Mosquito Coil Dangerous: सावधान! मच्छर मारने वाली मॉस्किटो कॉइल या अगरबत्ती बहुत खतरनाक, दिल्ली में दर्दनाक मौत पूरे परिवार की, आइये जाने इसके नुकसान

Mosquito Coil Dangerous: क्या आप भी मच्छरों से छुटकारा पाने के लिए अपने घरों में धुआं करने वाली कॉइल या अगरबत्ती का प्रयोग करते हैं तो सावधान हो जाइये।

Update:2023-04-01 01:08 IST

Mosquito coil: क्या आप भी मच्छरों से छुटकारा पाने के लिए अपने घरों में धुआं करने वाली कॉइल या अगरबत्ती का प्रयोग करते हैं तो सावधान हो जाइये। दरअसल दिल्ली के शास्त्री पार्क में इसकी वजह से एक घर में एक बच्चे सहित छह लोगों की दम घुटने से मौत हो गई। वहीँ इस घटना में तीन अन्य घायल भी हो गए। सभी की मौत की वजह दम घुटना बताया गया। आइये जानते हैं कि मच्छर मारने वाली कॉइल या अगरबत्ती आपके लिए कितनी खतरनाक हो सकती है।

मच्छर मारने वाली कॉइल या अगरबत्ती बनी मौत की वजह

दिल्ली के शास्त्री पार्क के माछी बाजार में मजार वाला रोड स्थित एक घर में एक ही परिवार के छह लोगों की दम घुटने से मौत हो गयी साथ ही तीन लोग घायल हो गए। बताया जा रहा है कि रात के समय एक जलती हुई मच्छरदानी गद्दे पर गिर गई थी। जिससे पहले आग लग गयी इसके बाद जहरीले धुएं के कारण लोगों का दम घुट गया। सभी नौ लोगों को जग प्रवेश चंद्र अस्पताल ले जाया गया था। जहाँ चार पुरुष, एक महिला और डेढ़ साल के बच्चे की मौत हो गई। वहीँ एक 15 वर्षीय लड़की और एक 45 वर्षीय व्यक्ति का इलाज चल रहा है, जबकि एक 22 वर्षीय व्यक्ति को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई।अग्निशमन विभाग ने कहा कि आग लगने की सूचना मिलने के बाद तीन पानी के टेंडर मौके पर पहुंचे।

ऐसा ही एक मामला कुछ समय पहले बरेली से भी सामने आया था जहाँ रात में मच्छरदानी से कंबल में आग लगने से 45 वर्षीय रिक्शाचालक और उसकी पत्नी की झुलसकर मौत हो गयी थी। दंपति कथित तौर पर शराब के नशे में थे और उनके एक कमरे के घर में आग लगने के बाद बचने का मौका नहीं मिला, जो अंदर से बंद था। बताया गया वो दोनों भी मच्छर मरने वाली कॉइल लगाकर सोये थे। से घटना बरेली के सुभाषनगर मुहल्ले की थी।

कितनी खतरनाक है मच्छर मारने वाली कॉइल या अगरबत्ती

जहाँ लोग मच्छरों से होने वाली बिमारियों से और मच्छर के काटने से होने वाली तकलीफ से परेशान रहते हैं वहीँ मार्केट में कई तरह के ऐसे सलूशन भी मौजूद हैं जो आपको मच्छरों से बचाने का दावा करते नज़र आते हैं। लेकिन ऐसे में क्या सही है और क्या नहीं ये जानना बेहद ज़रूरी है। जो आपकी सेहत को भी नुक्सान न पहुँचाये और आपको मच्छरों से भी छुटकारा दिलाये। वहीँ कई लोग मच्छरों को मारने के लिए मार्केट में मौजूद कई तरह की कॉइल या अगरबत्ती का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि ये आपको कितना ज़्यादा नुक्सान पंहुचा सकते हैं। आइये हम आपको बताते हैं।

