभेड़ में मारा गया।

Tags:    

Similar News