दिल्ली-मुंबई की तर्ज पर प्रदेश के पहले 'पिंक टॉयलेट' का निर्माण कानपुर में शुरू
कानपुर: महिलाएं जब भी घर से बाहर कदम रखती हैं उनके सामने सबसे बड़ी समस्या शौचालय ना मिलने की होती है। अगर कहीं शौचालय मिल भी जाए तो वहां या तो पुरुषों की संख्या ज़्यादा होती है या वो हद से ज्यादा गंदे होते हैं। अब प्रदेश सरकार ने भी केंद्र की तर्ज पर राज्य में 'पिंक टायलेट' का निर्माण करवा रही है। यह प्रदेश का पहला पिंक टॉयलेट होगा।
कानपुर नगर निगम ने 'पिंक टायलेट' का निर्माण शुरू करवा दिया है। शहर के केंद्र में स्थित नवीन मार्केट के पास इन टॉयलेट्स का निर्माण कराया जा रहा है। इसमें दस सीट्स होंगी। यह टॉयलेट सिर्फ़ महिलाओं के लिए होंगे। इसकी खासियत है कि यह पूरी तरह एसी होंगे। यहां काम करने वाली कर्मचारी भी महिलाएं ही होंगी। चूंकि गुलाबी रंग को महिलाओं का रंग माना जाता है इसलिए इसका नाम 'पिंक टॉयलेट रखा गया है। अधिकारियों के अनुसार संभवतः यह प्रदेश का पहला 'पिंक टॉयलेट' होगा।
ये कहा नगर आयुक्त ने
इस मौके पर नगर आयुक्त ने बताया, कि 'पिछले दिनों हमने शहर का सर्वे किया था। सर्वे में यह मांग उठी थी कि महिलाओं और लड़कियों के लिए कुछ ऐसे टॉयलेट्स बनाए जाएं जो सिर्फ उन्हीं के इस्तेमाल में आए। इसी बात को ध्यान में रखते हुए हमने फ़िलहाल चार जगह चिन्हित किए हैं।' उन्होंने बताया, यह टॉयलेट् पूरी तरह से वातानुकूलित होगा। इसके आस-पास एक पार्क भी बनाने का विचार है। इसमें जो भी कर्मचारी कार्यरत होंगी वह महिलाएं होंगी।
दिल्ली-मुंबई से लिया कॉन्सेप्ट
उन्होंने बताया, कि अब तक शहर में जो भी टॉयलेट बने हैं वो पुरुषों और महिलाओं दोनों के लिए हैं। हमने इस तरह का कांसेप्ट दिल्ली, मुंबई में देखने को मिला। उसी को हम प्रदेश में आकार दे रहे हैं। पिंक टॉयलेट प्रदेश का अपने तरह का पहला टॉयलेट होगा।