VIDEO: यूपी पुलिस की वर्दी पर दाग, कैसे लगेगा अपराधों पर अंकुश ?

महाशय बाराबंकी पुलिस लाइन्स से निकले थे अति संवेदनशील मानी जाने वाली न्यायालय सुरक्षा की ड्यूटी के लिए। लेकिन ड्यूटी, वर्दी और सरकारी रायफल को ठेंगा दिखा कर पहुंच गए मदिरालय और चढ़ा ली दारू। अब एक बार नशे में टल्ली हो गए, तो कैसी ड्यूटी, कैसी वर्दी और कैसा कानून। रायफल रखी सड़क के किनारे और लोट गए कीचड़ में।

Update: 2016-08-11 07:25 GMT

बाराबंकी: प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव अपराध की रोकथाम के दावे करते रहते हैं। बल्कि इसे बढ़ा चढ़ा कर पेश करने में मीडिया और विरोधियों को जिम्मेदार ठहराते हैं। प्रदेश पुलिस के मुखिया जावीद अहमद भी अपराधों की आपराधिक घटनाओं पर अंकुश की बात करते रहे हैं। लेकिन अपराध रोकने के लिए जरूरी है कि पहले यूपी पुलिस की वर्दी पर लगे धब्बे साफ़ किए जाएं।

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नशे में टल्ली जवान

-ये जनाब ड्यूटी पर तैनात हैं। शरीर पर कानून की दी हुई वर्दी भी है। अपराधों को रोकने का अंतिम हथियार रायफल भी है।

-महाशय बाराबंकी पुलिस लाइन्स से निकले थे अति संवेदनशील मानी जाने वाली न्यायालय सुरक्षा की ड्यूटी के लिए।

-लेकिन ड्यूटी, वर्दी और सरकारी रायफल को ठेंगा दिखा कर पहुंच गए मदिरालय और चढ़ा ली दारू।

-अब एक बार नशे में टल्ली हो गए, तो कैसी ड्यूटी, कैसी वर्दी और कैसा कानून। रायफल रखी सड़क के किनारे और लोट गए कीचड़ में।

तमाशा बनी पुलिस

-अनुशासनहीनता का यह शर्मनाक मामला बाराबंकी नगर कोतवाली के मालगोदाम रोड का है।

-नशेड़ी कॉन्स्टेबिल राम विलास वर्मा पर कुछ ऐसा नशा चढ़ा कि न कदम काबू में रहे, न जबान। नशे में सड़क पर घंटों हंगामा किया।

-आसपास जमा हुई लोगों की भीड़ तमाशा देखती रही और यूपी पुलिस तमाशा बनती रही।

-सवाल यह है, कि अगर यूपी पुलिस की वर्दी पर इसी तरह मदहोशी और कीचड़ के दाग लगे रहे, तो अपराधों पर अंकुश की बात कितनी कारगर होगी।

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