Varanasi News: योगी के 'मॉडल गोरखपुर' से कोरोना की तीसरी लहर को मात देगा बनारस !
कोरोना की तीसरी लहर के मद्देनजर वाराणसी में तैयारियां तेज कर दी गई हैं। जिला प्रशासन ने इस बार सीएम योगी के 'मॉडल गोरखपुर' की राह चलकर कोरोना को मात देने की तैयारी की है।
Varanasi News: कोरोना की तीसरी लहर के मद्देनजर वाराणसी में तैयारियां तेज कर दी गई हैं। जिला प्रशासन ने इस बार सीएम योगी के 'मॉडल गोरखपुर' की राह चलकर कोरोना को मात देने की तैयारी की है। गोरखपुर और आसपास के क्षेत्रों के तर्ज पर अब बनारस में भी पीकू सेंटर बनाये जायेंगे ताकि बच्चों को कोरोना से बचाया जा सके। इसके तहत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों को अब पीकू सेंटर में तब्दील किया जायेगा। आईसीयू सुविधा से लैस इन सेंटरों में 24 घंटे डॉक्टर मुस्तैद रहेंगे। यही नहीं आशा बहुओं को भी तैनात किया जाएगा। जिला प्रशासन ने सामुदायिक स्वास्थय केंद्रों में ऑक्सीजन युक्त बेड, जनरेटर, फर्नीचर आदि को दुरुस्त करने का निर्देश दिया है। यही नहीं सभी केंद्रों पर ब्लड जाँच की सुविधा भी जल्द उपलब्ध करा दी जाएगी। जिलाधिकारी कौशलराज शर्मा ने सभी सीएचसी प्रभारी से डायग्नोसिटीक एक्सपर्ट, लैब टेक्निशियन और बायो केमिस्ट का प्रपोजल तैयार करने का निर्देश दिया है।
बीएचयू के डॉक्टरों को दी जाएगी ट्रेनिंग
बीएचयू में डॉक्टरों और पैरामेडिकल को ख़ास प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसके तहत बीएचयू, पैरामेडिकल स्टाफ और तकनीशियन कर्मचारियों को प्रशिक्षण देकर सशक्त करेगा। प्रशिक्षण के लिए विश्वविद्यालय में मॉडल ट्रेनिंग कोर्स तैयार कर रहा है। जिला प्रशासन और बीएचयू ने कोर्स को तैयार करने की जिम्मेदारी चिकित्सा विज्ञान संकाय को दी है। जिला प्रशासन इस ट्रेनिंग कोर्स को पूरे प्रदेश में लागू करने की पहल करेगा। दरअसल जिला प्रशासन कोरोना से जंग में इंफ्रास्ट्रक्चर मजबूत करने के साथ ही मानव संसाधन के लिए मेडिकल कौशल विकास संसाधनों से जुड़े छात्रों और प्रशिक्षकों को दक्ष बनाने पर जोर दे रहा है। इस क्रम में मेडिकल कर्मचारी, नर्स, एंबुलेंस चालक, लैब टेक्नीशियन, वेंटीलेटर -एचएफएनसी सहित अन्य मशीनों को चलाने के लिए तकनीशियन को दो तीन माह के कोर्स में प्रशिक्षित करने की तैयारी है।
रैण्डम सैम्पलिंग की हुई शुरुआत
कोरोना की संभावित तीसरी लहर में बच्चों पर अधिक खतरे के मद्देनजर सरकार से लेकर देश के वैज्ञानिक तैयारियों में जुट गए है। बीएचयू के सर सुन्दलाल अस्पताल में एक ओर जहां बच्चा कोरोना वार्ड तैयार किया जा रहा है वहीं संस्थान एमआरयू लैब में शहर और गांव के रहने वाले 18 साल से कम उम्र वालों की रैण्डम सैम्पलिंग लेकर जांच की जाएगी। यह पहली बार है ज़ब एज ग्रुप के आधार पर सैम्पल लेकर कोरोना की जांच की जाएगी। आईएमएस के निदेशक प्रोफेसर बीआर मित्तल कहते हैं कि शताब्दी सुपर स्पेशयलिटी काम्प्लेक्स में सौ बेड का बच्चा कोरोना वार्ड तैयार है। इसमें पचास फ़ीसदी पीडियाट्रिक आइसीयू रहेगा।
नगर निगम की ख़ास पहल
कोरोना की तीसरी लहर में बच्चों पर खतरे की आशंका को देखते हुए महिलाओं को जागरूक करने की मुहिम शुरू की जाएगी।महापौर मृदला जायसवाल के नेतृत्व में महिला पार्षद छोटे-छोटे समूह बनाकर अभियान को चलाया जाएगीं। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में अभियान चलाने का निर्देश दिया है। इसके अलावा जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने कैम्प कार्यालय पर कोविड-19 की तीसरी लहर की सम्भावना पर आक्सीजन प्लान्ट, आक्सीजन आपूर्ति व सिलेण्डर्स की उपलब्धता आदि के सम्बन्ध में समीक्षा बैठक की।
बैठक के दौरान दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल, ईएसआईसी, एसएसपीजी कबीरचैरा, लालबहादुर शास्त्री अस्पताल, रामनगर तथा बीएचयू इमरजेन्सी तथा पिडीयाट्रिक, महामना कैंसर अस्पताल सहित समस्त सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर आक्सीजन उपलब्धता सुनिश्चित कराने की व्यवस्था हेतु आक्सीजन पाइप लाईन, प्लेटफार्म, शेड और इलेक्ट्रीक कार्य की अलग-अलग जानकारी ली। दीनदयाल अस्पताल में कार्यरत एक आक्सीजन प्लांट 613 एलपीएम का लगाया जा चुका है।