पुस्तक मेलाः 80 लाख की किताबें ले गये राजधानी के लोग

Update:2018-10-07 21:22 IST

लखनऊः सोलहवां राष्ट्रीय पुस्तक मेला रविवार को पुरस्कार वितरण के साथ सम्पन्न हो गया। पूर्व महापौर दाऊजी गुप्ता, महापौर संयुक्ता भाटिया व पूर्व मंत्री अशोक बाजपेयी जैसे अतिथियों में मुख्य सांस्कृतिक मंच पर शतायु साहित्यकार पूर्व मंत्री स्वरूपकुमारी बख्शी को अंगवस्त्र, पौधा व स्मृतिचिह्न इत्यादि देकर साहित्य आराधना सम्मान से अलंकृत किया गया। आज यहां प्रमुख स्टालधारकों व सहयोगियों को सम्मानित को भी सम्मानित किया गया।

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दि फेडरेशन आॅफ पब्लिशर्स एण्ड बुकसेलर्स एसोसिएशन्स इन इण्डिया, नई दिल्ली के सहयोग से हो रहे के.टी.फाउण्डेशन, फोर्सवन व ज्वाइन हैण्ड्स फाउण्डेशन द्वारा संयोजित मेले का आज अंतिम दिन था। शाम को यहां उमड़ी भीड़ किसी दशहरा मेले जैसा दृश्य उपस्थित कर रही थी। कुछ ऐसा ही हाल महात्मा गांधी की थीम पर आधारित मेले का उनकी जंयती पर भी रहा। मेले में मोटे तौर पर कुल अस्सी लाख रुपये की किताबों की बिक्री आंकी गई।

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पुस्तक मेले के पीके तिवारी व विनीता जौहरी के संचालन में चले समापन समारोह में पूर्व महापौर दाऊजी गुप्त ने किताबों के महत्व पर चर्चा की वर्तमान महापौर संयुक्ता भाटिया ने ऐसे आयोजनों की जरूरत बताते हुए नगर को साफ सुथरा रखने और सही मायनों में स्वच्छता आंदोलन चलाकर लखनऊ को पहले स्थान पर लाने पर बल दिया।

मेला आयोजकों और पुस्तकप्रेमियों को सम्मानित वयोवृद्ध रचनाकार स्वरूपकुमारी बख्शी ने आशीर्वाद दिया। संरक्षक मुरलीधर आहूजा, बृजेन्द्र सिंह, स्टीव, ज्योति किरन रतन आदि की उपस्थित में संयोजक मनोज सिंह चंदेल ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए अगले वर्ष सर्वश्रेष्ठ डिस्पले वाले तीन स्टालों के लिए पुरस्कार योजना प्रारम्भ किये जाने की घोषणा की। इस अवसर पर मेले के सहयोगियों व प्रमुख स्टाल धारकों को स्मृतिचिह्न देकर सम्मानित किया गया।

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जादूगर राकेश ने अपने करतबों से लोगों का मनोरंजन किया। समापन अवसर पर यहां मीडिया फोटोग्राफर्स क्लब की एसएम पारी के संयोजन में लगी 35 छायाकारों की प्रदर्शनी में अतिथियों ने अनिल रिसाल सिंह, थ्रीश कपूर जैसे वरिष्ठ छायाकारों को सम्मानित किया गया। संयोजिका आस्था ढल ने बताया आयोजन में उम्मीद से बहुत ज्यादा 50 से भी अधिक सांस्कृतिक व अन्य संस्थाओं के विविध कार्यक्रम हुए।

आज गांधी बाल एवं युवा मंच पर ज्वाइन हैण्ड्स फाउण्डेशन के सौजन्य व ज्योतिकिरन रतन के संयोजन में पिछले 10 दिन चली प्रतियोगिताओं में प्रथम स्थान पाने वाले ब्रह्मनीत, यशस्वी, वरदान, अदिति, अनन्त, ऐश्वर्या, पर्णिका, प्रसिद्ध राघव, वागीशा, चिन्मय, गोविन्द, अंकित, अनुवेषा, आंशी, अंकिता, अन्वेषा, अवंतिका, स्वरा, अदावन, मासूम, निर्मल्य, मोनिका आदि अनेक बच्चों को प्रमाणमत्र व पुस्कार में पुस्तकें दी गईं।

मुख्य मंच पर आज सुबह शास्त्रीय नृत्य प्रतियोगिता हुई तो शाम को भी नृत्यांजलि कला एकेडमी के कलाकारों ने अर्चना पाण्डेय व साथियों ने भरतनाट्यम की मोहक प्रस्तुति दी। इसी क्रम में स्नेह वेल्फेयर फाउण्डेशन का काव्य समारोह चला। पुस्तकों के विमोचन का क्रम आज भी जारी रहा।

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