Violence in UP: शुक्रवार को हुई हिंसा पर सरकार सख्त, प्रयागराज और कानपुर में पत्थरबाजों के ठिकानों पर चला बुलडोजर
Violence in UP: इस्लाम धर्म के संस्थापक पैगंबर मोहम्मद के कथित अपमान पर भड़की इस हिंसा के साजिशकर्ताओं को योगी सरकार बख्शने के मूड में नहीं है।
Violence in UP: शुक्रवार 10 जून को जुमे की नमाज के बाद उत्तर प्रदेश के कई जिलों में विरोध-प्रदर्शन हुए। कुछ जिलों में इन प्रदर्शनों ने हिंसक रूप अख्तियार कर लिया था। प्रयागराज भी इन्हीं जिलों में शुमार है, जहां उपद्रवियों ने नमाज के बाद जमकर बवाल काटा। इस्लाम धर्म के संस्थापक पैगंबर मोहम्मद के कथित अपमान पर भड़की इस हिंसा के साजिशकर्ताओं को योगी सरकार बख्शने के मूड में नहीं है। शनिवार को प्रयागराज प्रशासन का बुलडोजर उन ठिकानों पर पहुंच गया है, जहां से शुक्रवार को जमकर पत्थरबाजी हुई थी।
जानकारी के मुताबिक, यूपी पुलिस दो बुलडोजर लेकर उपद्रव वाले इलाकों में पहुंच गई है। उपद्रवियों की पहचान कर अवैध निर्माणों को ढ़हाने की तैयारी की जा रही है। लोगों से मकान के दस्तावेज मांगे जा रहे हैं। लोगों से दस्तावेज मांग उपद्रवियों को चिन्हित करने की कोशिश की जा रही है। गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी ने कहा कि प्रयागराज में जहां अधिक पत्थरबाजी हुई है, वहां पर पत्थरबाजों की पहचान कर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। प्रयागराज में पत्थरबाजी कर रहे 68 लोगों को अब तक अरेस्ट किया जा चुका है।
कानपुर में भी चला सीएम योगी का बुलडोजर
पैगंबर मोहम्मद के कथित अपमान पर सबसे पहले हिंसा कानपुर में ही बीते शुक्रवार तीन जून को भड़की थी। शनिवार को शासन ने इस मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए मुख्य आरोपी के करीबी के घर पर बुलडोजर चलाया है। मकान के अवैध हिस्से को ध्वस्त कर दिया गया है। जिस शख्स के घर पर एक्शन हुआ है उसका नाम इश्तियाक बताया जा रहा है। वह कानपुर हिंसा का मास्टरमाइंड जफर हयात हाशमी का करीबी है। इश्तियाक को जफर हयात का फाइनेंसर बताया जा रहा है।
उपद्रवियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश
कानपुर के बेनी झावर इलाके में स्थित उसके मकान पर कार्रवाई हुई है। उसके मकान को पहले ही अवैध घोषित किया गया था। प्रशासन का कहना है कि इस मकान के लिए नक्शा पास नहीं करवाया गया है। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में कानपुर हिंसा से जुड़े और आरोपियों के घर पर बुलडोजर चल सकते हैं।
बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रशासन को हिंसा में शामिल उपद्रवियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।