Lok Sabha Election 2024: 'रास्ता भटक गए अखिलेश...' जय चौबे ने सपा से इस्तीफा देकर कही बड़ी बात

Lok Sabha Election 2024: पूर्व विधायक जय चौबे समाजवादी पार्टी से लोकसभा सीट के लिए प्रत्याशिता की रेस में सबसे आगे थे।

Written By :  Seema Pal
Update: 2024-04-19 08:26 GMT
संतकबीरनगर से पूर्व विधायक जय चौबे ने दिया इस्तीफा : Pic - Social Media

Lok Sabha Election 2024: आज लोकसभा चुनाव के पहले चरण की 102 सीटों के लिए मतदान हो रहा है। मतदान के बीच समाजवादी पार्टी के लिए बुरी खबरों का सिलसिला भी जारी है। शुक्रवार को संतकबीरनगर से पूर्व विधायक दिग्विजय नारायण उर्फ जय चौबे ने सपा से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने सपा पर पीडीए के नाम पर जातिवाद करने का आरोप लगाया है।

भाजपा से सपा में आए थे जय चौबे

दिग्विजय नारायण उर्फ जय चौबे समाजवादी पार्टी से पहले भारतीय जनता पार्टी से जुड़े थे। साल 2017 में जय चौबे खलीलाबाद सदर सीट से भाजपा के टिकट पर विधायकी लड़े थे। इसके बाद साल 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले ही उन्होंने भाजपा से इस्तीफा दे दिया था और सपा में शामिल हो गए थे। 2022 में ही जय चौबे ने सपा के टिकट पर चुनाव लड़ा था, लेकिन उनको हार का सामना करना पड़ा था।

लोकप्रियता में जय चौबे का कद बड़ा

संतकबीरनगर के पूर्व विधायक जय चौबे जिला पंचायत अध्यक्ष व खलीलाबाद नगर पालिका के अध्यक्ष हैं। जय चौबे उत्तर प्रदेश के भिटहा गांव के रहने वाले हैं। वो ब्राह्मण समाज के बड़े समर्थन वाले जनप्रतिनिधि में गिने जाते हैं। समाजवादी पार्टी में इनकी लोकप्रियता भी बढ़ रही थी। पूर्व विधायक जय चौबे समाजवादी पार्टी से लोकसभा सीट के लिए प्रत्याशिता की रेस में सबसे आगे थे। इन्होंने जिले में समाजवादी विचारधारा को आगे बढ़ाने के साथ-साथ विधानसभा चुनाव में पार्टी का मत प्रतिशत भी बढ़ाया था।

जय चौबे ने क्यों छोड़ी पार्टी

सपा से इस्तीफा देने के बाद से ही जय चौबे को लेकर राजनीतिक माहौल गर्म हो गया है। पार्टी छोड़ते समय जय चौबे ने समाजवादी पार्टी के नेतृत्व पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी पीडीए के नाम पर जातिवाद करती है। वो पार्टी में लंबे समय से संतकबीरनगर लोकसभा सीट से टिकट मिलने का इंतजार कर रहे थे, लेकिन पार्टी ने उनकी बजाय पप्पू निषाद को टिकट दे दिया। पप्पू निषाद के प्रत्याशी बनाए जाने से ही वो सपा से नाराज चल रहे थे। यहां भाजपा ने प्रवीण निषाद को दोबारा टिकट देकर लोकसभा उम्मीदवार बनाया है। प्रवीण निषाद का नाम बाहर आने के बाद ही सपा ने पप्पू निषाद को मैदान में उतारा है, जिससे निषाद समाज की वोट मिल सकें। जय चौबे ने आगे कहा कि उन्होंने जिले में सर्वे कराकर जनाधार और लोकप्रियता के आधार पर टिकट देने का अनुरोध किया था, लेकिन अखिलेश यादव ने उनकी मांग को ठुकरा दिया।

जय चौबे ने सपा पर लगाएं कई आरोप

लोकसभा चुनाव का टिकट नहीं मिलने पर जय चौबे अखिलेश यादव से काफी नाराज दिख रहे हैं। पार्टी से इस्तीफा देने के बाद ही उन्होंने कहा कि सपा अपने रास्ते से भटक गई है। अब पार्टी पीडीए की राह पर चल पड़ी है, इसलिए चुनाव जीतने वाले प्रत्याशियों को नजरअंदाज कर रही है। सपा पार्टी केवल दलित और पिछड़ों को साथ लेकर चुनाव लड़ रही है। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव की मानसिकता दूषित है, इनकी पार्टी में सामान्य वर्ग के लिए कोई जगह नहीं है। ऐसे में समाजवादी पार्टी को छोड़ने के बाद से ही यह कयास लगाए जा रहे हैं कि अब जय चौबे बसपा में शामिल हो सकते हैं।

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