UP Lawyers Strike: वकीलों की हड़ताल समाप्त, सरकार और यूपी बार एसोसिएशन के बीच समझौता, पांच सूत्री मांगों पर बनी सहमति

UP Lawyers Strike End : हापुड़ में वकीलों पर लाठीचार्ज के विरोध में प्रदेश भर में चल रही वकीलों की हड़ताल समाप्त हो गई है। सरकार और यूपी बार एसोसिएशन के बीच बातचीत के बाद हड़ताल समाप्त हुई है। सरकार ने पांच सूत्री मांगों पर सहमति दी।

Written By :  aman
Update:2023-09-15 07:15 IST

प्रतीकात्मक चित्र (Social Media)

UP Lawyers Strike Ends : उत्तर प्रदेश के हापुड़ में वकीलों पर लाठीचार्ज के विरोध में प्रदेश में चल रही वकीलों की हड़ताल समाप्त हो गई है। उत्तर प्रदेश बार एसोसिएशन (Bar Council of Uttar Pradesh) और सरकार के अधिकारियों के बीच गुरुवार (15 सितंबर) देर शाम हुई बातचीत में सरकार ने पांच सूत्री मांगों पर सहमति दी। प्रदेश सरकार के आश्वासन के बाद एसोसिएशन ने हड़ताल समाप्ति की घोषणा की। यूपी बार काउंसिल के सह अध्यक्ष प्रशांत सिंह अटल (Prashant Singh Atal) ने मीडिया को बताया कि, सरकार ने हापुड़ के ASP को हटाने, CEO और पुलिस निरीक्षक को निलंबित करने का आश्वासन दिया है।

उत्तर प्रदेश बार काउंसिल के अध्यक्ष श्रीकिशोर गौड़ (Shri Kishore Gaur) के नेतृत्व में काउंसिल का प्रतिनिधि मंडल मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्र (CS Durgashankar Mishra) से मुलाकात के लिए लोक भवन पहुंचा। काउंसिल के पदाधिकारियों और सरकार के अधिकारियों के बीच करीब 1 घंटे बातचीत चली।

सरकार ने इन बिंदुओं पर दिया आश्वासन

इस संबंध में बार काउंसिल के सह अध्यक्ष प्रशांत सिंह अटल ने जानकारी दी कि, सरकार ने हापुड़ के ASP को हटाने, सीईओ और पुलिस निरीक्षक (Police Inspector) को सस्पेंड करने, एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट (Advocate Protection Act) लागू करने के लिए कमेटी गठित करने का आश्वासन दिया है। साथ ही, राज्य सरकार ने हापुड़ मामले में वकीलों पर प्रदेश भर में दर्ज मुकदमे वापस लेने तथा SIT रिपोर्ट आने के बाद दोषी अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई का भी आश्वासन दिया है। सरकार के इन आश्वासन के बाद बार काउंसिल ने हड़ताल समाप्त करने की घोषणा की।

DGP सहित आला अफसर वार्ता में रहे शामिल

इस वार्ता में सरकार की ओर से पुलिस महानिदेशक विजय कुमार (DGP Vijay Kumar), डीजी स्पेशल कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार (Prashant Kumar), प्रमुख सचिव संजय प्रसाद (Principal Secretary Sanjay Prasad) और प्रमुख सचिव विधायी जेपी सिंह मौजूद थे। वहीं, काउंसिल के उपाध्यक्ष अनुराग पांडेय सहित काउंसिल के अन्य सदस्य भी मौजूद थे। ज्ञात हो कि, 28 अगस्त को हापुड़ में पुलिस ने वकीलों पर लाठीचार्ज किया था। उसके बाद 29 अगस्त से प्रदेश भर में वकीलों ने कार्य का बहिष्कार कर रखा था। इससे न्यायिक कार्य प्रभावित हो रहा था।

प्रदर्शन से रोका तो पुलिस से भिड़े वकील

हापुड़ में वकीलों पर लाठीचार्ज को लेकर राजधानी लखनऊ अधिवक्ताओं ने एक बार फिर गुरुवार को प्रदर्शन किया। स्वास्थ्य भवन चौराहे से लेकर हजरतगंज चौराहे (Hazratganj Chauraha) के बीच करीब 2 किलोमीटर तक वकीलों ने पुलिस और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। हजरतगंज चौराहे से आगे बढ़ने से पुलिस के रोकने पर वकील उग्र हो गए। इस दौरान दोनों पक्षों में तीखी नोकझोंक हुई। नौबत धक्का-मुक्की तक आ गई। कई पुलिस वाले गिर गए। किसी तरह वकीलों को हजरतगंज चौराहे से वापस भेजा गया।

उग्र वकीलों ने मीडिया कर्मियों से की अभद्रता 

लौटते वक्त उग्र वकीलों का निशाना मीडियाकर्मी बने। मीडिया वालों से अभद्रता और मारपीट की। वकीलों के प्रदर्शन को लेकर डालीगंज से लेकर हजरतगंज, हनुमान सेतु से हजरतगंज और उसके आसपास के इलाके में ट्रैफिक को अचानक डायवर्ट करना पड़ा था। कई रूटों पर घंटों जाम लगा रहा। जिससे आम लोगों को खासी दिक्कतें हुई।

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