UP By Election: बन गई बात! अखिलेश यादव को मनाने में कामयाब हुए राहुल गांधी, कांग्रेस के खाते में एक और सीट
UP By Election: उत्तर प्रदेश उपचुनाव में कांग्रेस के हिस्से गाजियाबाद और खैर सीट के अलावा फूलपुर सीट भी आ सकती है। कहा जा रहा है कि देर रात राहुल और अखिलेश में इस मामले पर बात हुई।
UP By Election: उत्तर प्रदेश में 10 सीटों पर होने वाले उपचुनाव में इंडिया गठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर तस्वीर अब तक साफ नहीं हो सकी है। सपा और कांग्रेस के बीच सीट को लकेर तनातनी जारी है। इस बीच खबर सामने आ रही है कि बीती देर रात राहुल गांधी और अखिलेश यादव में इस मुद्दे पर बात हुई। मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक पांच सीटों की मांग कर रही कांग्रेस अब तीन सीटों पर चुनाव लड़ने को राजी हो गई है। माना जा रहा है कि खैर और गाजियाबाद सीट के बाद अब समाजवादी पार्टी फूलपुर सीट भी कांग्रेस को देने को तैयार हो गई है। हालांकि, कांग्रेस पार्टी चुनाव लड़ेगी या नहीं यह फैसला राहुल गांधी ही लेंगे। इसी के चलते यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय और प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडेय दिल्ली पहुंच गए हैं।
काम आई कांग्रेस की 'प्रेशर पॉलिटिक्स'
यूपी उपचुनाव में कांग्रेस की तरफ से पांच सीटों की मांग की गई थी। पिछले कुछ दिनों से पांच सीटों पर तनातनी जारी थी। कांग्रेस पार्टी पांच से कम सीटों पर मानने को तैयार नहीं थी। इस बीच कहा जा रहा है कि बीती रात अखिलेश यादव और राहुल गांधी के बीच सीट बंटवारे को लेकर चर्चा हुई। कांग्रेस पार्टी अखिलेश यादव को मनाने में कामयाब रही। सपा ने कांग्रेस को खैर और गाजियाबाद सीट दी थी। मगर कांग्रेस पार्टी दोनों ही सीट पर जीत को लेकर आश्वस्त नहीं है। इसलिए अन्य सीटों की मांग की जा रही है। कांग्रेस पार्टी ने अखिलेश यादव पर सीटों के बंटवारे का दबाव बनाया। अब कहीं न कहीं कांग्रेस की 'प्रेशर पॉलिटिक्स' काम आती नजर आ रही है। हालांकि कांग्रेस उत्तर प्रदेश का उपचुनाव लड़ेगी या नहीं यह अभी तक तय नहीं हो सका है।
फूलपुर सीट प्रत्याशी घोषित कर चुकी है सपा
खबर यह भी चली की कांग्रेस पार्टी चुनाव नहीं लड़ना चाहती। इसके पीछे यह कारण बताया गया कि कांग्रेस अपने हिस्से आई दोनों सीटों पर हार कर अपने कार्यकर्ताओं का मनोबल नहीं तोड़ना चाहती। कांग्रेस की पांच सीटों की मांग में मंझवा और फूलपुर सीट भी थी। उपचुनाव न लड़ने की ख़बरों के बीच सपा ने कांग्रेस को फूलपुर सीट देने का ऑफर दे दिया है। हालांक इस सीट से सपा ने मुस्तफा सिद्दीकी के रूप में अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया है। अगर यह यह सीट कांग्रेस के हिस्से जाती है तो सपा अपना प्रत्याशी वापस ले सकती है। हालांकि इससे गठबंधन को नुकसान हो सकता है। इस स्थिति पर मंथन करने के लिए यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय और प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडेय दिल्ली पहुंच गए हैं।