एक मॉस्किटो कॉइल को जलाने से सैकड़ों सिगरेट जलाने के बराबर होता है नुकसान

एक अध्ययन में अनुमान लगाया गया है कि एक मॉस्किटो कॉइल को जलाने से पैदा होने वाले पार्टिकुलेट मैटर 75-137 सिगरेट जलाने के बराबर होते हैं। एक्सपोजर की ये मात्रा स्वास्थ्य जोखिम पैदा करती है, लेकिन इस बात के स्पष्ट प्रमाण की कमी है कि लंबे समय तक मॉस्किटो कॉइल के धुएं के संपर्क में रहने से फेफड़ों के कैंसर जैसे अधिक गंभीर स्वास्थ्य प्रभावों का खतरा बढ़ जाता है। इस अनिश्चितता के सामने, मुख्य संदेश लंबे समय तक जोखिम से बचने के लिए होना चाहिए, विशेष रूप से संलग्न स्थानों में।

मॉस्किटो कॉइल हो सकती है जानलेवा

अपने कमरे में मॉस्किटो कॉइल से फ्यूमिगेट करना आपके स्वास्थ्य के लिए घातक साबित हो सकता है। आपको सांस फूलने से लेकर कैंसर तक की समस्या से दो चार भी होना पड़ सकता है। साथ ही ये आपके स्वास्थ्य को कई तरह से नुकसान पहुंचाने की क्षमता रखता है!

हम जानते हैं कि समय समय पर मच्छरों से होने वाली बीमारियां आपको परेशान कर देती हैं। जिसमे डेंगू सबसे खतरनाक है। ऐसे में कई कंपनियां और ब्रांड्स मच्छरों का सफाया करने का दावा करते हैं। लेकिन इससे पहले कि आप अपने कमरे में फ्यूमिगेट करने के लिए उन कॉइल्स और शीट्स को आग लगा दें, हमें आपको इनमे से कुछ के बारे में चेतावनी देनी होगी। दरअसल मॉस्किटो कॉइल या अगरबत्ती जलाने से सिर्फ आपके कमरे के मच्छर ही नहीं मरते। बल्कि लंबे समय में ये आपकी जान भी ले सकता है।

मॉस्किटो कॉइल या अगरबत्ती जलाना खतरनाक क्यों है? जानिए विशषज्ञों की राय

अगर आप प्रतिदिन मॉस्किटो कॉइल या अगरबत्ती का विषैला धुँआ सूंघ रहे हैं तो ये काफी खतरनाक हो सकता है। ज़ेन मल्टीस्पेशियलिटी अस्पताल , मुंबई के परामर्श चिकित्सक, गहन चिकित्सक और संक्रामक रोग विशेषज्ञ डॉ विक्रांत शाह विषय पर अपनी राय देते हुए कहा," "हाँ ये बात सही है! हर दिन इसतरह का धुआँ आपके फेफड़ों पर प्रभाव डाल सकता है जिससे फेफड़ों का कैंसर हो सकता है। ये अस्थमा, क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (COPD) और यहां तक ​​कि सिरदर्द जैसी श्वसन स्थितियों को भी ट्रिगर कर सकता है। इसलिए, समय की मांग है कि मच्छर कॉइल के उपयोग के खतरों के बारे में खुद को शिक्षित किया जाए और मच्छरों से बचाव के कुछ अन्य सुरक्षित उपाय जैसे जाल, पूरी बाजू के कपड़े पहनना, या विकर्षक का उपयोग करना अपनाया जाए। इसके बारे में अधिक जानने के लिए पढ़ें, और कॉइल्स के उपयोग को सीमित करने का प्रयास करें। आखिरकार, ये आपके स्वास्थ्य के बारे में है, और आप इसे अनदेखा नहीं कर सकते हैं, है ना?,”

