Bantoge to Katoge: बन गया योगी ब्रांड, संघ और संत समाज का मिला समर्थन
Bantoge to Katoge: इस मामले में योगी और संघ प्रमुख की मुलाकात को भी इस दिशा में सकारात्मक नजरिये से देखा जा रहा है जबकि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बयान 'बटेंगे तो कटेंगे' का समर्थन कर चुका है।
Bantoge to Katoge: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 'बटेंगे तो कटेंगे' बयान देकर एक तरह से विपक्ष को अपने पाले में खींच लिया है और दूसरी तरफ राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के मन की बात कह दी है। इस बयान के समर्थन में आरएसएस और संत एक ही पाले में आते दिख रहे हैं। इस तरह से योगी आदित्यनाथ ने उपचुनाव और दो राज्यों में हो रहे विधानसभा चुनाव के लिए नैरेटिव सेट कर दिया विपक्ष जितना ज्यादा इस मुद्दे को उठाकर तूल देगा उतना ही ज्यादा वोटों की गोलबंदी होगी जिसका लाभ भाजपा को मिलना तय है।
इस मामले में योगी और संघ प्रमुख की मुलाकात को भी इस दिशा में सकारात्मक नजरिये से देखा जा रहा है जबकि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बयान 'बटेंगे तो कटेंगे' का समर्थन कर चुका है। संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले कह चुके हैं कि अगर हिंदू समाज एकजुट नहीं रहेगा तो आज की भाषा में कहें तो बंटेगा तो कटेगा। उन्होंने कहा हैकि अगर हम समाज में अगड़े-पिछड़े, जाति और भाषा में भेदभाव करेंगे तो नष्ट हो जायेंगे, इसलिए एकता जरूरी है। हिंदू समाज की एकता जनकल्याण के लिए है और इससे सभी को सुख मिलेगा। ताकतें हिंदुओं को तोड़ने का काम कर रही हैं और उन्हें चेतावनी देना जरूरी है।
दूसरी ओर संत समाज में विशिष्ट स्थान रखने वाले जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने भी योगी आदित्यनाथ के बंटोगे तो कटोगे के बयान का समर्थन कर दिया है जो कि बहुत महत्वपूर्ण माना जा रहा है। वह कहते हैं, ठीक तो कहा है योगी ने। हम ही लोगों की बात तो कही है। वह यहीं नहीं रुके वह आगे कहते हैं कि जितनी अपेक्षाएं विकसित देश के लिए होती हैं वह योगी से पूर्ण होंगी। उन्होंने कहा कि 2027 में योगी आदित्यनाथ फिर मुख्यमंत्री होंगे। उन्होंने कहा कि योगी का बयान बिल्कुल सही है हिन्दुओं को एक हो जाना चाहिए। इससे एक बात साफ है कि जिस तरह से बुलडोजर योगी ब्रांड बन गया उसी तरह से अब यह नारा योगी का ब्रांड बनकर चल रहा है।