कानपुर: फिल्म सुलतान में सलमान खान की पहलवानी ने देश के पहलवानो में कितना जोश भरा यह तो आने वाला वक्त बताएगा, लेकिन इस फिल्म में अनुष्का शर्मा ने आरफा के रूप में पहलवानी के जो जलवे दिखाए उसने तो देश की महिला पहलवानों में डंका बजा दिया है। ऐसा ही एक नजारा कानपुर के जागेश्वर अखाड़ा मेले दिखा, जहां हजारो लोगों के सामने झांसी की रेनू पहलवान ने अखाड़े में इलाहबाद के पहलवान महेंद्र को कुश्ती लड़ने का चैलेंज दिया। 250 साल पुराने इस अखाड़े के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ था। रेनू ने कुश्ती के दौरान ऐसे दांव-पेंच दिखाए कि आखिरी राउंड में पुरुष पहलवान को चित कर दिया। इसके बाद रेनू ने बताया कि सुलतान फिल्म उसकी इस जीत की असली प्रेरणा थी।
रेनू और महेंद्र की कुश्ती के तीन राउंड हुए और सुलतान की आरफा की तरह आखिरी राउंड में रेनू ने महेंद्र को गहरा दांव मार कर चित कर दिया। अपनी जीत के बाद रेनू ने यह खुले दिल से माना की उसने यह चैलेंज सुलतान फिल्म में आरफा के किरदार को देखने के बाद दिया था।
छतों पर बैठकर लोगों ने देखी यह कुश्ती
घरों की छत पर बैठकर लोगों ने रेनू और महेंद्र के बीच हुई इस अनोखी और रोमांचक कुश्ती का लुत्फ उठाया। कई बड़े पहलवान इस मैच के रेफरी बने। जागेश्वर अखाड़ा के कुश्ती आयोजक महेश मिश्रा ने बताया,''इस अखाड़े का इतिहास 250 साल पुराना है, लेकिन आजतक किसी महिला पहलवान की यहां पुरुष पहलवान से कुश्ती नहीं कराई गई है। इस बार हजारों दर्शकों ने सुलतान फिल्म की तरह इस तरह की कुश्ती कराने की फरमाइश की थी तो हम लोगों ने इसकी मंजूरी दे दी और अब हम हर साल ऐसी लड़कियों की कुश्तियां कराएंगे।''