Baghpat News: ऊफान पर यमुना, कई गांवों में खेत डूबे, कांवड़ यात्रा के बीच हालात संभालना प्रशासन के लिए चुनौती

Baghpat News: यमुना में हथनीकुंड बैराज से लगातार छोड़े जा रहे पानी के बाद बागपत में यमुना किनारे स्थित गांवों में स्थिति बिगड़नी शुरू हो गई है। यमुना के पानी का स्तर कहां तक पहुंचा, बचाव के क्या बन्दोबस्त किए हैं

Update:2023-07-12 17:16 IST

Baghpat News: यमुना में हथनीकुंड बैराज से लगातार छोड़े जा रहे पानी के बाद बागपत में यमुना किनारे स्थित गांवों में स्थिति बिगड़नी शुरू हो गई है। यमुना के पानी का स्तर कहां तक पहुंचा, बचाव के क्या बन्दोबस्त किए हैं, कितना नुकसान हुआ है, आदि बिंदुओं का जायजा लेने जिलाधिकारी बागपत ने टांडा गांव में पहुंचकर निरीक्षण किया है। उधर, नदी के तटवर्ती कई गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है। किसानों की खेत और मकान पानी में डूब गए हैं।

आबादी में लोग सुरक्षित, बाढ़ चौकियों से हो रही निगरानी

जिलाधिकारी बागपत जितेंद्र प्रताप सिंह व पुलिस अधीक्षक अर्पित विजयवर्गीय ने छपरौली के टांडा गांव में यमुना नदी के स्तर का निरीक्षण किया। जिलाधिकारी ने ग्रामवासियों व ग्राम प्रधान से बात कर जानकारी ली। उन्होंने सभी से अपील की है कि सभी जागरूक और अलर्ट रहें। नदी के आसपास बच्चे ना आएं। पानी का जलस्तर खेत के क्षेत्र तक पहुंचा है। जिससे खेती के कुछ क्षेत्र पर प्रभाव पड़ा है। सभी आबादी के लोग सुरक्षित हैं। सभी बाढ़ चौकियों के माध्यम से नियंत्रण निगरानी रखी जा रही। जिलाधिकारी ने संबंधित विभागीय अधिकारियों को आवश्यक निर्देश भी दिए है कि निरंतर निगरानी रखी जाए।

बाढ़ की स्थिति में ये नंबर साबित होंगे मददगार

जिलाधिकारी ने बड़ौत में सिंचाई विभाग के कार्यालय में स्थित जनपद स्तरीय बाढ़ नियंत्रण कंट्रोल रूम का निरीक्षण किया। बताया गया कि बाढ़ नियंत्रण कंट्रोल रूम नंबर 9412752348, अधिशासी अभियंता सिंचाई उत्कर्ष भारद्वाज के मोबाइल नंबर 8005467557 पर बाढ़ संबंधित बढ़ते जलस्तर को देखते हुए सूचना दे सकते हैं। जिलाधिकारी को बाढ़ नियंत्रण कंट्रोल रूम की स्थिति संतोषजनक नहीं मिलने पर उन्होंने नाराजगी व्यक्त की। जिला अधिकारी को मौके पर कंट्रोल रूम का रास्ता बहुत ज्यादा गंदा मिला। कंट्रोल रूम के तार बाबू अनुपस्थित मिले। कंट्रोल रूम के अंदर कोई भी ड्यूटी रोस्टर नहीं मिला। कंट्रोल रूम पर कोई स्थाई नंबर नहीं मिला। पर्सनल नंबर से कार्य किया जा रहा था। जिस पर नाराजगी व्यक्त करते हुए जिलाधिकारी ने अधिशासी अभियंता सिंचाई स्पष्टीकरण तलब किया।

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