UP Congress: यूपी कांग्रेस अध्यक्ष ने प्रांतीय अध्यक्षों को आवंटित किए जिले, जानें किसे मिली कहां की जिम्मेदारी?
ये सभी छह प्रांतीय अध्यक्ष अपने-अपने जिलों में पार्टी को मजबूत करने के लिए नए सिरे से काम करेंगे। वो जिलों में आगामी नगर निकाय चुनाव को लेकर भी रूपरेखा तैयार करेंगे।
UP Congress News : कांग्रेस पार्टी को नया प्रदेश अध्यक्ष मिलने के बाद अब संगठन को मजबूत करने का काम शुरू हो गया है। सूत्रों के मुताबिक, जल्द ही नई कार्यकारिणी की घोषणा हो सकती है। उससे पहले प्रदेश अध्यक्ष बृजलाल खाबरी (UPCC President Brijlal Khabri) पार्टी महासचिव और यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi Vadra) की संस्तुति पर शनिवार (29 अक्टूबर 2022) को सभी छह प्रांतीय अध्यक्षों को जिले आवंटित कर दिए हैं।
ये सभी छह प्रांतीय अध्यक्ष अपने-अपने जिलों में पार्टी को मजबूत करने के लिए नए सिरे से काम करेंगे। वो जिलों में आगामी नगर निकाय चुनाव (UP Nagar Nikay chunav 2022) को लेकर भी रूपरेखा तैयार करेंगे। सभी प्रदेश अध्यक्ष को रिपोर्ट करेंगे।
प्रांतीय अध्यक्षों का कार्य क्षेत्र
1- विरेन्द्र चौधरी- सिद्धार्थनगर, महराजगंज, गोरखपुर, बस्ती, कुशीनगर, आजमगढ़, मऊ, देवरिया, बलिया, संतकबीरनगर, फैजाबाद, तथा अम्बेड़करनगर का कार्यभार सौंपा गया।
2- अजय राय- वाराणसी, गाजीपुर, चन्दौली, जौनपुर, भदोही, मिर्जापुर, सोनभद्र, कौशाम्बी, इलाहाबाद, प्रतापगढ़, अमेठी, सुल्तानपुर का कार्यभार सौंपा गया।
3- नसीमुद्दीन सिद्दीकी- सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, शामली, बागपत, बुलन्दशहर, गाजियाबाद, मेरठ, गौतमबुद्धनगर, बिजनौर, हापुड़, अमरोहा, मुरादाबाद, रामपुर, सम्भल।
4- योगेश दीक्षित- मथुरा, आगरा, फिरोजाबाद, एटा, मैनपुरी, कासगंज, अलीगढ़, हाथरस, बदायूं, बरेली, शाहजहांपुर, पीलीभीत, तथा जनपद फर्रूखाबाद का कार्यभार सौपा गया।
5- नकुल दुबे- लखनऊ, उन्नाव, बहराइच, बाराबंकी, बलरामपुर, श्रावस्ती, गोंडा, सीतापुर, लखीमपुर खीरी, हरदोई, रायबरेली।
6- अनिल यादव- कानपुर, कानपुर देहात, कन्नौज, औरैया, जालौन, महोबा, झांसी, ललितपुर, बांदा, चित्रकूट, फतेहपुर, हमीरपुर, इटावा की जिम्मेदारी प्रदान की गयी।
गौरतलब है कि पिछले दिनों हुए कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव में मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) ने जीत हासिल की थी। सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) ने खड़गे को अब पूरी कमान सौंप दी है।खड़गे के कंधों पर बड़ा दारोमदार है। कुछ राज्यों को छोड़ दें, तो बाकी जगहों पर कांग्रेस को नए सिरे से खड़ा करना होगा। तभी वह 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को कड़ी टक्कर दे सकते हैं।