महोबा :करबई इलाके के पीडारी गांव में एक मां अपने बच्चों की भूख सहन नहीं कर सकी और उसने रविवार को खुद को आग के हवाले कर जान दे दी। बचाने में महिला का पति भी बुरी तरह जल गया। उसे इलाज के लिए झांसी मेडिकल कालेज हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है।
क्या है मामला ?
-पीडारी गांव में सुखलाल प्रजापति पत्नी और तीन बच्चों के साथ रहते हैं।
-वे मनरेगा में काम के अलावा दिहाड़ी मजदूरी भी करते हैं।
-सुखलाल की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी।
-घर में पिछले दो दिनों से चूल्हा नहीं जला था।
-इसे लेकर पत्नी चन्द्रकली खासी परेशांन थी।
- इसी से आहत चंद्रकली ने खुद पर मिटटी का तेल डालकर आग लगा दी।
पत्नी को बचाने में पति भी झुलसा
- बच्चों की चीख सुन सुखलाल आया तो देखा पत्नी आग का गोला बनी हुई थी।
-बचाने के प्रयास में वो भी आग की लपटों में घिर गया।
- सुखलाल ने उसे बचाने का प्रयास किया और उसे भी आग की लपटों ने पकड़ लिया।
- सुखलाल 80 प्रतिशत जल गया है और उसके बचने की संभावना कम है।