5 ऐसी समस्याएं जो रोज़ाना मॉस्किटो कॉइल या अगरबत्ती जलने से हो सकती हैं

मॉस्किटो कॉइल का इस्तेमाल आमतौर पर घरों और दफ्तरों में किया जाता है। इन कॉइल्स में एल्यूमीनियम, क्रोमियम और टिन जैसी भारी धातुएं, कीटनाशक, पाइरेथ्रिन या सुगंधित पदार्थ (जैसे सिट्रोनेला) होते हैं जो मच्छरों को दूर भगाने या उनके काटने की संभावना को कम करते हैं। लेकिन ये कॉइल या अगरबत्ती ऐसे प्रदूषकों का उत्सर्जन करती हैं जो बीमारियों का कारण बन सकते हैं। आइये जानते हैं क्या हैं ये बीमारियां और खतरे जो इनसे हो सकते हैं।

यहां, हम आपको विभिन्न बीमारियों और स्थितियों के बारे में बताने जा रहे हैं जो नियमित रूप से मच्छरदानी जलाने के कारण देखी जा सकती हैं।

1. फेफड़े का कैंसर: मॉस्किटो कॉइल में कार्सिनोजेन्स होते हैं जो आपके फेफड़ों को नुकसान पंहुचा सकते हैं, अंततः फेफड़ों के कैंसर का खतरा बढ़ा सकते हैं।

2. अस्थमा और सीओपीडी ट्रिगर करता है: जो लोग अस्थमा और क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (सीओपीडी) से पीड़ित हैं, उन्हें सतर्क रहने की जरूरत है। ऐसा इसलिए है क्योंकि कॉइल या अगरबत्ती जलाने से अस्थमा का दौरा पड़ सकता है, सांस लेने में तकलीफ हो सकती है और यहां तक ​​कि जानलेवा खांसी भी हो सकती है।

3. सिरदर्द: ज्यादातर लोग ऐसे होते हैं, जिन्हें कॉइल जलाने के बाद सिरदर्द की समस्या होती है। इस प्रकार, कॉइल का उपयोग करना एक अच्छा विचार नहीं हो सकता है।

4. त्वचा पर रैशेज और एलर्जी: कॉइल्स में मौजूद मेटल्स भी रैशेज और एलर्जी को न्यौता दे सकते हैं. इसलिए, कॉइल्स का उपयोग करते समय सतर्क रहें।

5. बच्चों पर हानिकारक प्रभाव: कॉइल में ऐसे रसायन होते हैं जो साँस लेने के लिए सुरक्षित नहीं होते हैं, और इनडोर वायु प्रदूषण के कारण साँस लेने में समस्या पैदा कर सकते हैं या बढ़ा सकते हैं।

इसके अलावा कॉइल या अगरबत्ती आंखों को परेशान भी कर सकते हैं या एलर्जी का कारण बन सकते हैं। बड़ी मात्रा में, रसायन गंभीर बीमारियों, खांसी, घरघराहट, लगातार छींकने, अस्थमा, गले में खराश, मतली और चक्कर आना, सांस की जलन और यहां तक ​​कि घुटन का कारण बन सकते हैं।

यदि कॉइल को शिशुओं या छोटे बच्चों के पास रखा जाता है, तो वे गंभीर रूप से जल भी सकते हैं। आप नहीं चाहेंगे कि आपका बच्चा खतरे में हो, है ना? इसके अलावा, बच्चे गलती से कॉइल्स को भी निगल सकते हैं। इसलिए, आपके लिए यह आवश्यक है कि आप अपने बच्चे की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए घर में कॉइल जलाने से बचें। कॉइल के जलने के कारण होने वाले पुराने स्वास्थ्य जोखिमों से अवगत रहें और उनका बार-बार उपयोग करने से बचें। तो अगली बार जब आप किसी बंद जगह पर मच्छर भगाने वाली कॉइल जलाएं, तो सुनिश्चित करें कि आपको ये टिप्स याद हैं! साथ ही दिल्ली में हुए इस हादसे को भी ज़हन में रखें और सतर्क रहे।

नोट: लेख में मौजूद जानकारी विशेषज्ञों के विचारों पर आधारित हैं। न्यूज़ट्रैक इसकी प्रमाणिकता की पुष्टि नहीं करता है।

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